दफन हुआ शशिकला का सियासी करियर, ताउम्र जेल में ही गुजरेगी जिदंगी ?
आय से अधिक संपत्ति के मामले में AIADMK नेता शशिकला पहले से ही सलाखों के पीछे हैं। लेकिन, इनकम टैक्स की छापेमारी के बाद उनकी मुश्किलें और बढ़ गईं हैं।
New Delhi Nov 09 : AIADMK की नेता वीके शशिकला पहले से ही आय से अधिक संपत्ति के मामले में जेल की सजा काट रही हैं। लेकिन, जेल में रहते हुए ही उनकी मुश्किलें और बढ़ गई हैं। अगर शशिकला के खिलाफ कुछ और मुकदमें दर्ज होते हैं तो बहुत मुमकिन है कि वो शायद ही वो जेल से बाहर निकल पाएं। अगर शशिकला चार साल बाद जेल से बाहर आ भी जाती हैं तो यकीनन तमिलनाडु में उनका सियासी करियर दफन हो चुका होगा। जिस तरह से AIADMK चल रही है उससे वो आने वाले दिनों में बिना शशिकला के नए तेवर और कलेवर में ही नजर आएगी। शशिकला शायद ही AIADMK का कोई बड़ा फैसला लेने की हैसियत में रहें। ये सारी बातें इसलिए हो रही हैं क्योंकि शशिकला के नियंत्रण वाली कंपनियों और परिवार के खिलाफ इनकम टैक्स की ताबड़तोड़ छापेमारी शुरु हो गई है। इस वक्त राज्यभर में इनकम टैक्स के छापे चल रहे हैं।
गुरुवार की सुबह इनकम टैक्स डिपार्टमेंट की कई टीमों ने तमिलनाडु में एक साथ छापेमारी की। ये छापे AIDMK नेता शशिकला के नियंत्रण वाले जया टीवी के आफिस, उनके परिवार के सदस्यों, समर्थकों और राज्य की पूर्व मुख्यमंत्री जे जयललिता के कोदांद एस्टेट समेत 80 जगहों पर मारे गए। इनकम टैक्स की ये छापेमारी देशव्यापी है। जानकारी के मुताबिक पूरे देश में इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने कुल 187 जगहों पर छापा मारा है। इनकम टैक्स के अधिकारी गुरूवार की सुबह करीब छह बजे ही इक्कटथुथंगल स्थित जया टीवी चैनल के आफिस में पहुंच गए थे। यहां पर तलाशी ली गई। इनकम टैक्स डिपार्टमेंट की इस छापेमारी को शशिकला और उनकी कंपनियों के लिए बहुत बड़ा झटका माना जा रहा है। हालांकि शशिकला के करीबियों ने इनकम टैक्स की इस छापेमारी को राजनीति से प्रेरित बताया है। जैसा कि हर छापे में देखने को मिलता है।
गड़बड़झाले में फंसने वाला शख्स इनकम टैक्स की छापेमारी में केंद्र सरकार को कोसता है। ये छापेमारी चाहें किसी भी नेता के यहां हो या केंद्र में कोई भी सरकार हो। सभी का एक ही रटारटाया बयान होता है कि कार्रवाई राजनीति से प्रेरित है और जांच एजेंसियों का बेजा इस्तेमाल किया जा रहा है। उम्मीद के मुताबिक शशिकला के समर्थकों ने भी यही कहा। माना जा रहा है कि इस छापेमारी में शशिकला के नियंत्रण वाली कंपनियों में बड़ी गड़बडि़यां निकलकर सामने आ सकती हैं। इनकम टैक्स ने ये छापेमारी ऑपरेशन क्लीन मनी अभियान के तहत की। शुरुआती जांच में कई शेल कंपनियों के अलावा संदिग्ध निवेश की भी जानकारी मिली है। जिनकी बारीकी से पड़ताल की जा रही है। जया टीवी के वकील ने भी इस कार्रवाई को राजनीति से प्रेरित बताया है। उनका कहना है कि केंद्र की मोदी सरकार सेलेक्टिव कार्रवाई कर रही है।
जया टीवी के वकील ने इस मामले में कानूनी लड़ाई लड़ने की धमकी दी है। उनका कहना है कि हम इस तरह की छापेमारी से डरने वाले नहीं हैं। दरअसल, तमिलनाडु में जया टीवी की शुरुआत पूर्व मुख्यमंत्री जे जयललिता ने की थी। उन्हीं के नाम पर चैनल का नाम था। लेकिन, उनके देहांत के बाद इस चैनल पर शशिकला और उनके परिवार के लोगों ने कब्जा कर लिया था। इस वक्त इस चैनल को शशिकला का भतीजा विवेक जयरामन संभाल रहा है। ये चैनल पलानीसामी और पनीरसेल्वम के गुट के एक होने के बाद से AIADMK की खुलकर आलोचना कर रहा है। इन हालातों से ये संकेत मिल रहे हैं कि आने वाले दिन भी शशिकला के लिए बहुत अच्छे नहीं होंगे। जब तक वो शायद जेल से बाहर आएंगी पार्टी में उनका सियासी प्रतिनिधित्व और सियासी करियर दोनों ही खत्म हो चुका होगा।