‘घटिया राजनीति’ के शहंशाह हैं कांग्रेस के वरिष्‍ठ नेता दिग्विजय सिंह, क्‍या नाम दें इन्‍हें ?

कांग्रेस पार्टी के नेता दिग्विजय सिंह हमेशा से विवादों में ही रहते हैं। उन्‍हें घटिया राजनीति का शहंशाह माना जाता है। यही उनकी यूएसपी भी है।

New Delhi Sep 28 : कांग्रेस के वरिष्‍ठ नेता दिग्विजय सिंह की जितनी तारीफ की जाए कम हैं। मेरे ‘कटाक्ष’ का मतलब तो आप समझ ही रहें होंगे। संसदीय भाषा में उन्‍हें क्‍या उपनाम दिया जाए मेरी समझ में नहीं आ रहा है। अगर आपकी समझ में आता है तो जरुर बताएगा। जिस तरह से राजनीति में दो दलों की विचारधाराएं एक जैसी नहीं होती हैं उसी तरह से हम भी सौ फीसदी दिग्विजय सिंह की विचारधारा के विरोधी हैं। देश में लोकतंत्र है। लोकतंत्र के नाम पर जब दिग्विजय सिंह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनके करोड़ों समर्थकों को गाली तक दे सकते हैं तो हम तो सिर्फ लोगों से संसदीय भाषा में उनका उपनाम पूछ रहे हैं। हम जानना चाहते हैं कि संसदीय भाषा में दिग्विजय सिंह के उपनाम पर कहां तक खोज की जा सकती है।

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बहरहाल हम तो नेता जी को घटिया राजनीति का शहंशाह ही कहेंगे। जिनकी नियत सिर्फ ये है कि फूट डालो और राज करो। जो ये जनाब आज तक करते आए हैं। दिग्विजय सिंह देश के ऐसे इकलौते नेता हैं जो देश की सुरक्षा के मामले में भी हिंदू-मुस्लिम करने से नहीं कतराते हैं। नेता जी जाकिर नाइक को गले लगा चुके हैं। अलकायदा के मुखिया ओसामा बिन लादेन को ओसामा जी कहते हैं। भारत के मोस्‍ट वांटेड आतंकवादी और पाकिस्‍तानी आतंकी संगठन लश्‍कर-ए-तैयबा का संस्‍थापक हाफिज सईद, दिग्विजय सिंह के लिए हाफिज साहब बन जाता है। बटला हाउस एनकाउंटर इन्‍हें फर्जी लगता है। मध्‍यप्रदेश में जेल तोड़कर भागने वाले सिमी के आतंकियों के एनकाउंटर में भी इन्‍हें खोट नजर आती है।

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यहां तक की लखनऊ में आईएसआईएस के संदिग्‍ध आतंकी की मौत पर भी नेता जी आंसू बहाना नहीं भूलते हैं। ना जाने क्‍यों इन्‍होंने अब तक अपना धर्म परिवर्तन नहीं कराया है। बहरहाल, आप सोच रहे होंगे कि आज अचानक ये निशाने पर क्‍यों हैं। तो इसकी भी खास वजह है। कांग्रेस के वरिष्‍ठ नेता श्रीश्री दिग्विजय सिंह अब वरूण गांधी को बीजेपी के खिलाफ भड़काना चाहते हैं। कहते हैं वो गांधी-नेहरू के वंशज हैं इसलिए बीजेपी में मिसफिट हैं। दिग्विजय सिंह दावा करते हैं कि वरूण गांधी आज भी गांधी और नेहरू जैसी ही विचारधारा रखते हैं। लेकिन, हैं भारतीय जनता पार्टी में। दिग्विजय सिंह का ये बयान वरूण गांधी के रोहिंग्‍या मुसलमानों कोे दिए बयान पर सामने आया है।

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इस बयान को लेकर अब वो वरूण गांधी में बीजेपी के खिलाफ ही जहर घोलना चाहते हैं। बहरहाल, आप जिस काम में माहिर हैं वो ही काम आप कर पाएंगे। लेकिन, दिग्विजय सिंह जी आपसे एक सीधा सा सवाल है कि जिस वरूण गांधी में आपको गांधी और नेहरू की छवि दिखाई पड़ती है उस बच्‍चे और उनकी मां के साथ संजय गांधी के गुजर जाने के बाद क्‍या हुआ था जरा ये भी जनता को बता देते तो बेहतर होता। लोग भी ये जानना चाहेंगे कि जिस बच्‍चे पर आज आपको तरस और प्‍यार आ रहा है आखिर उसकी मां ने सालों पहले कांग्रेस और इंदिरा गांधी के परिवार से अलग होने का फैसला क्‍यों लिया था ? आप तो खुद तमाम बातों के गवाह हैं। फिर राज क्‍यों नहीं खोलते। आप कभी ये राज नहीं खोल सकते क्‍योंकि इससे ना जाने कितने लोग बेनकाब होंगे। आप कभी भी जोड़ने की राजनीति नहीं कर सकते हैं। आपका यकीन ही सिर्फ घटिया राजनीति में है। इसीलिए आपको घटिया राजनीति का शहंशाह कहा जाता है सर जी।