यूपी में पीएम मोदी बाहरी, गुजरात में इस बात की क्या सफाई देंगे राहुल गांधी?

यूपी में राहुल और अखिलेश ने पीएम मोदी को बाहरी कहा था, ये एक लाइन काफी है ये समझने के लिए कि कांग्रेस का गुजरात में क्या हाल होने वाला है।

New Delhi, Nov 18: गुजरात चुनाव में अभी तक राहुल गांधी का बदला अंदाज दिखाई दे रहा है। वो अलग कलेवर और अंदाज के साथ दिखाई दे रहे हैं। बीजेपी पर हमला करने के लिए वो नए नए शब्दों का प्रयोग कर रहे हैं। शायरी का भी इस्तेमाल यदा कदा कर रहे हैं। उनके इस अंदाज से कांग्रेस चर्चा में आ गई है। गुजरात में कांग्रेस टक्कर देती दिखाई दे रही है। ये भी कहा जा रहा है कि इस बार बीजेपी को असल चुनौती मिल रही है। बीजेपी के लिए सत्ता को बचाना मुश्किल होगा। मतलब कोई कसर नहीं छोड़ी है राहुल की हवा बनाने में, लेकिन क्या ये सच है, अभी तो पीएम मोदी और अमित शाह ने अपना चुनाव प्रचार शुरू भी नहीं किया, जब तक विरोधी मैदान में ना आ जाए खुद की ताकत पर घमंड करना ठीक नहीं होता है। कांग्रेस के साथ यही हो रहा है।

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गुजरात में कांग्रेस को पीएम मोदी के प्रचार का सामना तो करना ही है। मोदी का गृह प्रदेश है गुजरात, यहां पर अभी मोदी और बीजेपी का प्रचंड प्रचार शुरू होना बाकी है, राहुल गांधी और कांग्रेस भले ही खुश हो लें कि वो प्रचार में आगे चल रहे हैं, हार्दिक पटेल, जिग्नेश, अल्पेश जैसे युवा नेता उसके साथ हैं, लेकिन दो बातें हैं जिनके दम पर पीएम नरेंद्र मोदी कांग्रेस के गुब्बारे की हवा निकाल देंगे। उनके बारे में जानने से पहले हमें यूपी चुनाव के प्रचार को ध्यान से समझना होगा। यूपी में राहुल गांधी और अखिलेश यादव ने गुजरात के गधों और यूपी में बाहरी के नारे को उछाला था। यूपी में मोदी और अमित शाह को बाहरी बताया गया था। इन्ही दो मुद्दों के आधार पर कांग्रेस के प्रचार की हवा निकल जाएगी।

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यूपी में मोदी को बाहरी बताने वाले राहुल गांधी गुजरात में क्या कहेंगे, वो गुजरात की जनता को कैसे समझाएंगे कि उन्होंने यूपी में जो कहा था वो क्यों कहा था। क्या गुजरात में भी पीएम नरेंद्र मोदी बाहरी हैं। बाहरी वाले मुद्दे को कांग्रेस भले ही भूल गई हो, लेकिन नरेंद्र मोदी भूल गए होंगे, ये सोचना गलतफहमी होगी। मोदी अपने खिलाफ हुए हमलों को ही हथियार बना कर पलटवार करने में माहिर हैं। यूपी में उनको विरोधियों ने बाहरी कहा था, अब गुजरात जो उनका गृह प्रदेश है, जहां वो मुख्यमंत्री रह चुके हैं, वहां की जनता से वो ये सवाल पूछ सकते हैं कि जो लोग उनको यूपी में बाहरी कह रहे थे वो यहां पर आकर आपसे वोट की अपील कर रहे हैं। मोदी के अंदाज के कायल तो उनके विरोधी भी हैं। ऐसे में बाहरी वाले मुद्दे पर राहुल को गुजरातियों को जवाब देना भारी पड़ जाएगा।

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अब बात करते हैं गुजरात के गधों के बारे में, ये मुद्दा यूपी चुनाव के दौरान अधिलेश यादव ने उठाया था। राहुल गांधी अखिलेश के साथ थे, गठबंधन किया था। तो उसका पलटवार अब गुजरात की जमीन पर किया जाएगा। गुजरात के गधों वाले बयान पर पीएम मोदी ने यूपी में ही जवाब दे दिया था। लेकिन ये तय है कि वो एक बार इन मुद्दों को उठाएंगे, गुजरात के गधों और बाहरी ये दोनों मुद्दे कांग्रेस के खिलाफ मोदी के सबसे बड़े हथियार साबित होंगे। इन दोनों ही मुद्दों पर राहुल गांधी के पास कोई जवाब नहीं होगा। वो जातिगत समीकरणो को साधने में लगे हुए हैं, लेकिन अतीत उनका पीछा नहीं छोड़ रहा है। यही कारण है कि बीजेपी कांग्रेस के प्रचार का वैसा जवाब नहीं दे रही है। अभी तो सबसे बड़े महारथी नरेंद्र मोदी और अमित शाह रणभूमि में उतरे ही नहीं है।