MP गजब है : IAS की तैयारी करने वाली छात्रा से सामूहिक दुष्कर्म, परिजनों को टहलाती रही पुलिस

डरी सहमी लड़की को रेलवे लाइन के किनारे झाड़ियों में ले जाकर उसके साथ दुष्‍कर्म किया गया। पीड़िता ने बताया कि बदमाश तो उसे मार ही डालना चाहते थे

New Delhi Nov 03 : मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में IAS की तैयारी करने वाली होनहार छात्रा के साथ सामूहिक दुष्कर्म की सनसनीखेज वारदात हुई। पीड़िता के पिता रेलवे पुलिस में सब इंस्पेक्टर हैं। घटना के बाद सदमे में परिवार विभिन्न थानों के चक्कर लगाता रहा, और कार्यक्षेत्र के नाम पर इन्हें टहलाया जाता रहा। जानकारी के मुताबिक पीड़ित छात्रा RPF सब इंस्पेक्टर की बेटी है और वह न्यू जीआरपी कॉलोनी में रहती है।घटना के बारे में बताया जाता है कि छात्रा कोचिंग से लौट रही थी की तभी 4 लड़कों ने हबीबगंज स्टेशन के पास उसे घेर लिया। डरी सहमी लड़की को रेलवे लाइन के किनारे झाड़ियों में ले जाकर उसके साथ दुष्‍कर्म किया गया। पीड़िता ने बताया कि बदमाश तो उसे मार ही डालना चाहते थे, कि उन्हीं में से एक ने छोड़ देने के लिए कहा।

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इस तरह उसकी जान तो बच गई, लेकिन दिल पर गहरे जख्म बाकी हैं। बच्ची के कपडे फाड़ दिए गए , चार से ज्यादा लोग घंटों उसके साथ दुष्‍कर्म करते रहे . कोई मदद को नहीं आया. सबसे शर्मनाक तो यह है कि पुलिस का नीच और बर्बर चेहरा सामने आया . उससे दुखद यह है कि इतनी बड़ी घटना के बाद भी समाज सड़कों पर नहीं आया, या तो हम अपने साठ ऐसा अपराध होने का इंतज़ार करते है या हमारी संवेदनाएं हिजडा हो गयी हैं .घर पहुंचकर पीड़िता ने जब परिवार वालों को हादसे की जानकारी दी तो जिम्मेदार पुलिस अधिकारी के परिजनों ने तत्काल थाने का रुख किया। शर्मनाक ये कि वर्दी वालों ने वर्दी वाले का लिहाज न करते हुए थाने का कार्यक्षेत्र के नाम पर परिजनों को घूम घुमाया।

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31 अक्टूबर की शाम करीब 7.30 बजे की इस घटना की एफआईआर करीब चौबीस घंटे बाद लिखी गई। जब पीड़िता घटना के बाद रात को किसी तरह आरपीएफ हबीबगंज थाने पहुंची और फोन कर पिता को घटना की दी। पिता उसे घर ले गए और अगले दिन फिर एमपी नगर थाने लेकर आए। थाने पर सब इंस्पेक्टर रामनाथ टेकाम ने शिकायत दर्ज नहीं की और घटनास्थल देखने के बाद हबीबगंज थाने भेज दिया। यहां से भी पीड़िता को हबीबगंज जीआरपी थाने भेज दिया गया। पुलिस मुख्‍यालय ने पीड़िता को तत्काल मदद नहीं करने के मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच बैठा दी है। इस मामले में एमपी नगर थाने सब इंस्पेक्टर टेकाम व जीआरपी टीआई मोहित सक्सेना की लापरवाही सामने आई है।

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बदमाशों ने लड़की का गला दबाकर उसे मारने की कोशिश भी की. लड़की के बेहोश हो जाने के बाद वे लड़की को मरा हुआ समझ कर मौक़े से फ़रार हो गए. होश में आने पर लड़की किसी तरह अपने घर पहुंची और घटना के बारे में अपने परिजनों को बताया. लड़की के पिता उसे लेकर पुलिस के पास गए और पुलिस ने सूचना दर्ज करके उन्हें वापस घर भेज दिया. पुलिस द्वारा कोई कार्रवाई होती नहीं देख पीड़िता खुद ही अपनी मां को लेकर घटना स्थल पहुंची और आसपास की झुग्गी-झोपड़ियों में आरोपियों को तलाश करने लगी. इसी दौरान उसे एक आरोपी दिखाई दिया, जिसे मां-बेटी से पकड़ कर पुलिस के हवाले कर दिया. जो भा ज पा हिमाचल प्रदेश में गुडिया दुष्‍कर्म कांड को मुख्य मुद्दा बना कर गला फाड़ रही है वः मध्य प्रदेश में चुप बैठी है, थू — समाज और सरकार कि संवेदनहीनता पर। उससे शर्मनाक रेलवे की एस पी है जो महिला होते हुए इस घटना पर हंस रही है। काश इन्हें कोई गोली मार दे. (वरिष्‍ठ पत्रकार पंकज चतुर्वेदी के फेसबुक वॉल से साभार)