राहुल गांधी अभी भी नरेंद्र मोदी से डरते हैं, कांग्रेस युवराज को बचा रही है

गुजरात चुनाव से एक बात तो साफ हो गई कि कांग्रेस को अभी भी राहुल गांधी पर भरोसा नहीं है कि वो अपने दम पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुकाबला कर सकते हैं।

New Delhi, Nov 15: गुजरात के चुनावी घमासान में कांग्रेस के लिए उम्मीदों के द्वार खुल रहे हैं। इसके पीछे कांग्रेस की एक खास रणनीति काम कर रही है।  कांग्रेस की पूरी कोशिश है कि गुजरात में मुकाबला राहुल गांधी बनाम नरेंद्र मोदी ना हो जाए। इसके पीछे कांग्रेस का डर है। कांग्रेस को अभी तक राहुल पर भरोसा नहीं हुआ है कि वो मोदी से अपने दम पर निपट सकते हैं। गुजरात से पहले जितने भी चुनाव हुए हैं उन सभी में बीजेपी ने मुकाबला मोदी बनाम राहुल बना दिया था। इस बार कांग्रेस बच के चल रही है। लेकिन इस बचाव के चक्कर में कांग्रेस ने अपना एक कमजोर फ्रंट भी बीजेपी को दिखा दिया है। बीजेपी अब उसी पर हमला करने की रणनीति बना रही है।

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दरअसल नरेंद्र मोदी पर निजी हमले करने का परिणाम कांग्रेस कई बार देख चुकी है। इन सबकी शुरूआत गुजरात से ही हुई थी, जब सोनिया गांधी ने मोदी को मौत का सौदागर बोला था। उसका असर ये हुआ कि चुनाव में कांग्रेस का सूपड़ा साफ हो गया था। उसके बाद भी कई बार राहुल और सोनिया ने मोदी पर निजी हमले किए हैं। जिनका नुकसान कांग्रेस को उठाना पड़ा है। गुजरात से शुरू हुई ये कहानी अब गुजरात में ही खत्म होने वाली है। कांग्रेस ने अपने प्रचार अभियान की शुरूआत में ही ये रणनीति बना ली थी कि इस बार मोदी पर कोई निजी हमला नहीं किया जाएगा, ना ही कांग्रेस की तरफ से ऐसा नारा या फिर जुमला उछाला जाएगा जिसका बीजेपी मुद्दा बना सके।

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अभी तक के गुजरात चुनाव के प्रचार को देखते हुए साफ है कि कांग्रेस अपनी इस रणनीति में काफी हद तक सफल हुई है। कांग्रेस ने मोदी पर कोई निजी हमला नहीं किया, केवल मुद्दों के आधार पर बीजेपी को घेरने की कोशिश की जा रही है। राहुल गांधी ने जीएसटी और नोटबंदी को मुद्दा बनाया है। साथ ही सॉफ्ट हिंदुत्व को आधार बना कर चल रहे हैं। दिक्कत कांग्रेस के साथ ये है कि बीजेपी ने सॉफ्ट हिंदुत्व के मुद्दे पर कांग्रेस को घेर लिया है। राहुल गांधी गुजरात के मंदिरों में जा रहे हैं, वो मुसलमानों की कोई बात ही नहीं कर रहे हैं। इसका नुकसान कांग्रेस को उठाना पड़ सकता है। बीजेपी की तरफ से जो पलटवार किया जा रहा है उस से जनता तक ये संदेश जा रहा है कि चुनाव के कारण ही राहुल मंदिर जा रहे हैं।

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विकास पागल हो गया है के नारे का इस्तेमाल भी अब कांग्रेस नहीं कर रही है। दरअसल बीजेपी को कांग्रेस की दो कमजोरियों के बारे में पता चल गया है। पहली तो ये है कि कांग्रेस राहुल गांधी को नरेंद्र मोदी से बचा रही है। वो सीधा मुकाबला नहीं चाहती है, दूसरा ये कि कांग्रेस जिस सॉफ्ट हिंदुत्व की बात कर रही है वो कांग्रेस की परंपरा में नहीं है। इन्ही दोनों को आधार बना कर बीजेपी ने जो रणनीति तय की है उस में अब कांग्रेस फंसती जा रही है। इसके अलावा गुजरात में कांग्रेस को जिन तीन नेताओं, हार्दिक, जिग्नेश और अल्पेश से उम्मीद है उनका भी कुछ खास असर नहीं दिख रहा है। हालिया सर्वे में साफ कहा जा रहा है कि राज्य के वोटर पार्टी औऱ कैंडिडेट देख कर वोट करने का मन बना रहे हैं।