इस औरंगजेबी अदा के क्या कहने ?

Dr. Ved Pratap Vaidik

इस औरंगजेबी अदा के क्या कहने ?

अभी भी वे नौटंकी के सहारे राजनीति करना चाहते हैं। क्या इनके घरों पर जाने से करोड़ों मतदाता अपने दुख—दर्दों को भूल जाएंगे और आपको वोट दे देंगे ? New…
उपचुनाव की महज तीन सीटों पर आखिर इतना शोर क्यों ?

Upendra Rai

उपचुनाव की महज तीन सीटों पर आखिर इतना शोर क्यों ?

उत्तर प्रदेश और बिहार के उपचुनाव ने लखनऊ और पटना से लेकर दिल्ली तक हड़कंप मचा दिया। New Delhi, Mar 19 : पूर्वोत्तर के तीन राज्यों का जश्न अभी थमा…
कुछ घंटे “असली काशी” मे भी तो एक बार गुजार कर देखिए मोदी जी

Padampati Sharma

कुछ घंटे “असली काशी” मे भी तो एक बार गुजार कर देखिए मोदी जी

एक ओर श्री काशी विश्वनाथ मंदिर के कार्यपालक अधिकारी दावा कर रहे है कि ऐसी कोई योजना नही है जिसमें नगर की धरोहर से छेड़छाड़ हो। New Delhi, Feb 25…
संसद में हैं 788 गार्जियन, लेकिन गोद लिये गांवों की ओर कोई ध्यान नहीं देता !

Surender Kishore

संसद में हैं 788 गार्जियन, लेकिन गोद लिये गांवों की ओर कोई ध्यान नहीं देता !

1985 में तत्कालीन प्रधान मंत्री राजीव गांधी ने कहा था कि दिल्ली से सरकार जो सौ पैसे भेजती है, उनमें से सिर्फ 15 पैसे ही गांवों तक पहुंच पाते हैं।…
इस बार लाल किले की प्राचीर से छलकेगा मोदी का दर्द !

Amit Shukla

इस बार लाल किले की प्राचीर से छलकेगा मोदी का दर्द !

मंगलवार की सुबह लाल किले की प्राचीर पर आपकी मुलाकात देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से होगी। इस बार उनके भाषण में दर्द छलकेगा। New Delhi Aug 14 : देश…