भारत ने एक बार फिर UNHRC में बजा डाली पाकिस्तान की ‘कनपटी’
भारत ने एक बार फिर आतंकवाद के मसले पर पाकिस्तान को संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार आयोग यानी UNHRC में घेर लिया है। जानिए कैसे पड़ा तमाचा ?
New Delhi Nov 13 : भारत ने आतंकवाद के मसले पर एक बार फिर पाकिस्तान को घेर लिया है। हिंदुस्तान ने संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार आयोग यानी UNHRC में पाकिस्तान पर समीक्षा बयान देने के दौरान उसे घेरा। UNHRC में भारत ने पाकिस्तान में आतंकियों को मिल रही सुरक्षित पनाहगाह के मुद्दे को उठाया। इसके साथ ही भारत की ओर से पाक अधिकृत कश्मीर को आजाद किए जाने की भी मांग की गई है। जाहिर है हिंदुस्तान के इस बयान से पाकिस्तान बुरी तरह बौखलाया हुआ है। संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार आयोग यानी UNHRC का मुख्यालय जेनेवा में है। यहीं पर भारत ने मांग की कि पाकिस्तान को आतंकियों के सुरक्षित ठिकानों को नेस्तनाबूत करना चाहिए। इतना ही नहीं भारत ने पाकिस्तान की दुखती रग पर भी हाथ रखा। इस मौके पर भारत की ओर से बलूचिस्तान, सिंध और खैबर पख्तूनख्वा में लोगों पर हो रहे हमलों का भी मामला उठाया गया।
बलूचिस्तान के लोग लंबे समय से पाकिस्तान से आजादी चाहते हैं। सिर्फ बलूचिस्तान और खैबर पख्तूनख्वा ही नहीं बल्कि पाक अधिकृत कश्मीर में भी वक्त-वक्त पर आजादी की मांग उठती रहती है। लगातार विरोध प्रदर्शन होते रहे हैं। लेकिन, पाक आर्मी इस तरह की मांग करने और विरोध करने वालों का दमन करती है। कई बलूच नेता तो बलूचिस्तान की आजादी के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तक से मदद की गुहार लगा चुके हैं। दरसअल, पाकिस्तान हमेशा से भारत पर ये आरोप लगाता रहा है कि इंडियन आर्मी कश्मीर के लोगों के साथ ज्यादती करती है। कश्मीर में भारतीय फौज मानवाधिकारों का उल्लंघन करती है। जबकि हकीकत ये पाक आर्मी ने पाक अधिकृत कश्मीर और बलूचिस्तान में तबाही मचा रखी है। पाक आर्मी के जवान बलूचिस्तान में जब जिसे चाहते हैं उठा लेते हैं उन्हें प्रताडि़त करते हैं। पाक आर्मी यहां के कई युवाओं को गायब तक कर चुकी है।
इसके साथ ही वो बलूचिस्तान की महिलाओं और बच्चियों को भी अपनी हवस का शिकार बनाते हैं। बलूचिस्तान और पाक अधिकृत कश्मीर में इस तरह की घिनौनी हरकतों को अंजाम देने वाले पाकिस्तान को उस वक्त मिर्ची लगती है जब उन्हें पता चलता है कि कश्मीर में कोई आतंकी मारा गया है। पाकिस्तान कितना बड़ा आतंकवाद परस्त है इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि जब कश्मीर में सुरक्षाबलों बलों ने हिजबुल मुजाहिद्दीन के कमांडर बुरहान वानी को मारा था तो पाक ने उसकी मौत पर काला दिवस मनाया था। बुरहान वानी के एनकाउंटर को पाक ने संयुक्त राष्ट्र महासभा में भी उठाया था। जहां उसे मुंह की खानी पड़ी थी। अब एक बार फिर उसे UNHRC में मुंह की खानी पड़ी है। दरअसल, भारत ने पिछले कई महीनों से पाकिस्तान के खिलाफ आक्रामक रुख अख्तियार किया हुआ है। UNHRC में हमला भी उसी कड़ी का एक हिस्सा है।
भारत हर अंतर्राष्ट्रीय मंच से पाकिस्तान में आतंकियों को मिल रही हर तरह की मदद का मुद्दा उठाता रहा है। इससे पहले भी हिंदुस्तान ने जेनेवा में संयुक्त राष्ट्र के मंच से डंके की चोट पर ये कहा था कि पाकिस्तान में दुनिया के मोस्ट वांटेड आंतकवादियों को राहत और जीविका मिलती है। जिसे बंद किया जाना चाहिए। पाकिस्तान में हाफिज सईद, सैयद सलाहुद्दीन और मसूद अहजर जैसे आतंकी खुलेआम घूमते हैं और इस्लामाबाद कुछ नहीं करता। बल्कि पाक के आतंकी संगठन पाक आर्मी और वहां की खुफिया एजेंसी आईएसआई के सीधे संपर्क में भी रहते हैं। लेकिन, अब पाकिस्तान का ये आतंकवाद प्रेम ज्यादा दिन नहीं चल सकता। भारत उसे हर मोर्चे पर घेर ही रहा था। अब अमेरिका ने भी आतंकवाद को लेकर पाक को फटकराना शुरु कर दिया है।