केरल के फैसले मलयालम और बिहार के फैसले हिंदी में क्यों न हो ?
यदि फैसले अंग्रेजी में हों तो एक-दो दिन बाद वे स्थानीय भाषा में क्यों नहीं उपलब्ध कराये जा सकते? कोविंद ने अपनी अदालतों पर हिंदी थोपने की बात नहीं की।…
Dr Ved Pratap Vaidik
Pankaj Chaturvedi