दिवाली पर नरेंद्र मोदी ने फिर जीत लिया सवा सौ करोड़ देशवासियों का दिल
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हर साल की तरह इस बार भी अपनी दिवाली भारतीय सेना के जवानों के साथ ही मनाई। वो भी पाकिस्तान बार्डर पर।
New Delhi Oct 19 : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक बार फिर सवा सौ करोड़ देशवासियों का दिल जीत लिया है। उन्होंने हर बार की तरह इस बार भी अपनी दिवाली भारतीय सेना के जवानों के साथ ही मनाई। वो भी पाकिस्तान बार्डर पर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुरूवार को भारतीय सेना के जवानों के साथ दिवाली मनाने के लिए जम्मू-कश्मीर के गुरेज सेक्टर पहुंचे। ये वो इलाका है जहां पाकिस्तान की ओर से सबसे ज्यादा सीजफायर का उल्लंघन होता है। इसके साथ ही हर पल आतंकी घुसपैठ की फिराक में रहते हैं। यहां की सीमा पर तैनात जवान अपनी जान की परवाह किए बिना देश की हिफाजत करते हैं। जरा सोचिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ बिताए पल क्या जीवन भर यहां के जवान भूल पाएंगे।
मुझे ये बात कहने में कतई संकोच नहीं है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राजनीति से इतर जवानों के साथ त्यौहार मनाने की नई परंपरा की शुरुआत की है। ऐसा नहीं है कि पहले की सरकारें ऐसा नहीं करती थीं। लेकिन, कोई प्रधानमंत्री दिवाली के दिन या होली के दिन जवानों के बीच जाकर त्योहार मनाए कम से कम मुझे तो याद नहीं पड़ता है। कई सरकारें आईं और चली गईं। कई नेता प्रधानमंत्री बने और भूतपूर्व हो गए। लेकिन, बार्डर पर भारतीय सेना के साथ दिवाली मनाने वाले नरेंद्र मोदी शायद देश के पहले प्रधानमंत्री ही होंगे। हो सकता है कि हमारा दावा गलत हो। इतिहास के किसी पन्ने में इससे जुड़ा तथ्य भी कहीं छिपा हो। लेकिन, कम से कम अब तक तो ये तथ्य सामने नहीं आया है।
अब जरा सोचिए कि जो जवान हर वक्त संगीनों के साए में रहते हों। जहां हर वक्त बम और मोर्टार के धमाके सुनाई देते हों, हम और आप अपने शहर में महफूज होकर दिवाली का जश्न मना सकें इसके लिए वो पाकिस्तान के गोलों को बर्दास्त करते हों अगर ऐसे जवानों का सामना दिवाली के दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से हो जाए तो उसका हौंसला जाहिर तौर पर सातवें आसमान पर पहुंच जाएगा। भारतीय सेना का मनोबल बढ़ेगा। सिर्फ प्रधानमंत्री ही क्यों बाकी नेताओं को भी कुछ इसी तरह का काम करना चाहिए। लेकिन, उन्हें तो शायद इसमें भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कोई राजनीति नजर आती हो। बहरहाल, कहने वालों का मुंह आज तक कोई नहीं रोक पाया है। लेकिन, हकीकत ये है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक बार फिर जवानों के साथ दिवाली मनाकर सवा सौ करोड़ देशवासियों का दिल जीत लिया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत और केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान और आरके सिंह भी गुरेज सेक्टर पहुंचे थे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का ये लगातार चौथा साल है जब वाे सीमा पर तैनात जवानों के साथ दिवाली का जश्न मना रहे हैं। पहली बार जब मोदी प्रधानमंत्री बने थे तब वो साल 2014 में सियाचीन गए थे और दुनिया की सबसे ऊंची बैटल फील्ड पर तैनात जवानों के साथ दिवाली का जश्न मनाया था। 2015 में वो डोगराई वार मेमोरियल पर उन्होंने सैनिकों के साथ दिवाली का त्योहार मनाया था। पिछले साल यानी साल 2016 में वो हिमाचल प्रदेश के किन्नौर में चीन सीमा पर तैनात ITBP के जवानों के साथ थे। ये राजनीति नहीं देशभक्ति का जज्बा है। भारतीय सेना के प्रति सम्मान और सैनिकों के प्रति प्यार है। वो पूरा देश उनके साथ है।