डोनाल्ड ट्रम्प आ गए आर-पार के मूड में, पढ़ लो ‘अंकल सैम’ का ताजा कारनामा
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प अब आर पार का मन बना चुके हैं। वो उत्तर कोरिया के खिलाफ एक्शन लेने के लिए टॉप मिलिट्री एडवाइजर्स के साथ बैठक कर चुके हैं।
New Delhi, Oct 11: ये मामला कुछ अलग ही है, एक तरफ दुनिया का सबसे पुराना लोकतंत्र है तो दूसरी तरफ दुनिया केे दुष्ट देशों में सबसे ऊपर खड़ा देश है। इन दोनों देशों के बीच वर्ड वार खत्म नहीं हो रहा है। बयान भी ऐसे ऐसे दिए जा रहे हैं कि अब हमला हुआ कि तब हमला हुआ। उत्तर कोरिया पर नकेल कसने की अमेरिका की सारी कोशिशें नाकाम साबित होती दिख रही हैं। तानाशाह किम जोंग लगता है कि कुछ समझने को तैयार नहीं है। वहीं डोनाल्ड ट्रम्प अंकल ने भी अब ठान लिया है कि आर या पार हो कर रहेगा। वो इसकी तैयारी भी कर रहे हैं। कुछ दिन पहले ही अमेरिकी बमवर्षक विमान उत्तर कोरिया के पेनिसुला इलाके के ऊपर उड़े थे। अब खुद ट्रम्प चाचा उत्तर कोरिया और दक्षिण कोरिया के बीच नो मैन्स लैंड का दौरा करने वाले हैं।
ये खबर संकेत दे रही है कि ट्रम्प चाचा ने आर पार का मन बना लिया है। जब बातों से कोई नहीं मान रहा है तो वो कर भी क्या सकते हैं। आखिर अमेरिका के ऊपर पूरी दुनिया की सुरक्षा की जिम्मेदारी जो है। वो अपनी जिम्मेदारी इराक में निभा चुका है, अफगानिस्तान में निभा चुका है। अब बारी उत्तर कोरिया की है। इसके लिए ट्रम्प ने टॉप मिलिट्री एडवाइजर्स से मुलाकात की है। इस मुलाकात के दौरान इस बात पर चर्चा की गई कि उत्तर कोरिया के खिलाफ किस तरह से एक्शन लिया जाए। क्या किया जाए जिस से तानाशाह को समझ आए कि वो विनाश के रास्ते पर चल रहा है।
दरअसल डोनाल्ड ट्रम्प की चिंता ये है कि उत्तर कोरिया प्रतिबंधों के बाद भी परमाणु कार्यक्रम और मिसाइल कार्यक्रम जारी रखे हुए है। वो लगातार मिसाइल टेस्ट कर रहा है। फरवरी से लेकर अब तक उत्तर कोरिया ने लगभग 15 टेस्ट में 22 मिसाइलें फेंक चुका है। इनमें से कई तो जापान के ऊपर से होकर गुजरी हैं। तानाशाह अमेरिका को गुआम द्वीप पर हमला करने की भी धमकी दे रहा है। गुआम में अमेरिकी सैन्य बेस है। अगर वहां पर हमला किया जाता है तो अमेरिका को नुकसान होो सकता है। इन्ही सबको लेकर अब ट्रम्प ने ठान लिया है कि जो होगा वो देखा जाएगा, उत्तर कोरिया को सबक सिखाना जरूरी हो गया है।
बता दें कि अमेरिकी राष्ट्रपति जल्दी ही एशिया की यात्रा पर जाने वाले हैं। इस दौरान वो जापान, चीन, वियतनाम और फिलीपींस जाएंगे। इस से पहले ट्रम्प अपनी ताकत दिखा रहे हैं। अमेरिकी बमवर्षक जहाजों ने उड़ान भर कर ये दिखाया है कि उत्तर कोरिया को मिनटों में तबाह कर सकते हैं। संयुक्त राष्ट्र में अपने संबोधन के दौरान भी ट्रम्प ने इसी तरह का रुख दिखाया था। अब इंतजार इस बात का है कि कब ट्रम्प कोई बड़ा एक्शन लेते हैं। वैसे देखा जाए तो उत्तर कोरिया को लेकर भी अमेरिका उसी तरह का रुख दिखा रहा है जैसा इराक मामले में दिखाया था। समझने वालों के लिए इतना इशारा काफी है।