छद्म समाजवादियों ने राजनीति को सबसे ज्यादा डिरेल किया है

Pravin Bagi

छद्म समाजवादियों ने राजनीति को सबसे ज्यादा डिरेल किया है

राजनीति : क्या ऐसे नेताओं को गांधी, लोहिया और समाजवाद का नाम लेने का हक है ? New Delhi, May 10 : छद्म समाजवादियों ने राजनीति को सबसे ज्यादा डिरेल…
जन्मदिन विशेष : जब लोहिया ने दिया था ‘वोट घटाऊ बयान’

Surendra Kishore

जन्मदिन विशेष : जब लोहिया ने दिया था ‘वोट घटाऊ बयान’

1967 में डा. लोहिया उत्तर प्रदेश के कन्नौज से लोक सभा का चुनाव लड़ रहे थे। उन्हीं दिनों उन्होंने यह कह दिया कि देश में सामान्य नागरिक संहिता लागू होनी…
समाजवादी विचारधारा में भूपेंद्र नारायण मंडल का योगदान

Surendra Kishore

समाजवादी विचारधारा में भूपेंद्र नारायण मंडल का योगदान

भूपेंद्र नारायण मंडल 1957 में बिहार विधानसभा के सदस्य बन गये थे। तब वे लोहिया के नेतृत्व वाली समाजवादी पार्टी के बिहार में एकमात्र विधायक थे। New Delhi, Feb 05:…
समाजवादी आंदोलन में राज नारायण का महत्व

Surendra Kishore

समाजवादी आंदोलन में राज नारायण का महत्व

नेता जी लड़े और हारे।मधु लिमये जीत गये।समाजवादी आंदोलन के लोगों के बीच पहले ‘नेता जी’ राज नारायण ही थे।मुलायम सिंह यादव तो बाद में नेता जी कहलाए New Delhi,…
राजनीति एक अल्पकालिक धर्म है और धर्म दीर्घकालिक राजनीति- राममनोहर लोहिया

Yogendra Yadav

राजनीति एक अल्पकालिक धर्म है और धर्म दीर्घकालिक राजनीति- राममनोहर लोहिया

आज़ राममनोहर लोहिया होते तो पूछते की इस देश के सरकारी कर्मचारी को जितनी न्यूनतम आय मिलती है, वो देश के किसान को क्यों नही मिलनी चाहिये New Delhi, Oct…