योगी आदित्‍यनाथ यूपी के मदरसों को नहीं बनने देंगे आतंक की फैक्‍टरी !

मदरसों में मिलने वाली तालीम को लेकर हमेशा से विवाद रहा है। लेकिन, यूपी के मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ चाहते है कि इस विवाद को खत्‍म किया जाए।

New Delhi Aug 11 : ये देश की विडंबना है कि यहां लोगों को “भारत माता की जय” कहने में शर्म आती है। कुछ लोगों को “वंदेमातरम” पर एतराज होता है। तो कुछ राष्‍ट्रगान के दौरान भी सीट पर बैठ रहने में अपनी शान समझते हैं। तो कुछ तिरंगे को सलाम करने से कतराते हैं। ऐसा होना नहीं चाहिए पर अफसोस, ऐसा होता है। लोगों से देशभक्ति का सबूत मांगा जाता और उन्‍हें देना पड़ता है। अगर कोई नहीं देता है तो विवाद को हिंदू-मुस्लिम के रंग में रंग दिया जाता है। देश के तमाम मदरसों में क्‍या कुछ होता है ये बात किसी से छिपी नहीं है। हम ये हरगिज नहीं कह रहे हैं कि हर मदरसे में कट्टरवाद की पढ़ाई होती है। हर मदरसे में जेहाद भी नहीं पढ़ाया जाता। लेकिन, भतेरे मदरसों में ये सब होता है। पर यूपी के मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ चाहते हैं कि ये सब ना हो।

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लेकिन, अफसोस की बात ये है कि योगी आदित्‍यनाथ की सरकार में एक आदेश से लोगों ने फिर से बवाल मचाना शुरु कर दिया है। जबकि ये मसला देश‍भक्ति का है। दरअसल, उत्‍तर प्रदेश मदरसा परिषद ने आदेश जारी किया है कि 15 अगस्‍त को प्रदेश के सभी मदरसों में ना सिर्फ राष्‍ट्रगान गाया जाएगा बल्कि वहां पर ध्‍वजारोहण भी किया जाएगा। मदरसों में इस दौरान वीडियो रिकॉर्डिंग भी कराई जाएगी। सवाल ये है कि आखिर मदरसों को ये बताना क्‍यों पड़ता है कि आप भी इसी देश के हिस्‍सा हैं। जहां बाकी लोग रहते हैं। एक ओर पूर्व उपराष्‍ट्रपति हामिद अंसारी ये कहकर बखेड़ा शुरु करते हैं कि देश में मुसलमान डरा हुआ है। वो खुद को सुरक्षित महसूस नहीं करता है। वहीं दूसरी ओर वो खुद ही तिरंगे को सलामी नहीं देते हुए नजर आते हैं।

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हर कोई ये जानना चाहता है कि आखिर हामिद अंसारी ने आज तक मदरसों में पढ़ाए जाने वाले कट्टरवाद और जेहाद पर अपनी जुबान क्‍यों नहीं खोली। क्‍यों देश में रहते हुए देश के मदरसों को ये कहना पड़ रहा है कि आपको भी राष्‍ट्रगान गाना होगा। तिरंगा फहराना होगा। इस बात को कतई हिंदू और मुसलमान से कनेक्‍ट नहीं किया जाना चाहिए। ये विशुद्ध तौर पर देशभक्ति की बात है। देश का एक भी नागरिक इस बात को स्‍वीकार नहीं कर सकता है कि आप हिंदुस्‍तान में रहकर पाकिस्‍तान जिंदाबाद के नारे लगाएं। उसके झंडे फहराए और तिरंगे को सलामी देने में आपको शर्म आए। यूपी में इस वक्‍त करीब आठ हजार मदरसें हैं। इसमें करीब साढ़े पांच सौ मदरसों को सरकार आर्थिक मदद देती है।

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हम एक बार फिर ये कह रहे हैं कि हर मदरसा जेहाद का पाठ नहीं पढ़ाता। लेकिन, बार-बार सफाई देने का मतलब आप खुद समझ सकते हैं। जम्‍मू-कश्‍मीर को ही देख लीजिए। यहां के ज्‍यादातर मदरसों में कट्टरवाद और जेहाद का ज्ञान दिया जा रहा है। जो देश के लिए ठीक नहीं है। जरुरत इस वक्‍त इस बात की है कि अगर मदरसों को लगता है कि वो पूरी तरह पाक साफ हैं तो उन्‍हें खुद देशभक्ति के मामलों में आगे आना चाहिए। खुद एलान करना चाहिए वो एक बार नहीं सौ बार वंदेमातरम कहेंगे। राष्‍ट्रगान भी गाएंगे और ध्‍वजारोहण भी करेंगे। ऐसे में ना तो मदरसा परिषद के आदेश की जरुरत होगी और ना ही वीडियो रिकॉर्डिंग की। लेकिन, देशभक्ति का विरोध विवाद के साथ-साथ शक भी पैदा करता है।