पाक ने भारत पर लगाए आरोप, तो चीन ने पाकिस्तान को धो डाला
पाक ने एक बार फिर से भारत के खिलाफ साजिश की, लेकिन इस बार उसके दोस्त चीन ने ही उसकी बोलती बंद कर दी, चीन भारत को नाराज करने का जोखिम नहीं ले सकता है।
New Delhi, Nov 22: ये खबर कई मायनों में आपको हैरान कर सकती है। एशिया के तीन देश जिनके बीच के समीकरण किसी से छिपे नहीं हैं। चीन और पाकिस्तान की दोस्ती भी जगजाहिर है, पाक के हर नैतिक अनैतिक काम में चीन उसका साथ देता है। वहीं भारत के साथ चीन हमेशा उलझता रहता है। पाकिस्तान के आतंकियों के लिए तो चीन किसी रहनुमा से कम नहीं है। ऐसे में अगर ये पता चले कि चीन ने पाकिस्तान को फटकार लगाई है, वो भी इसलिए क्योंकि पाकिस्तान ने भारत पर आरोप लगाए थे। तो किसी का भी हैरान होना हैरान नहीं करेगा। दरअसल चीन-पाकिस्तान आर्थिक कॉरीडोर को लेकर पाकिस्तान ने भारत पर कुछ आरोप लगाए थे। इन आरोपों की हवा खुद चीन ने निकाल दी है।
अब आपको बताते हैं कि पाक ने भारत पर सीपैक को लेकर क्या आरोप लगाया था। दरअसल पाकिस्तान इस तरह की हरकतें लगातार करता रहा है। तो उसके लिए ये नई बात नहीं थी, लेकिन सीपैक बनाने वाले चीन को ये बात रास नहीं आई। पाकिस्तान ने आरोप लगाया था कि भारत CPEC में अड़ंगा लगाने की कोशिश कर रहा है। इस कॉरिडोर को तबाह करने के लिए भारत ने 50 करोड़ डॉलर की लागत से एक इंटेलिजेंस सेल बनाया है। इसके जरिए वो चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारे को तबाह करना चाहता है। पाकिस्तान का ये आरोप हवा हवाई है, भारत इतनी बड़ी रकम केवल इसलिए नहीं खर्च करेगा कि ये कॉरिडोर बर्बाद हो जाए। ये बात चीन को भी पता है, इसलिए इस आरोप पर चीन ने पाकिस्तान को धो डाला।
पाकिस्तान के जनरल जनरल जुबैर महमूद हयात ने ये आरोप लगाया था। इसे चीन ने सिरे से खारिज कर दिया। चीन ने कहा कि उसके पास ऐसी कोई रिपोर्ट नहीं है। जनरल हयात ने कहा कि भारत इस प्रोजेक्ट में अड़ंगा लगाकर इलाके में अराजकता फैलाना चाह रहा है। चीन के विदेश मंत्रालय की तरफ से कहा गया है कि उनके पास इस तरह की कोई रिपोर्ट नहीं हैं। चीन ने साफ कर दिया कि पाकिस्तान के आरोप में कोई दम नहीं है। पाकिस्तानी जनरल ने ये भी कहा कि भारत बलूचिस्तान में आतंकवाद को बढ़ावा दे रहा है। इन आरोपों के जरिए पाकिस्तान की मंशा ये थी कि चीन इस पर एक्शन ले, और भारत के खिलाफ बयान देकर दबाव बनाए। लेकिन चीन ने पाक की ये चाल नाकाम कर दी।
इसी के साथ पाकिस्तान फिर से कश्मीर मुद्दे का अंतरराष्ट्रीयकरण करने की चाल चल रहा है। चीन-पाकिस्तान इकॉनमिक कॉरिडोर के जरिए वो कश्मीर मुद्दे को फिर से उभारने की कोशिश कर रहा है। जनरल हयात ने कहा कि लंबे समय से चल रहे कश्मीर विवाद का हल निकलना इलाके की शांति के लिए बहुत जरूरी है। पाकिस्तान के आरोप पर चीन का रुख हैरान करने वाला है। क्या चीन को इस बात का अंदाजा हो गया है कि वो भारत को नाराज करके एशिया में अपनी धाक नहीं जमा सकता है। चीन के सामने दुनिया में केवल एक देश है जो खड़ा है वो भारत है, ये बात अमेरिकी एक्सपर्ट भी मानते हैं। ऐसे में पाकिस्तान के बेबुनियाद आरोपों के आधार पर चीन भारत को नाराज करने का जोखिम नहीं उठा सकता है।