हार्दिक पटेल की राहुल गांधी को दूर से नमस्ते, याद आया अखिलेश यादव का अंजाम

हार्दिक पटेल को शायद अखिलेश यादव का हश्र याद आ रहा होगा, यही कारण है कि वो राहुल गांधी से दूरी बना कर रख रहे हैं,कांग्रेस की रैली में भी शामिल नहीं होंगे।

New Delhi, Nov 24: गुजरात के सियासी रण में हार्दिक पटेल एक महत्वपूर्ण खिलाड़ी बन कर उभरे हैं। वो कांग्रेस को समर्थन दे रहे हैं, कांग्रेस ने हार्दिक को पाटीदार आरक्षण के मुद्दे पर भरोसा दिलाया है। चुनाव से पहले हार्दिक को लेकर कई सारे विवाद भी खड़े हुए हैं। उन पर पाटीदारों को धोखा देने का आरोप लग रहा है। उनकी अश्लील सीडी भी लीक हो गई है। हार्दिक के कई साथी उनको छोड़कर बीजेपी में शामिल हो गए हैं। अब खबर आ रही है कि हार्दिक पटेल चुनाव के दौरान राहुल गांधी के साथ नहीं दिखाई देंगे। ये खबर थोड़ा चौंकाती है, कांग्रेस को समर्थन का एलान हार्दिक कर ही चुके हं तो राहुल के साथ नहीं दिखने का क्या मतलब हो सकता है। इसके पीछे कई तरह की अटकलें लगाई जा रही हैं।

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ये भी कहा जा रहा है कि राहुल गांधी के साथ दिखनेसे हार्दिक को नुकसान हो सकता है। इसके अलावा ये भी कहा जा रहा है कि हार्दिक को अखिलेश यादव का अंजाम याद आ रहा है। उन्हे लग रहा है कि कहीं वो भी  अखिलेश यादव बन कर ना रह जाएं। यूपी चुनाव के दौरान अखिलेश और राहुल ने गठबंधन किया था, दोनों ने एक साथ प्रचार भी किया था। उसका नतीजा क्या हुआ ये सभी को पता है. कांग्रेस और समाजवादी पार्टी के गठबंधन को करारी हार का सामना करना पड़ा था। अब हार्दिक को लग रहा है कि कहीं उनका अंजाम भी अखिलेश की तरह ना हो जाए। इसके अलावा पाटीदारों को नाराज होने से बचाने के लिए भी वो कांग्रेस की किसी रैली में शामिल नहीं होंगे।

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हालांकि हार्दिक का बीजेपी पर हमला जारी है। आरक्षण के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि बीजेपी जनता को गुमराह कर रही है। हार्दिक ने कहा कि वो हर उस पार्टी का विरोध करंगे जो आरक्षण की दिशा में नहं सोच सकती है। हार्दिक ने यहां तक कहा कि गुजरात बीजेपी की जागीर नहीं है। कांग्रेस के साथ को लेकर हार्दिक ने ये भी साफ किया कि वो किसी पार्टी में शामिल नहीं होने जा रहे हैं। संविधान के मुताबिक आरक्षण मिलता है तो ये बहुत अच्छा है। हार्दिक ने अपने सियासी मंसूबों के बारे में बताते हुए कहा कि वो अपने समुदाय के बारे में सोचकर ही कोई काम करेंगे। उन्होंने कहा कि उन पर कांग्रेस की बी टम होने का आरोप लगाया जाता है, लेकिन वो केवल जनता की बी टीम हैं।

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राहुल गांधी से मुलाकात के सवाल पर हार्दिक ने कहा कि ओउनका राहुल से मुलाकात का कोई इरादा नहीं है। ना ही कांग्रेस की किसी रैली में शामिल होने का इरादा है। हार्दिक ने कहा कि वो राहुल को सिर्फ शुभकामना दे सकते हैं। इसके अलावा आरक्षण के मुद्दे पर हार्दिक ने कहा कि उन्होंने एक फॉर्मूला दिया है, बीजेपी का कहना है कि उसे लागू नहीं किया जा सकता है। अगर ऐसा है तो बीजेपी कारण बताए, केवल विरोध करने से कुछ नहीं होगा। कुल मिलाकर हार्दिक के तेवर कुछ बदले बदले से दिख रहे हैं। वो बीजेपी को तो हराना चाहते हैं लेकिन राहुल के साथ खुलेआम दिखने से परहेज भी कर रहे हैं। कुछ तो है जिसके कारण हार्दिक का रवैया कांग्रेस को लेकर कुछ बदला है।