इनकम टैक्‍स के खिलाफ कर्नाटक में कांग्रेस का ऑपरेशन ‘बदला’ !

कर्नाटक की कांग्रेस सरकार ने केंद्र की मोदी सरकार से बदला लेने के लिए एक ऑपरेशन की तैयारी की थी। जिसे आप आपॅरेशन ‘बदला’ भी कह सकते हैं।

New Delhi Oct 06 : आपको ध्‍यान को होगा जिस वक्‍त गुजरात में राज्‍यसभा के चुनाव होने थे उस वक्‍त गुजरात से लेकर दिल्‍ली तक की राजनीति गरम थी। कांग्रेस के चाणक्‍य और पार्टी अध्‍यक्ष सोनिया गांधी के राजनैतिक सलाहकार अहमद पटेल चुनाव मैदान में थे। गुजरात कांग्रेस में बगावत की आग सुलग रही थी। बीजेपी ने कांग्रेस नेता को ही अहमद पटेल के सामने चुनाव मैदान में उतार दिया था। अहमद पटेल के सिर पर हार का भूत मंडरा रहा था। चुनाव जीतने के लिए साम, दाम, दंड भेद का इस्‍‍तेमाल किया जा रहा था। गुजरात कांग्रेस के विधायकों को कर्नाटक सरकार की निगरानी में बंगलुरु के रिसॉर्ट में ठहरा दिया गया था। ताकि उन्‍हें कोई तोड़ ना सके। इसी दौरान इनकम टैक्‍स के अफसरों ने कांग्रेस के कुछ नेताओं के ठिकानों पर छापेमारी की थी। इसी का बदला लेने के लिए कर्नाटक की कांग्रेस सरकार ने ऑपरेशन ‘बदला’ तैयार किया था।  

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उस दौरान इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने कर्नाटक में कांग्रेस के नेताओं के अलावा कुछ मंत्रियों के घरों पर भी रेड की थी। लेकिन, अब इसको लेकर कुछ चौंकाने वाले खुलासे मीडिया में सामने आए हैं। दरअसल, इनकम टैक्‍स के डीजी ने कर्नाटक के डीजी और आईजीपी आरके दत्‍त को एक लिखा है। इस खत में लिखा है कि स्टेट एजेंसी एसीबी यानी एंटी करप्शन ब्यूरो ने इनकम टैक्‍स के उन अफसरों के घर पर छापेमारी की तैयारी की थी जिन्‍होंने कांग्रेस के नेताओं और मंत्रियों के घरों पर रेड की थी। इस खत में सवाल उठाए गए हैं कि क्‍या एसीबी को इनकम टैक्‍स के अफसरों के खिलाफ छापे की कार्रवाई करनी चाहिए और क्‍या इसके लिए उसके पास पर्याप्‍त अधिकार हैं। असल बात ये है कि ऑपरेशन ‘बदला’ विशुद्ध राजनैतिक बदले की भावना से तैयार किया गया प्‍लान था।

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दरसअल, ऑपरेशन ‘बदला’ की तैयारी ही इनकम टैक्‍स के उस छापे के बाद की गई थी जिसमें राज्य के ऊर्जा मंत्री डीके शिवकुमार इसके दायरे में आ गए थे। कर्नाटक में ऑपरेशन ‘बदला’ का खेल कैसे खराब हुआ जरा ये भी समझ लीजिए। हुआ दरअसल यूं कि इनकम टैक्स अफसरों को इंटेलिजेंस ब्यूरो की ओर से कुछ इस तरह के इनपुट्स मिल गए थे कि कर्नाटक की एसीबी इनकम टैक्‍स अफसरों के खिलाफ छापेमारी की तैयारी कर रही है। जिसके आधार पर आरके दत्‍ता को चिट्ठी लिखकर सवाल खड़े किए गए। मसले को और आसानी से समझने के लिए एेसे समझिए कि एसीबी राज्‍य सरकार के अधीन काम करती है। जबकि इनकम टैक्‍स केंद्रीय एजेंसी है। जो केंद्र सरकार के अधीन है।

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कर्नाटक सरकार को लग सकता है कि राज्‍यसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस नेताओं और मंत्रियों के घर पर इनकम टैक्‍स का छापा केंद्र सरकार और बीजेपी की साजिश हो। शायद इसीलिए ऑपरेशन ‘बदला’ तैयार किया गया। ऐसे में सवाल ये भी उठ रहा है क‍ि क्‍या सरकारें इस तरह की जांच एजेंसियों का इस्‍तेमाल अपने राजनैतिक नफा-नुकसान के लिए भी करती हैं। कर्नाटक में इस वक्‍त कांग्रेस की सरकार है। सिद्धारमैया यहां के मुख्‍यमंत्री हैं। जबकि केंद्र में बीजेपी सरकार है। झगड़े को आसानी से समझा जा सकता है। हालांकि कर्नाटक सरकार की ऑपरेशन ‘बदला’ पर सफाई भी आ गई है। उसका कहना है कि इस मामले में हमारा कोई लेना-देना नहीं है और ना ही इस संबंध में एसीबी के साथ उसकी कोई मीटिंग हुई। तो फिर रेड की प्‍लॉनिंग और तैयारी किसने की। किस सूचना के आधार पर की गई। जवाब तो इन सवालों के भी देने होंगे।