New Delhi, Jul 06: IAS Deshal Dan की सफलता की कहानी सभी के लिए प्रेरणा है, खासकर उन छात्रों के लिए जो जीवन में कुछ बनना चाहते हैं लेकिन संसाधनों की कमी के कारण, परिस्थिति के कारण बीच में ही हथियार डाल देते हैं, गिव अप कर देते हैं । राजस्थान के जैसलमेर के एक छोटे से गांव सुमालियाई के देशल दान की जिंदगी कम मुश्किलों वाली नहीं थी, संघर्ष और देशल दान का चोली-दामन का साथ रहा । घर पर भी मुश्किलें रहीं और आर्थिक हालातों तो ऐसे थे कि इनसान कुछ सोच तक ना सके । लेकिन उन्होने ना सिर्फ इन सबसे ऊपर एक सपना देखा बल्कि बड़ी सफलता को भी हासिल किया ।
7 भाई-बहनों में सिर्फ 2 पढ़े-लिखे
देशल दान के कुल सात भाई-बहन हैं, सातों में सिर्फ वो और उनके एक बड़े भाई ने ही शिक्षा का रुख किया । बाकी परिस्थिति
पहली बार में परीक्षा पास की
बड़े भाई की मौत के समय देशल क्लास 10 में थे, जिसके बाद वो पढ़ाई को लेकर गंभीर हो गए । दसवीं के बाद कोटा चले गए, यहीं से उन्होंने बारहवीं की। 12वीं के बाद जेईई का इंट्रेंस दिया और सेलेक्ट भी हुए । उन्होंने
पिता नहीं जानते बेटा क्या बन गया है ..
देशल के पिता इतने सीधे, सरल व्यक्ति है कि वो ये तक नहीं समझते थे कि आईएएस क्या होता है । जब बेटा सेलेक्ट हुआ, तो
आईपीएल 2023 में तिलक वर्मा ने 11 मैचों में 343 रन ठोके थे, पिछले सीजन…
ज्योति मौर्या के पिता पारसनाथ ने कहा कि जिस शादी की बुनियाद ही झूठ पर…
अजित पवार ने एनसीपी सुप्रीमो शरद पवार पर निशाना साधते हुए कहा आप 83 साल…
धतूरा शिव जी को बेहद प्रिय है, सावन के महीने में भगवान शिव को धतूरा…
भारत तथा वेस्टइंडीज के बीच पहला टेस्ट मैच 12 जुलाई से डोमनिका में खेला जाएगा,…
मेष- आज दिनभर का समय स्नेहीजनों और मित्रों के साथ आनंद-प्रमोद में बीतेगा ऐसा गणेशजी…
Leave a Comment