शिल्पा गाड़ी पर चलाती हैं फूड आउटलेट, अरबपति बिजनेसमैन ने दिया मदद का ऑफर

शिल्पा मंगलौर में एक मोबाइल फूड आउटलेट चलाती हैं, उन्होने महिंद्रा के बोलेरो पिकअप को ही आउटलेट का रुप दे दिया है।

New Delhi, Jun 21 : सोशल मीडिया का सकारात्मक इस्तेमाल हो सकता है, इसकी मिसाल पेश की है महिंद्रा ग्रुप के सीईओ आनंद महिंद्रा ने, दरअसल 2 दिन पहले किसी पत्रकार ने मंगलौर की एक महिला शिल्पा की सफलता की कहानी ट्वीट की। पति के रहस्यमयी तरीके से लापता हो जाने के बाद शिल्पा ने खाने का बिजनेस शुरु किया। इसके लिये बकायदा उन्होने एर नया महिंद्रा बोलेरो पिकअप खरीदा, जिस पर वो चलता-फिरता रेस्टोरेंट चलाती हैं। जब बिजनेस के लिये बोलेरो पिकअप इस्तेमाल होने की खबर आनंद महिंद्रा को पता चली, तो उन्होने शिल्पा को मदद का प्रस्ताव दे दिया।

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आनंद महिंद्रा ने किया ट्वीट
महिंद्रा ग्रुप के मालिक ने ट्वीट करते हुए लिखा कि इस हफ्ते के खत्म होने के साथ ही आंत्रप्रेन्योरशिप की एक अच्छी स्टोरी मिल गई, महिंद्रा में हम इसे राइज स्टोरी कहते हैं, हमें बेहद इस बात की खुशी है कि शिल्पा की सफलता में बोलेरो पिकअप का भी छोटा सा योगदान है। क्या कोई उन तक पहुंचकर मेरी बात उन्हें बता सकता है कि मैं उन्हें एक बोलेरो पिकअप देकर उन्हें दूसरा आउटलेट शुरु करने में मदद करना चाहता हूं।

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मोबाइल फूड आउटलेट
आपको बता दें कि शिल्पा मंगलौर में एक मोबाइल फूड आउटलेट चलाती हैं, उन्होने महिंद्रा के बोलेरो पिकअप को ही आउटलेट का रुप दे दिया है। मंगलौर में गांधीनगर इलाके के आस-पास हल्ली मेन रोटी के नाम से आउटलेट चलाने वाली शिल्पा की कहानी प्रेरणात्मक है। उन्होने सिर्फ दसवीं तक पढाई की है, उन्होने किसी शौक से काम शुरु नहीं किया था, बल्कि मजबूरी में उन्हें बिजनेस शुरु करना पड़ा था। एक वक्त तो ऐसा आ गया था कि घर खर्च के लिये लाले पड़ गये थे।

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गरीब परिवार में पैदा हुई
हासन की रहने वाली शिल्पा एक किसान परिवार में पैदा हुई और पली बढी, गांव में रहने की वजह से वो पढाई भी सिर्फ दसवीं तक ही कर पाई, फिर जल्दी ही उनकी शादी हो गई, साल 2005 में वो अपने पति राजशेखर और तीन साल के बेटे के साथ मंगलौर आकर रहने लगी, यहां उनके पति ट्रांसपोर्ट का काम करते थे, साल 2008 में राजशेखर किसी काम से बंगलुरु गये, लेकिन लौट कर नहीं आए। शिल्पा ने पुलिस में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई, लेकिन उनका कोई पता नहीं चला।

साइबर कैफे से नौकरी शुरु
पति के एकाएक गायब हो जाने के बाद शिल्पा अवसाद में चली गई थी, घर खर्च चलाना मुश्किल हो रहा था, बेटे के स्कूल की फीस नहीं दे पा रही थी। फिर किसी तरह से शिल्पा ने खुद को संभाला और एक साइबर कैफे में नौकरी करने लगी। इसके बाद उन्होने कॉस्मेटिक की दुकान में मार्केटिंग और सेल्समैन का भी काम किया, लेकिन उन्हें जो तनख्वाह मिलती थी, उससे उनके परिवार का गुजारा नहीं हो पाता था।

खाने के बिजनेस का आइडिया
एक बार ऐसे ही उनके घर वाले उनके द्वारा बनाये गये खाने की तारीफ करने लगे, तो शिल्पा ने सोचा क्यों ना फूड का ही बिजनेस शुरु किया जाए। उन्होने अपने छोटे भाई से इस बारे में बात की, और अच्छा खाना उपलब्ध कराने का बिजनेस शुरु किया। उन्होने एकबोलेरो पिकअप खरीदा और उसी पर खाना बनाने लगी, हालांकि कुछ लोगों ने उनकी आलोचना भी की, लेकिन बिना किसी परवाह के वो काम करती रही, धीरे-धीरे उनके बिजनेस का टर्नओवर बढता चला गया।

परिवार के लोग साथ
शिल्पा के साथ उनका पूरा परिवार भी अब इसी फूड आउटलेट में काम करता है, उनका भाई पहले सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी करता था, लेकिन अब वो पूरी तरह से शिल्पा के साथ ही काम करता है। साथ ही उन्होने अपने माता-पिता को सब्जी और बाकी सामान खरीदकर लाने की जिम्मेदारी दे रखी है। शिल्पा एक और आउटलेट खोलने पर विचार कर रही थी, अब महिंद्रा द्वारा दिये गये प्रस्ताव के बाद वो इस पर काम करने में जुट गई है ।