केरल के फैसले मलयालम और बिहार के फैसले हिंदी में क्यों न हो ?

Dr Ved Pratap Vaidik

केरल के फैसले मलयालम और बिहार के फैसले हिंदी में क्यों न हो ?

यदि फैसले अंग्रेजी में हों तो एक-दो दिन बाद वे स्थानीय भाषा में क्यों नहीं उपलब्ध कराये जा सकते? कोविंद ने अपनी अदालतों पर हिंदी थोपने की बात नहीं की।…
बारूद, बंदूक से बेहाल बस्तर, बन गया बोलियों का मरघट

Pankaj Chaturvedi

बारूद, बंदूक से बेहाल बस्तर, बन गया बोलियों का मरघट

बारूद, बंदूक से बेहाल बस्तर क्षेत्र में आंध्र प्रदेश से सटे सुकमा जिले में दोरला जनजाति की बड़ी आबादी है। उनकी बोली है दोरली। बोली के मामले में बस्तर अनोखा…