लालू यादव की ‘बैंड’ बजा देगा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का बिहार दौरा !
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 26 अगस्त को बिहार का दौरा करने वाले हैं। उनका ये दौरा आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव की मुश्किलों को बढ़ा सकता है। जानिए कैसे ?
New Delhi Aug 25 : राष्ट्रीय जनता दल यानी आरजेडी के सुप्रीमो लालू यादव पूरे खानदान के साथ 27 अगस्त की अपनी रैली की तैयारियों में जुटे हुए हैं। पटना के गांधी मैदान में लालू यादव ‘देश बचाओ, बीजेपी भगाओ’ रैली करने वाले हैं। लेकिन, इससे पहले ही देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का बिहार का दौरा फिक्स हो चुका है। हालांकि वो यहां पर कोई सभा या फिर रैली को संबोधित नहीं करेंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बिहार में बाढ़ ग्रस्त इलाकों का जायजा लेंगे। प्रधानमंत्री के इस दौरे के बाद बहुत मुमकिन है कि बिहार में बाढ़ राहत के लिए केंद्र सरकार की ओर से राज्य सरकार को भारी भरकम आर्थिक मदद भी दी जाए। यकीन मानिए मोदी का ये बिहार दौरा लालू की रैली में पलीता लगा सकता है। लालू यादव और उनकी रैली की बैंड बजा सकता है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भारतीय जनता पार्टी के नेताओं को पता है कि जनता की सहानुभूति कैसे बटोरी जा सकती है। कल्पना कीजिए कि आपके घर के एक हिस्से में कोई विपत्ति आई हो और दूसरे हिस्से में कोई कार्यक्रम हो रहा हो तो आप कहां शरीक होंगे ? यकीनन आप घर के उस हिस्से में जाएंगे जहां विपदा खड़ी हुई होगी। आपकी प्राथमिकता इस बात पर होगी कि आपके परिवार के फंसे हुए सदस्य सुरक्षित बाहर आ जाएं। उन्हें मदद मिल सके। जबकि उस वक्त कार्यक्रम वाले हिस्से में आप जाने की सोच तक नहीं सकते हैं। सीधे-साधे इस फॉर्मूले को लालू यादव नहीं पकड़ पाए लेकिन, नीतीश कुमार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जरुर लपक लिया है। इस वक्त बिहार को राजनीति छींटाकशी से ज्यादा मदद की जरुर है।
बिहार के कई जिले बाढ़ से बुरी तरह प्रभावित हैं। लोग बेघर हो गए हैं। कई लोगों की मौत हो चुकी है। लोगों की जिदंगी भर की जमा पूंजी पानी में डूब चुकी है। जरा सोचिए जहां नौबत लोगों के खुद के भागने की हो वहां ये लोग देश बचाओ, बीजेपी भगाओ रैली में कैसे शामिल हो सकते हैं ? भारतीय जनता पार्टी लालू यादव से ये अपील कर सियासी दांव भी चल चुकी है कि बिहार में बाढ़ के हालात को देखते हुए आरजेडी की रैली को पोस्टपोंड कर देना चाहिए। लेकिन, लालू ने बीजेपी की अपील को ठुकराकर एक बार फिर अपने ही पैर पर कुल्हाड़ी मार ली है। बिहार की जनता जब लालू यादव से पूछेगी कि जिस वक्त हम बाढ़ में डूब रहे थे उस वक्त आप अपनी रैली की तैयारियों के लिए गांधी मैैदान को चमका रहे थे तब शायद उनके पास कोई जवाब नहीं होगा।
आरजेडी के नेता जनता के सामने ये दलील पेश कर सकते हैं कि हमने विधानसभा के भीतर बाढ़ की विभीषिका पर चर्चा करने के लिए हंगामा किया था। लेकिन, मेरे दोस्त इस वक्त बिहार में बाढ़ ग्रस्त इलाकों में जूझ रही जनता को हंगामे की नहीं बल्कि मदद की जरुरत है। मरहम की जरुरत है। जिसे लगाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 26 अगस्त को बिहार पहुंच रहे हैं। जबकि लालू का पूरा फोकस गांधी मैदान और वहां पर जुटने वाली भीड़ पर होगा। हो सकता है कि लालू यादव यहां पर भीड़ जुटाने में कामयाब भी हो जाएं। लेकिन, कम से कम मुझे तो ऐसा लगता है लालू के इन हमलों से बिहार की जनता पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मरहम का असर ज्यादा होगा। कहीं मोदी का ये दौरा लालू यादव की रैली की पूरी तरह ही बैंड ना बजा दे।