आतंकी सरगना हाफिज सईद के संपर्क में हैं रोहिंग्या नेता, कब आंख खुलेगी इनके पैरोकारों की ?
देश के भीतर रोहिंग्या मुसलमानों से खतरा लगातार बढ़ता ही जा रहा है। जानकारी मिली है कि इनके नेता लश्कर के संस्थापक हाफिज सईद के संपर्क में हैं।
New Delhi Dec 11 : केंद्र सरकार शुरु से ही कहती रही है कि रोहिंग्या मुसलमान देश के लिए सबसे बड़ा खतरा है। इन्हें देश के भीतर रहने की इजाजत नहीं दी जा सकती है। केंद्र सरकार रोहिंग्या मुसलमानों को अवैध शरणार्थी घोषित कर चुकी है। लेकिन, देश में इनके पैरोकारों की कोई कमी नहीं है। जो धर्म और मानवता के आधार पर इनकी पैरोकारी करते हैं। लेकिन, ऐसे लोगों की आंख खोलने वाली रिपोर्ट सामने आई है। खुफिया विभाग को जानकारी मिली है कि रोहिंग्या नेता पाकिस्तान के आतंकी संगठनों के सरगनाओं के संपर्क में हैं। जानकारी के मुताबिक रोहिंग्या नेताओं ने अभी हाल ही में पाकिस्तान में लश्कर-ए-तैयबा के संस्थापक और जमात-उद-दावा के चीफ हाफिज सईद से मुलाकात की थी। जिसमें भारत में रोहिंग्या मुसलमानों के जरिए हिंसा फैलाने की रणनीति तैयार की गई।
जाहिर ये खबर गृह मंत्रालय और देश की खुफिया एजेंसियों को परेशान करने वाली हैं। दरअसल, भारत में करीब चालीस हजार रोहिंग्या मुसलमान अवैध तरीके से म्यांमार और बांग्लादेश से घुसपैठ कर भारत में दाखिल हो चुके हैं। कई रोहिंग्या मुसलमानों ने कश्मीर में डेरा जमाया हुआ है। खुफिया विभाग की रिपोर्ट के मुताबिक इस वक्त करीब नौ हजार रोहिंग्या मुसलमान जम्मू-कश्मीर में रह रहे हें। जिसमें कईयों के कश्मीर में हिंंसक गतिविधियों में भी शामिल होने की आशंका जताई जा चुकी है। इस खबर के बाद देश की सुरक्षा एजेंसियों और खुफिया एजेंसियों ने अपनी चौकसी बढ़ा दी है। इसके साथ पता चला है कि आतंकी सरगना हाफिज सईद ने भी रोहिंग्या नेताओं को ये आश्वासन दिया है कि उसके संगठन को उनकी ओर से फुल सपोर्ट दिया जाएगा।
अभी हाल ही में देश की खुफिया एजेंसियों को पता चला है कि हाफिज सईद के आतंकी संगठन जमात-उद-दावा से जुड़ा संगठन फलाह-ए-इनसानियत कथित तौर पर रोहिंग्या शरणार्थियों की मदद के लिए पाकिस्तान में चंदा वसूली कर रहा है। ये सारा काम हाफिज सईद के इशारे पर ही कराया जा रहा है। खुफिया विभाग को जानकारी मिली है कि रोहिंग्या फेडरेशन ऑफ अराकान नाम के संगठन के अध्यक्ष फिरदौस शेख ने पिछले महीने ही पाकिस्तान का दौरा किया था। फिरदौस शेख ने पाकिस्तान में आयोजित एक सेमिनार में हिस्सा लिया था। जो रोहिंग्या मुसलमानों की समस्या को लेकर आयोजित किया गया था। जानकारी के मुताबिक इसी सेमिनार में फिरदौस शेख की मुलाकात जमात-उद-दावा के अमीर नवीद कमर से हुई थी।
ये मुलाकात कराची में हुई थी। इसके बाद नवीद कमर ने ही फिरदौस शेख की मीटिंग हाफिज सईद से कराई थी। इसके साथ ही फिरदौस ने पाकिस्तान स्थित रोहिंग्या संगठन और बर्मीज मुस्लिम वेलफेयर ऑर्गनाइजेशन के अध्यक्ष से भी मुलाकात की थी। हर कोई इस बात को जानता है कि म्यांमार में रोहिंग्या फेडरेशन आफ अराकान की पहचान आतंकी संगठन के तौर पर की जाती है। जिसे पाकिस्तान के अलावा बांग्लादेश के आतंकी संगठनों का भी पूरा सपोर्ट हासिल है। पाकिस्तान और बांग्लादेश के आतंकी संगठन ही इस आर्गेनाइजेशन के लिए हथियार मुहैया कराते हैं। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक हाफिज सईद अब रोहिंग्या मुसलमानों का इस्तेमाल कश्मीर में भी करना चाहता है। जिसके लिए उसने रणनीति बनानी शुरु कर दी है।