‘अग्निपथ’ पर योगी आदित्यनाथ, ‘कर्जमाफी के मजाक’ का ये सच जान लीजिए !

उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ के सबसे बड़े चुनावी वादे यानी किसानों की कर्जमाफी को लेकर कई सवाल उठाए जा रहे हैं। जरा सच जान लीजिए

New Delhi, Sep 15 : कहते हैं कि किसी बात पर फैसला लेने का वक्त तब सामने आता है, जब आप उसके सभी तथ्यों और बातों से अवगत हो चुके हैं। जब तमाम तथ्यों और जानकारी के साथ आपको ये समझ में आ जाए कि ये सही है या गलत, भी आपको उस पर सवाल उठाने चाहिए। ये सब बातें हम इसलिए कह रहे हैं, क्योंकि हाल ही में यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ के सबसे बड़े वादे को लेकर कई सवाल उठाए जा रहे हैं। वो वादा था किसानों की कर्जमाफी का। कहा गया है कि यूपी के कुछ किसानों के हाथ में महज 19 पैसे का चेक थमाया गया है। हाला ही में इटावा से एक खबर आई थी कि एक स्वतंत्रता सेनानी के परिवार को महज 50 पैसे का कर्ज माफ हुआ है।

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इसके अलावा एक और किसान का महज 19 पैसे का कर्ज माफ किया गया है। इसे लेकर किसान गुस्साए हुए हैं। इसके बाद भी सरकार इसे नियम आधारित ही बता रही है। आखिर क्यों ? पहले इस बारे में जानना बेहद जरूरी है। खबर आई थी कि राज्य सरकार ने किसानों का 80 हजार से लेकर 1 लाख रुपये तक का कर्ज माफ किया है। एक्सपर्ट्स कहते हैं कि किसान और सरकार दोनों अपनी जगह एकदम सही हैं। एक एक्सपर्ट कहते हैं कि आपको इसे दूसरी तरह से लेना होगा। माना किसी किसान पर 80 हजार रुपये का कर्ज था। सालभर में ब्याज मान लीजिए कि 80,000.19 रुपये हुआ। सरकार ने किसान के 80 हजार रुपये माफ कर दिए।

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किसान जब पैसे चुकाने के लिए बैंक पहुंचा तो उसने 80,000 रुपये जमा कराए। बाकी बचे 19 पैसे उसने नहीं दिए और वो बैंक में रह गए। सरकार ने वो माफ कर दिया। ऐसा नहीं है कि ये हर किसान के साथ हुआ है। एक आंकड़ा कहता है कि उत्तर प्रदेश में 11.90 लाख किसानों को ऋणमाफी सर्टिफिकेट दिया गया है। इसके लिए योगी सरकार ने 7,317 करोड़ रुपये चुकाए हैं। करीब 11.25 लाख किसान ऐसे हैं, जिनका 1 लाख रुपये तक का कर्ज माफ किया गया है। इस बीच नियम ये कहता है कि कर्ज उन्ही किसानों का माफ होगा, जिन्होंने 31 मार्च, 2016 तक फसली ऋण लिया हो और फाइनेंशियल ईयर 2016-17 में भुगतान कर दिया हो।

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हालांकि ऐसी नहीं है कि हर किसान को फायदा मिला है। कुछ किसानों में अभी संशय की स्थिति है, जिनका 1 हजार रुपये तक का कर्ज माफ हुआ है। अगर किसी किसान ने 80 हजार का कर्ज़ लिया और 31 मार्च, 2016 से पहले 79 हजार रुपये जमा कराए, ऐसे किसान का मात्र 1000 रुपये का कर्ज माफ हुआ है। यानि तय नियमों के मुताबिक उस किसान का सिर्फ 1 हजार रुपये का कर्ज था। योगी आदित्यनाथ ने इस बारे में एक और बात बताई है कि सभी किसानों का कर्ज माफ हुआ है, लेकिन पहले फेज में 7371 करोड़ की रकम 11.93224 लाख किसानों के खातों में पहुंची है। अभी दूसरे फेज का भी काम होगा और उसके बाद पता चलेगा कि कितने किसानों को राहत मिली है।