सत्ता पर निगाहें, मोदी पर निशाना और फंस गए अखिलेश यादव !
उत्तर प्रदेश के पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने पीएम मोदी पर निशाना क्या साधा कि ट्विटर पर ही लोग उन्हें समझदारी का पाठ पढ़ाने लग गए। पढ़िए ये खबर
New Delhi, Oct 23 : अखिलेश यादव के बारे में तो आप जानते ही होंगे। अपने परिवार के विवादों में अभी वो अबर भी नहीं पाए हैं कि उन पर ही एक और मुसीबत आ खड़ी हुई है। दरअसल अखिलेश मे गोरखपुर में बीआरडी मेडिकल कॉलेज से जुड़ी एक खबर को ट्वीट कर दिया। इसके साथ ही उन्होंने यूपी की पूर्व सरकार यानी अपनी ही सरकार को कठघरे में ला खड़ा कर दिया। दरअसल अखिलेश ने कुछ आंकड़े बीआरडी मेडिकल कॉलेज को लेकर पेश किए थे। दरअसल अखिलेश ने जो खबर ट्वीट की थी, उसमें कई पुराने आंकड़े भी दिए गए थे। शायद उन आंकड़ों पर अखिलेश की नजर नहीं गई।
ये रिपोर्ट बताती है कि इस साल जनवरी से लेकर सितंबर तक बीआरडी मेडिकल कॉलेज में 1718 बच्चों की मौत हो गई। ये ही रिपोर्ट ये भी बताती है कि बीते तीन सालों में ये आंकड़ा और भी ज्यादा रहा है। साल 2014 में यहां 4391 मौतें हुई। इसके बाद साल 2015 में यहां 5236 मौत हुई और साल 2016 में 4359 बच्चों की मौत हुई। ये आंकड़ा गवाही देता है कि अखिलेश राज में और भी बदतर हालात रहे हैं। जैसे ही अखिलेश ने इस खबर को ट्वीट किया तो लोगों ने उन्हें पुराने आंकड़े दिखाना भी शुरू कर दिया। ट्विटर यूजर्स ने कहा कि एक बार इस खबर को सही ढंग से पढ़ लीजिए क्योंकि अखिलेश राज में ज्यादा मौत हुई हैं।
इसके अलावा कुछ यूजर्स तो अखिलेश को सैफई महोत्सव के दौरान किये गए खर्च की याद दिलाने लगे। कुछ ट्विटर यूजर्स का कहना है कि जो बच्चे साल 2014, 2015 और 2016 में मरे हैं, पहले उनकी जिम्मेदारी लीजिए। कुछ लोगों को कहना है कि ये ट्वीट कर अखिलेश ने अपनी सरकार की 5 साल की नाकामियों का खाका भी पेश किया है। बीआरडी हॉस्पिटल में इनसेफलाइटिस से बच्चों की मौत हुई थी। इस वजह से कुछ ट्विटर यूजर्स ने लिखा है कि 300 करोड़ सैफइ महोत्सव में बॉलीवुड हिरोइन को बुलाने में खर्च किए गए। इसकी जगह अगर इस बीमारी का इलाज ढूढ़ते तो आज सत्ता सपा के हाथ में होती।
अखिलेश के ट्वीट के बाद बीजेपी भी मुखर हो गई और उन पर निशाना साधवने लगी। यूपी बीजेपी प्रवक्ता शलभमणि त्रिपाठी ने भी ट्वीट किया और अखिलेश पर निशाना साधा। उन्होंने लिखा कि ‘आंकड़े एक बार ठीक से देखिए, सरकारी ख़र्चे पर सैफई में कलाकार किसने नचाए,ये दुनिया जानती है,ये पैसे दवाओं पर ख़र्च होते तो आज हालात ये ना होते।’ कुल मिलाकर अपने ही ट्वीट में अखिलेश ने अपनी ही सरकार की नाकामियों को उजागर कर दिया है। मोदी पर निशाना साधने के चक्कर में अखिलेश यादव शायद पूरी खबर पढ़ना ही भूल गए। ऐसे में ये मामला और क्या राजनीतिक रंग लेता है, आगे देखना होगा।