पुलवामा में मारा गया मसूद अजहर का भतीजा, एनकाउंटर में जवान शहीद, अगला नंबर चाचा का

पुलवामा में सुरक्षाबलों ने जैश-ए-मोहम्‍मद के सरगना मसूद अजहर के भतीजे तल्‍लाह रशीद को एनकाउंटर में मार गिराया है। सुरक्षाबलों के लिए ये बड़ी कामयाबी है।

New Delhi Nov 07 : जम्‍मू-कश्‍मीर में सुरक्षाबलों को बड़ी कामयाबी हाथ लगी है। पुलमावा में सुरक्षाबलों के जवानों ने पाकिस्‍तान के खूंखार आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्‍मद के मुखिया मसूद अजहर के भतीजे तल्‍लाह रशीद समेत तीन आतंकियों को मौत के घाट उतार दिया है। हालांकि इस एनकाउंटर में सीआरपीएफ का एक जवान भी शहीद हो गया। सुरक्षाबलों और पाकिस्‍तान के इन आतंकियों के बीच मुठभेड़ पुलवामा के अगलर कांडी इलाके में हुई। एनकाउंटर के बाद सुरक्षाबलों ने आतंकियों के पास से अमेरिकी कार्बाइन M 4 भी बरामद की है। जिसे बेहद ही खतरनाक हथियार माना जाता है। अमेरिकी कार्बाइन M4 का इस्‍तेमाल पाकिस्‍तानी फौज करती है। ऐसे में माना जा रहा है कि पाकिस्‍तान की फौज ने ही मसूद अजहर के भतीजे और उसके साथियों को ये अमेरिकी कार्बाइन दिलाई होगी और भारत में इनकी घुसपैठ कराई होगी। ये रायफल पिछले काफी दिनों से सोशल मीडिया में खूब वायरल हो रही थी।

Advertisement

पहली बार कश्‍मीर में इस रायफल को साउथ कश्‍मीर के स्‍थानीय आतंकी समीर उर्फ टाइगर के पास देखी गई थी। तभी से ये सवाल उठ रहे थे कि आखिर अमेरिका की ये खतरनाक रायफल इनके पास कहां से पहुंची। जबकि इसका इस्‍तेमाल अफगानिस्‍तान में नाटो फोर्स करती है। तालिबानी आतंकियों से लड़ने के लिए अमेरिका ये रायफल पाकिस्‍तानी फौज को भी मुहैया कराता है। ऐसे में साफ है कि पाक फौज ना सिर्फ आतंकियों को सरंक्षण दे रही है बल्कि उन्‍हें हथियार और दूसरे साजो-सामान भी मुहैया करा रही है। कश्‍मीर के आईजी मुनीर खान ने बताया कि इस बात की पड़ताल करना बेहद मुश्किल है कि ये हथियार आतंकियों के पास कैसे पहुंचे। इसके साथ ही उन्‍होंने बताया कि इस हथियार का इस्‍तेमाल भी आसानी से नहीं किया जा सकता है। इसके लिए तगड़ी ट्रेनिंग की जरूरत होती है। मुनीर खान ने बताया कि पुलवामा एनकाउंटर में जिन तीन आतंकियों को मारा गया है उसमें दो पाकिस्‍तानी हैं।

Advertisement

इस एनकाउंटर में मारा गया एक आतंकी जैश-ए-मोहम्‍मद के मुखिया मसूद अजहर का भतीजा है। मुनीर खान का कहना है कि हम पाकिस्‍तान से कहना चाहते हैं कि वो इस आतंकी की डेड बॉडी को क्‍लेम करें और यहां से ले जाएं। दरसअल, सोमवार को सुरक्षाबलों को खबर मिली थी कि पुलमावा के अगलर कांडी में कुछ आतंकी मौजूद हैं। इसके बाद फौरन ही यहां पर CASO लगा दिया गया था। पूरे इलाके में इंडियन आर्मी, सीआरपीएफ और जम्‍मू-कश्‍मीर पुलिस के जवानों ने ज्‍वाइंट ऑपरेशन लांच कर दिया। सर्च ऑपरेशन के दौरान ही एक मकान से आर्मी की टीम पर फायरिंग शुरु हो गई। पुलवामा के अगलर कांडी में इसी मकान के भीतर आतंकी छिपे हुए थे। जिन्‍होंने बचने के लिए यहां पर फायरिंग की। लेकिन, फौरन ही जवानों ने भी मोर्चा संभाल लिया और एनकाउंटर शुरु हो गया। इस एनकाउंटर में सीआरपीएफ के नायक ब्रह्मपाल सिंह शहीद हो गए। जो यूपी के बुलंदशहर के स्‍याना गांव के रहने वाले थे।

Advertisement

हालांकि पुलवामा में कुछ स्‍थानीय लोगों ने आतंकियों को बचाने के लिए यहां पर आर्मी के एनकाउंटर में खलल डालने की भी कोशिश की। सुरक्षाबलों पर पथराव किया गया। लेकिन, तब तक सुरक्षाबलों के जवानों ने अपना काम निपटा दिया था। जिस घर में आतंकी छिपे हुए थे उसे पूरी तरह ध्‍वस्‍त कर दिया गया। इसके बाद यहां से तीन लाशें निकाली गईं। जिसमें एक आतंकी की पहचान जैश-ए-मोहम्‍मद के मुखिया मसूद अहजर के भतीजे तल्‍लाह रशीद के तौर पर हुई। जबकि दूसरे आतंकी का नाम वसीम है। तीसरा आतंकी स्‍थानीय बताया जा रहा है। इन आतंकियों के पास से सुरक्षाबलों ने भारी मात्रा में गोला बारूद और हथियार भी बरामद किए हैं। इसी घर से सुरक्षाबलों को M4 कार्बाइन भी मिली थी। उधर, जैश-ए-मोहम्‍मद का मुखिया मसूद अहजर भतीजे की मौत के बाद से बौखलाया हुआ है। जैश की ओर से भी इस बात की पुष्टि कर दी गई है कि मरने वाला तल्‍लाह रशीद मसूद अजहर का ही भतीजा है।