‘महान पत्रकारिता के विलक्षण ज्ञान का विस्तारपूर्वक वर्णन करता हू ध्यान पूर्वक सुनें’

Raakesh Pathak

‘महान पत्रकारिता के विलक्षण ज्ञान का विस्तारपूर्वक वर्णन करता हू ध्यान पूर्वक सुनें’

पत्रकारिता द्वितीयोध्याय : शुकदेव जी ने एकबार फिर नारद के प्रणाम करते उनसे निवेदन किया कि - "हे मुनिश्रेष्ठ कृपा कर इस जिज्ञासु को पत्रकारिता के समूल दर्शन का लाभ…
बिगड़े सांड की प्रेम कथा

Raakesh Pathak

बिगड़े सांड की प्रेम कथा

आजकल सांड शांत रहने लगा था। उसकी टोका-टाकी, टीका-टिप्पणी थोड़ी कम थी। अब कोई कुछ भी लेकर जाता हो वो ध्यान नहीं देता था। New Delhi, May 07 : मुझे…
बनारस के कच्चापन ही बनारस की पहचान है

Raakesh Pathak

बनारस के कच्चापन ही बनारस की पहचान है

बनारस : यहां बुलाने की परंपरा है। पंडे बुलाते हैं। नाऊ बुलाते हैं। मल्लाह बुलाते हैं। किसी-किसी को 'मां गंगा भी बुलाती हैं'। New Delhi, May 04 : खलिहर समाज…