भारत माता की जय : हंदवाड़ा में आर्मी ने मार गिराए लश्कर के तीन पाकिस्तानी आतंकी
कश्मीर में इंडियन आर्मी को बड़ी कामयाबी हासिल हुई है। हंदवाड़ा एनकाउंटर में आर्मी ने लश्कर-ए-तैयबा के तीन आतंकियों को ढेर कर दिया है।
New Delhi Nov 21 : कश्मीर में पाकिस्तान के आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के आतंकी अपनी आखिरी सांसें गिन रहे हैं। इंडियन आर्मी के जवानों ने हंदवाड़ा एनकाउंटर में लश्कर-ए-तैयबा के तीन आतंकियों को मार गिराया है। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक तीनों आतंकी पाकिस्तान के रहने वाले थे। जो घुसपैठ कर कश्मीर में दाखिल हुए थे। लश्कर के आतंकियों के मारे जाने की खबर जम्मू-कश्मीर के डीजीपी एसपी वैद्य ने ट्वीट कर दी और इसके साथ ही उन्होंने सुरक्षाबलों के जवानों को बधाई भी दी। जम्मू-कश्मीर के डीजीपी एसपी वैद्य ने सुरक्षाबलों के इस एनकाउंटर को एक्सीलेंट वर्क बताया है। आर्मी ने इस वक्त कश्मीर में ऑपरेशन ऑल आउट चला रखा है। इससे पहले सुरक्षाबलों ने हाजिन में छह आतंकियों को एनकाउंटर में ढेर किया था। जिसमें लश्कर-ए-तैयबा के सेकेंड कमांड इन चीफ अब्दुल रहमान मक्की का बेटा भी मारा गया था।
पिछले दस महीने में कश्मीर में 190 आतंकियों को मुठभेड़ में मारा जा चुका है। जिसमें 110 विदेशी आतंकी और 80 लोकल टेररिस्ट थे। दरअसल, मंगलवार की तड़के सुरक्षाबलों को खुफिया जानकारी मिली थी कि लश्कर के तीन आतंकी हंदवाड़ा के मगम इलाके में छिपे हुए हैं। इसी जानकारी के आधार पर फौरन ही आतंकियों की धरपकड़ के लिए यहां पर सर्च ऑपरेशन शुरु कर दिया गया। आर्मी के जवानों ने यहां पर CASO लगा दिया। जैसे ही आतंकियों को इस बात की भनक लगी कि उनके खिलाफ इंडियन आर्मी का घेरा बढ़ता जा रहा है उन्होंने भागने की नियत से सुरक्षाबलों के जवानों पर फायरिंग शुरु कर दी। पहले से ही सतर्क जवानों ने फौरन ही मोर्चा संभाल लिया और देखते ही देखते तीनों आतंकियों को ढेर कर दिया। हालांकि आर्मी के जवानों को आशंका है कि यहां पर कुछ और भी आतंकी छिपे हो सकते हैं। जिनकी तलाश के लिए सर्च ऑपरेशन अब भी जारी है।
हंदवाड़ा एनकाउंटर के बाद इस बाद इस बात की पुष्टि कर दी गई है कि मारे गए तीनों आतंकी लश्कर-ए-तैयबा के ही थे और तीनों पाकिस्तान के रहने वाले थे। कश्मीर में लश्कर के लिए हाजिन और हंदवाड़ा के एनकाउंटर बहुत बड़े नुकसान के तौर पर सामने आए हैं। सिर्फ चार दिनों के भीतर ही कश्मीर में लश्कर के कुल नौ आतंकी मारे जा चुके हैं। सभी के सभी आतंकी मोस्ट वांटेड और ए और बी कैटेगिरी के थे। आर्मी के सख्ती के चलते माना जा रहा है कि कश्मीर में लश्कर का प्रभाव लगभग खत्म हो चुका है। इस वक्त जो आतंकी जिंदा भी हैं वो भी या तो जल्द ही पकड़े जाएंगे या फिर मारे जाएंगे। कश्मीर में मुख्य रुप से तीन आतंकी संगठन सक्रिय हैं। जिसमें लश्कर-ए-तैयबा के अलावा हिजबुल मुजाहिद्दीन और जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी शामिल हैं। लेकिन, अब घाटी में सभी आतंकी सगंठन अपने खात्मे की ओर हैं।
दरअसल, घाटी में मोदी सरकार ने आतंकियों से निपटने के लिए इंडियन आर्मी को खुली छूट दी हुई है। इसी छूट का नतीजा है कि कश्मीर में हर रोज आतंकी मारे जा रहे हैं। हालांकि ये बात ना तो पाकिस्तान को रास आ रही है और ना ही कश्मीर के अलगाववादी नेताओं को। घाटी के अलगाववादी नेता लगातार आतंकियों के मारे जाने का विरोध कर रहे हैं। लेकिन, इन लोगों के विरोध से इंडियन आर्मी की सेहत पर कोई असर नहीं पड़ रहा है। आर्मी ने स्पष्ट शब्दों में कह दिया है कि घाटी में किसी भी कीमत पर आतंकवाद बर्दास्त नहीं किया जाएगा। पाकिस्तान अगर आतंकियों की घुसपैठ कराता रहेगा तो आर्मी के जवान उन्हें ढाई फिट गढ्डे में भेजते रहेंगे। आर्मी के इस एनकाउंटर से कश्मीर के हालात भी बदल रहे हैं। कई स्थानीय आतंकियों ने अब अपने मां-बाप की अपील पर हथियार छोड़ने का फैसला किया है। पिछले दिनों कई आतंकी सुरक्षाबलों के सामने सरेंडर कर चुके हैं।