New Delhi, Oct 25 : रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भर भारत को लेकर सुर्खियां भले ही अब हों, लेकिन करीब 60 साल पहले ही ना सिर्फ भारत ने इस पहलू का समझा था, बल्कि इस दिशा में पुख्ता कदम उठाये थे, जी हां, प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरु के जर्मनी के विशेषज्ञों की मदद से भारत का पहला देसी लड़ाकू विमान बनवाया था, जिसकी पूरी रिसर्च और निर्माण के लिये डेवलपमेंट भारत में ही हुआ था, लोगों के बीच गलतफहमी ये भी रही कि भारत का पहला देसी लड़ाकू विमान तेजस रहा, हालांकि ऐसा नहीं है।
पहला देसी फाइटर प्लेन
जर्मन इंजीनियर कुर्त टैंक से डिजाइन करवाये गये फाइटर जेट एचएफ-24 मारुत के बारे में शायद आपने पहले कहीं सुना हो,
क्या थीं मारुत की खूबियां
देश के लिये वाकई बहुत अहम उपलब्धि के रुप में डेवलप हुआ मारुत अपने डिजाइन में बेहद सक्षम और कारगर था,
पाक के दो लड़ाकों को ध्वस्त किया
वैसे तो युद्ध में मारुत ने बहुत ज्यादा हिस्सा नहीं लिया, लेकिन इस मायने से इसका प्रदर्शन लाजवाब रहा, एक भी मारुत जेट को कभी भी दुश्मन मारकर गिरा नहीं सका,
आईपीएल 2023 में तिलक वर्मा ने 11 मैचों में 343 रन ठोके थे, पिछले सीजन…
ज्योति मौर्या के पिता पारसनाथ ने कहा कि जिस शादी की बुनियाद ही झूठ पर…
अजित पवार ने एनसीपी सुप्रीमो शरद पवार पर निशाना साधते हुए कहा आप 83 साल…
धतूरा शिव जी को बेहद प्रिय है, सावन के महीने में भगवान शिव को धतूरा…
भारत तथा वेस्टइंडीज के बीच पहला टेस्ट मैच 12 जुलाई से डोमनिका में खेला जाएगा,…
मेष- आज दिनभर का समय स्नेहीजनों और मित्रों के साथ आनंद-प्रमोद में बीतेगा ऐसा गणेशजी…
Leave a Comment