New Delhi, Jul 24: भगवान शिव को अति प्रिया सावन मास का पहला सोमवार 26 जुलाई को है । इस माह में भगवान भोलेनाथ की विधिवत तरीके से पूजा करने से भक्तों की मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं । ऐसी मान्यता है कि इस पावन मास में स्वयं भगवान शिव और माता पार्वती पृथ्वी पर भ्रमण के लिए आते हैं। इसलिए, उन्हें प्रसन्न कर आप अपना मनोरथ सिद्ध कर सकते हैं । शिव भोलेनाथ हैं क्योंकि वे अपने भक्तों पर बहुत जल्द प्रसन्न हो जाते हैं। लेकिन उनकी पूजा में कुछ चीजों का प्रयोग वर्जित है । आगे जान लें इस वस्तुओं के बारे में,
लाल चंदन, हल्दी का प्रयोग वर्जित
भगवान शिव को वैरागी माना जाता है, इसीलिए उन्हें सौभाग्य की वस्तुए
गुड़हल का फूल
भगवान शिव को गुड़हल का फूल भी अर्पित नहीं किया जाता ।
तुलसी
भगवान शिव की पूजा में तुलसी का प्रयोग भूलकर भी ना करें । इसके पीछे
शंख
शिवपुराण के अनुसार भगवान शंकर ने शंखचूर नामके एक उत्पाती असुर का
तिल का प्रयोग
माना जाता है कि तिल भगवान विष्णु के मैल से पैदा हुआ है, इसलिए भगवान शिव को तिल नहीं अर्पित करते हैं । ऐसा करने से भोलेनाथ शिव नाराज हो सकते हैं।
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