तुमने सही कहा फारुख अब्दुल्ला, हमें खतरा चीन-पाकिस्तान नहीं देश के भीतर बैठे ‘चोरों’ से हैं !
कश्मीर समस्या के जनक और पंडित जवाहर लाल नेहरु के करीबी शेख अब्दुल्ला के बेटे फारुख अब्दुल्ला ने अपने मुखारबिंदु से कुछ महत्वपूर्ण बातें कहीं हैं।
New Delhi Aug 17 : हम आपको फारुख अब्दुल्ला का इतिहास भी बताएंगे और भूगोल भी बताएंगे। लेकिन, इससे पहले ये जान लीजिए कि गुरुवार को दिल्ली में जेडीयू के ‘बागी विद्वानी’ नेता शरद यादव द्वारा आयोजित ‘साझी विरासत बचाओ सम्मेलन’ में फारुख अब्दुल्ला ने क्या कहा। फारुख अब्दुल्ला का बयान था कि “भारत को बाहर से खतरा नहीं है। चीन और पाकिस्तान भारत का कुछ नहीं बिगाड़ सकता। चोर अंदर बैठा है जो बेड़ा गर्क कर रहा है।” मैं फारुख के बयान से सौ फीसदी सहमत हूं। उन्होंने एकदम ठीक कहा कि जो चोर देश के अंदर बैठा है वो बेड़ागर्क कर रहा है। उनकी नजर में अंदर वाला चोर कोई भी हो सकता है। आपकी नजर में अंदर का चोर कोई और होगा और मेरी नजर में चोर के प्रति ये नजरिया कुछ और ही होगा। इसलिए बेहतर है कि चोर कौन है इसका फैसला आप खुद करें ?
अंदर के चोर के दर्शन और उसकी खोज के लिए जरुरी है कि आपको फारुख अब्दुल्ला के कुछ पुराने बयान बताएं जाएं। फारुख कह चुके हैं कि “पाक अधिकृत कश्मीर यानी पीओके पाकिस्तान का हिस्सा है और रहेगा। जम्मू-कश्मीर भारत में है और रहेगा। ये बात हम सभी को समझनी चाहिए।” ये तो एक बयान हुआ। दूसरे बयान पर भी नजर डाल लीजिए। कुछ दिनों पहले कुपवाड़ा में आतंकियों ने एक सैन्य शिविर पर हमला कर दिया था। इस हमले में एक कैप्टन समेत तीन जवान शहीद गए थे। जबकि पांच जवान जख्मी हुए थे। आर्मी के जवानों ने जैश-ए-मोहम्मद के दो आतंकियों को मार गिराया था। उसी समय सुकमा में नक्सलियों ने सीअारपीएफ के जवानों पर भी हमला किया था। जिसमें 25 जवान शहीद हो गए थे।
तब फारुख अब्दुल्ला ने कहा था कि “छत्तीसगढ़ में मारे गए CRPF के 25 जवानों पर बहुत ज्यादा चर्चा नहीं हुई जबकि कुपवाड़ा में मारे गए सेना के तीन जवानों पर हंगामा हो रहा है ये सब मुसलमानों के खिलाफ नफरत फैलाने के लिए किया जा रहा है”। फारुख अब्दुल्ला का तीसरा बयान कश्मीर के पत्थरबाजों को लेकर था। उनकी नजर में कश्मीर के पत्थरबाज देश के लिए लड़ रहे हैं। फारुख इन्हें आजादी का सिपाही बताते हैं। फारुख के ऐसे दर्जनों विवादित बयान हैं जो ये सोचने को मजबूर कर देंगे कि घर में बैठा चोर कौन है ? फारुख अब्दुल्ला शेख अब्दुल्ला के बेटे हैं। जिन्हें तमाम लोग घोषित तौर पर प्रो पाकिस्तानी मानते थे। वो प्रो इंडियन थे या नहीं इसकी खोज में इतिहास की किताबें खंगाली जा रही है।
इतिहास के पन्नों में ये बातें दर्ज हैं कि कैसे पंडित जवाहर लाल नेहरु और शेख अब्दुल्ला ने मिलकर खेल किया था। जिसकी भनक सरदार बल्लभ भाई पटेल तक को नहीं लगने दी गई थी। शेख अब्दुल्ला और पंडित जवाहर लाल नेहरु में गहरी दोस्ती थी। कश्मीर में धारा 370 का पूरा प्रारुप शेख अब्दुल्ला ने ही तैयार किया था। जिसे अब हटाने की मांग की जा रही है। इतिहास के पन्नों में ये बात भी दर्ज है कि नेहरू और गांधी दोनों ने ही शेख अब्दुल्ला को कश्मीर का वजीर-ए-आजम बनाने के लिए पूरा जोर लगा दिया था। इन लोगों ने महाराजा हरि सिंह को हाशिए पर ला खड़ा किया था। 1950 में ही शेख अपने अलगाववादी तेवरों के लिए चर्चित हो गए थे। बेशक इतिहास के जानकारों की राय इस मसले पर बंटी हुई हो सकती है फिर भी कहा जाता है कि कश्मीर के लिए अगर कोई जिम्मेदार है तो वो हैं जवाहर लाल नेहरु और फारुख अब्दुल्ला के पिता शेख अब्दुल्ला। अब आप फैसला कीजिए घर में बैठा हुआ चोर कौन है।