‘मोदी मैजिक’ को शशि थरूर का सलाम, क्या सोनिया गांधी एक्शन लेंगी ?
डोकलाम विवाद पर भारत की जीत पर शशि थरूर ने पीएम मोदी का तारीफ की है, क्या उन्होंने मोदी की तारीफ करके कांग्रेसी नेताओं की भावनाएं आहत नहीं की है।
New Delhi, Aug 30: कहा जाता है कि गांधी परिवार के सदस्यों को ये बिलकुल पसंंद नहीं है कि कांग्रेस का कोई नेता मोदी की तारीफ करे। कई बार कांग्रेस के नेताओं को इस मुद्दे पर फटकार लग चुकी है। जनता भी ये सब देखती है। कांग्रेस के नेता भी क्या करें, मोदी कोई न कोई ऐसा काम कर ही देते हैं जिसकी तारीफ पूरा देश करता है। ऐसे में अब अगर मोदी की तारीफ न करें तो क्या करें। शशि थरूर को ही ले लीजिए, ये पहले भी कई बार मोदी का तीरफ करके कांग्रेस आलाकमान की फटकार खा चुके हैं। डोकलाम विवाद पर जिस तरह से चीन को पीछे हटना पड़ा वो भारत की बड़ी कूटनीतिक जीत है। थरूर ने इस जीत पर बधाई दी है, थरूर ने मोदी की लीडरशिप को सराहा है।
कांग्रेस को इस बात से भी मिर्ची लग सकती है। डोकलाम विवाद पर चीन के पीछे हटनेे पर शशि थरूर ने बधाई देते हुए कहा कि इस पूरे मामले में मजबूती के साथ अपना पक्ष रखने के लिए विदेश मंत्रालय को बधाई। थरूर ने कहा कि मंत्रालय में काम करने वाले प्रोफेशनल कर्मचारियों और पीएम मोदी की लीडरशिप को इसका श्रेय मिलना चाहिए। पूरे देश को इनकी तारीफ करनी चाहिए। थरूर के इस बयान से कांग्रेस आलाकमान खफा हो सकता है। मोदी की तारीफ, वो भी खुलेआम करके थरूर ने कांग्रेस के न जाने कितने नेताओं की भावनाओं को आहत कर दिया होगा। अब क्या सोनिया मैडम थरूर के खिलाफ एक्शन लेंगी।
ससमझने वाली बात ये है कि थरूर खुद भी डिप्लोमैट रह चुके हैं। वो विदेश नीति की बारीकियों को अच्छे से समझते हैं। ऐसे में अगर वो तारीफ कर रहे हैं तो समझा जा सकता है कि ये कितनी बड़ी जीत है। थरूर ने कहा कि डोकलाम में पहले जैसी स्थिति कायम करने के लिए मोदी सरकार की तारीफ सभी को करनी चाहिए। मोदी की लीडरशिप में सरकार ने मजबूती से भारत का पक्ष रखा। देश के लिए सोचने वाले हर शख्स को विदेश मंत्रालय, मोदी सरकार की तारीफ करनी चाहिए। अब थरूर के इस बयान के मुताबिक देश के लिए सोचने वाले हर शख्स को सरकार की तारीफ करनी चाहिए। लेकिन क्या कांग्रेस के दूसरे नेता मोदी की तारीफ करेंगे।
शशि थरूर ने इस बयान के जरिए एक लाइन खींच दी है, डोकलाम विवाद पर भारत की जीत पर जो सरकार की तारीफ ना करें वो देश के लिए नहीं सोचता है। थरूर के बयान से यही संकेत मिल रहा है। अब अगर कांग्रेस के दूसरे बड़े नेता मोदी सरकार की तारीफ न करें तो इसका मतलब है कि वो देश के लिए नहीं सोचते हैं। खैर इन चक्करों में नहीं पड़ते हैं। सवाल ये है कि क्या कांग्रेस आलाकमान थरूर के खिलाफ इस तरह से कांग्रेसी नेताओं की भावनाओं को आहत करने के लिए एक्शन लेगा। मोदी की तारीफ खुले मंच से करना कांग्रेस के नेताओं की भावनाओं को आहत करने जैसा है। सर्जिकल स्ट्राइक के समय मेें जिस तरह से सरकार की तारीफ के बजाय सवाल कांग्रेस ने खड़े किए थे, वैसा फिर से हो सकता है।