थूक के चाटता है पाकिस्तान ! दुनिया के सबसे झूठे नेता बसते हैं पाक में
पाकिस्तान की बात का कभी भी भरोसा नहीं किया जा सकता है। वो हमेशा थूक कर चाटने में यकीन करता है। विदेश मंत्री ख्वाजा मोहम्मद आसिफ ने भी कुछ ऐसा ही किया है।
New Delhi Aug 07 : पाकिस्तान दुनिया का सबसे झूठा देश है। उसके नेता सबसे बड़े झूठे हैं। पीठ में खंजर भोकना और अपनी ही बातों से मुकरना पाकिस्तान की फितरत में शामिल है। वो कब थूक कर चाट ले पता ही नहीं चलता है। ये बात हम इसलिए इतने दावे के साथ कर रहे हैं कि अभी पाकिस्तान के नए नवेले विदेश मंत्री ख्वाजा मोहम्मद आसिफ का एक बयान सामने आया है। जनाब कहते हैं कि पाक ने हमेशा से भारत के साथ अच्छे रिश्ते रखने चाहे। लेकिन, भारत की ओर से कभी उसे पॉजिटिव रिस्पांस ही नहीं मिला। अब भला ख्वाजा मोहम्मद आसिफ को ये बात कौन समझाए कि जब दुश्मनी चरम पर हो और ऐसे में नरेंद्र मोदी अपने शपथ ग्रहण समारोह में पाक के प्रधानमंत्री को न्यौता देकर बुला ले, इससे बड़ा पॉजिटिव रिस्पांस क्या हो सकता है।
जिस देश में हिंदुस्तान के प्रधानमंत्री जाने से पहले सौ बार सोचते हों, अपनी सिक्योरिटी को लेकर चिंतित हों वहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोेदी एक झटके में पाकिस्तान पहुंच गई थे। जी हां हम उस वक्त की बात कर रहे हैं जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी काबुल गए हुए थे। हवाई जहाज में ही उन्होंने तत्कालीन प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की नातिन की शादी में शामिल होने का फैसला कर लिया था और एयर इंडिया के विमान का रुख पाकिस्तान की ओर हो गया था। उस वक्त पूरी दुनिया भौचक्की रह गई थी। लेकिन, पाकिस्तान के विदेश मंत्री ख्वाजा मोहम्मद आसिफ को इसमें भारत का पॉजिटिव रिस्पांस ही नहीं दिखता है। ये जनाब कितने बड़े कलाकार हैं ये भी जान लीजिए तब आपको पता चल जाएगा कि ख्वाजा साहब शांति दूत हैं या फिर आतंक के भूत।
ये वही ख्वाजा मोहम्मद आसिफ हैं जिन्होंने सर्जिकल स्ट्राइक के बाद हिंदुस्तान पर परमाणु बम फोड़ने की धमकी दी थी। अब जरा आप ही सोचिए जो व्यक्ति हिंदुस्तान में परमाणु बम फोड़ने की धमकी देता हो वो आज शांति की बात कर रहा है। और कह रहा है कि शांति तो हम चाहते हैं। आतंक तो हिंदुस्तान ने मचाया हुआ है। और तो और ख्वाजा मोहम्मद आसिफ कहते हैं कि हम तो बार्डर पर भी शांति चाहते हैं। अब जरा इनसे पूछिए कि क्या पाकिस्तानी फौज की गोलीबारी और आतंकियों की घुसपैठ शांति का पैमाना है। जो ये लोग हर रोज करते हैं। ख्वाजा मोहम्मद आसिफ को ये बात समझ लेनी चाहिए कि हिंदुस्तान को दोस्ती और दुश्मनी दोनों ही निभाना बखूबी आता है।
अगर पाकिस्तान दोस्ती करेगा तो उसे उसी तरह का रिस्पांस मिलेगा और अगर उसके सैनिक और आतंकी सीमा पर हरकत करेंगे तो भारतीय फौज पाक में इन लोगों को घुसकर मारेगी। ऐसे में ख्वाजा मोहम्मद आसिफ के लिए जरुरी है कि ज्ञान बघारने से पहले अपने गिरेबान में झांक ले। अपने ही बयानों का आंकलन कर लें। जवाब उन्हें खुद ब खुद मिल जाएगा। रही बात कश्मीर की तो उसे ये बात हमेशा ध्यान रखनी चाहिए कि अब हिंदुस्तान में वक्त और सरकार दोनों ही बदल गए हैं। अगर पाकिस्तान चीन के बूते उछल रहा है तो उसे डोकलाम के भी दर्शन कर लेने चाहिए। पता चल जाएगा कि हालात क्या हैं। कौन कितना ताकतवर है। हिंदुस्तान पर हेकड़ी और हुड़की अब किसी की नहीं चलेगी।