गुजरात चुनाव के दंगल में भी कूदेंगे केजरीवाल, खाएंगे ‘खीर’ या फैलाएंगे ‘रायता’ ?

गुजरात चुनाव में आम आदमी पार्टी भी पहली बार अपनी किस्‍मत आजमाएगी। हालांकि इससे पहले केजरीवाल यहां चुनाव लड़ने के मूड में नहीं थे।

New Delhi Oct 20 : अब तक गुजरात विधानसभा चुनाव की तारीखों का एलान नहीं हुआ है। लेकिन, सभी दलों ने गुजरात चुनाव के लिए अपनी-अपनी कमर कस ली है। आम आदमी पार्टी ने भी एलान कर दिया है कि वो इस बार के विधानसभा चुनाव में हिस्‍सा लेगी। यानी केजरीवाल मन बना चुके हैं कि वो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को उनके ही गढ़ में चुनौती देंगे। आम आदमी पार्टी के नेताओं ने गुजरात में अभी से डेरा डाला हुआ है। केजरीवाल ने गोपाल राय को गुजरात का प्रभारी बनाया हुआ है। गोपाल राय ने इस बात का एलान किया कि आम आदमी पार्टी गुजरात चुनाव में 150 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। गुजरात में विधानसभा की कुल 182 सीटें हैं। 32 सीटों पर वो क्‍यों चुनाव नहीं लड़ रही है इसका कारण अब तक पार्टी की ओर से नहीं बताया गया है।

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बहरहाल, आम आदमी पार्टी की चुनावी तैयारियां जोरो पर हैं। जाहिर है कि केजरीवाल को ये उम्‍मीद होगी कि वो गुजरात में भी दिल्‍ली जैसा प्रदर्शन कर सकते हैं और वहां पर भी अपनी सरकार बना सकते हैं। अगर सरकार नहीं बना पाए तो कम से कम राजनैतिक रायता तो फैला ही सकते हैं। हालांकि ये केजरीवाल अपनी उम्‍मीद और रायते को लेकर पंजाब और गोवा के इलेक्‍शन में भी गए थे। लेकिन, वहां उनका क्‍या हर्ष हुआ सभी ने देखा। इसके बाद ही ये बातें सामने आई थीं कि केजरीवाल अपनी पार्टी को गुजरात चुनाव में नहीं उतारेंगे। लेकिन, अब फैसला बदल गया है। आम आदमी पार्टी गुजरात चुनाव में ना सिर्फ हिस्‍सा लेगी बल्कि 150 सीटों पर अपने उम्‍मीदवार भी उतारेगी।

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पंजाब और गोवा चुनाव के ज्‍यादा दिन नहीं बीते हैं। इसी साल मार्च में ही नतीजे सामने आए थे। इन चुनावों में केजरीवाल ने अपनी दिल्‍ली की पूरी टीम को विधानसभा चुनावों में झोंक दिया था। उस वक्‍त दिल्‍ली सरकार राम भरोसे ही चल रही थी। हो सकता है कि गुजरात चुनाव में भी कुछ ऐसा ही देखने को मिले। पंजाब चुनाव में पहली बार हिस्‍सा लेने वाली आम आदमी पार्टी को कुल 23.7 फीसद वोट मिले थे। 117 में से 20 सीटों पर जीत भी हासिल की थी। पहली बार के हिसाब से यहां पर आम आदमी पार्टी का प्रदर्शन बहुत बुरा नहीं था। लेकिन, वहीं गोवा में केजरीवाल की पार्टी अपना खाता तक नहीं खोल पाई थी। आम आदमी पार्टी 40 में से एक भी सीट पर जीत दर्ज नहीं करा पाई थी।

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केजरीवाल की पार्टी को गोवा इलेक्‍शन में महज 6.3 फीसद वोट ही मिले थे। इस करारी हार के बाद ही गुजरात की ईकाई ने ये कह दिया था कि आम आदमी पार्टी गुजरात विधानसभा में इस बार हिस्‍सा लेने के लिए तैयार नहीं हैं। लेकिन, पता नहीं इन सात महीनों में ऐसा क्‍या हो गया कि आम आदमी पार्टी को लगने लगा है कि वो गुजरात चुनाव में 150 सीटों पर चुनाव लड़कर अपनी सरकार बना सकती है। बुरा मत मानिएगा लेकिन, हमें तो ये सिर्फ केजरीवाल की रायता पॉलिटिक्‍स की नजर आ रही है। गुजरात बड़ा प्रदेश है। जब आम आदमी गोवा और पंजाब जैसे छोटे राज्‍यों में कुछ नहीं कर पाई तो गुजरात में कैसे चमत्‍कार कर सकती है ? इंतजार कीजिए केजरीवाल की रायता पॉलिटिक्‍स और देखिए वो गुजरात चुनाव में खीर खाते हैं या फिर रायता ही फैलाते हैं।