पाकिस्तान ने इंसानियत को किया शर्मिंदा, कुलभूषण जाधव के साथ फिर हुआ धोखा
कुलभूषण जाधव की मां और पत्नी ने उनसे पाकिस्तान में मुलाकात की, मुलाकात के तरीके के कारण पाकिस्तान की आलोचना हो रही है।
New Delhi, Dec 25: पाकिस्तान वो देश है जो कभी सुधर नहीं सकता है, इस बात के एक नहीं कई उदाहरण है जब पाकिस्तान अपनी बात से पलटा है। कुलभूषण जाधव के केस में भी वो अपने चरित्र की इसी खूबी को उजागर कर रहा है। जाधव से उनकी मां और पत्नी की मुलाकात के लिए पहले तो पाकिस्तान तैयार नहीं हो रहा था, उसके बाद जब वो तैयार हुआ तो उसमें भी झूठ का सहारा लिया। काउंसलर एक्सेस को लेकर भी पाकिस्तान ने झूठ बोला था। अब जब जाधव की मां और पत्नी ने उनसे मुलाकात कर ली है तो पाकिस्तान का एक और चेहरा दिखाई दे रहा है, मानवीय पहलुओं को नजरअंदाज किया पाकिस्तान ने।
एक मां अपने बेटे से मिलने आई, पत्नी अपने पति से मिलने आई तो मुलाकात की जो व्यवस्था थी वो देख कर हैरान रह गई, मुलाकात के तरीके को लेकर पाकिस्तान पर सवाल खड़े हो रहे हैं। कुलभूषण जाधव अपनी मां और पत्नी से सीधे मुलाकात नहीं कर पाया। उनके बीच में शीशे की एक दीवार थी, उसी के आर पार से देख सकते थे। साथ ही सीधे बात भी नहीं करने दी गई, बात करने के लिए इंटरकॉम का सहारा लिया गया था। सवाल ये है कि इस मुलाकात में मानवीय संवेदनाओं का ध्यान क्यों नहीं रखा गया था। खास बात ये है कि इस मुलाकात की वीडियो रिकॉर्डिंग भी पाकिस्तान ने करवाई है। इस से पाकिस्तान की नीयत के बारे में पता चल रहा है।
क्या पाकिस्तान को इस बात का डर था कि अगर कुलभूषण जाधव और उनके घरवालों की सीधी मुलाकात करा दी गई तो वो कुछ अहम बातें उनको बता सकते हैं। या फिर पाकिस्तान की पोल खोल सकते हैं कि किस तरह से उनको यातनाएं दी जा रही हैं। बहरहाल मानवीय पहलू को नजरअंदाज करके पाकिस्तान ने गलती कर दी है। शायद वो भूल गया कि पाकिस्तान के न जाने कितनेलोग भारत इलाज कराने के लिए आना चाहते हैं, वो मानवीय पहलुओं के आधार पर वीजा के लिए आवेदन करते हैं। भारत उनकी मदद भी करता है। इस से पहले पाकिस्तान पहुंची कुलभूषण की मां और पत्नी ने पहले भारतीय हाई कमीशन गई, वहां पर फ्रेश होने के बाद जाधव से मिलने के लिए गई।
जाधव की मां और पत्नी को लेकर पाकिस्तान के बयान लगातार बदल रहे थे। पहले ये तय हुआ था कि दोनों एक घंटे के लिए मुलाकात करेंगे, उसके लेकिन बाद में पाकिस्तान ने प्लान बदल दिया और केवल 15 मिनट का समय दिया, हालांकि भारत के विरोध के बाद इसे बढ़ा कर 30 मिनट कर दिया गया। बता दें कि 47 साल के कुलभूषण को पाकिस्तान में मौत की सजा सुनाई गई है। उनको पाकिस्तान ने ईरान ने गिरफ्तार किया था। पाकिस्तान में जासूसी करने के आरोप में उनको ये सजा सुनाई गई है। ये मामला फिलहाल इंटरनेशनल कोर्ट में चल रहा है। जहां जाधव की फांसी पर रोक लगाई गई है। भारत लगातार कह रहा है कि अगर जाधव को कुछ हुआ तो उसके गंभीर परिणाम होंगे।