अरविंद केजरीवाल, क्यों उम्मीद करते हैं कि मोदी के कार्यक्रम में उनको बुलाया जाएगा

अरविंद केजरीवाल को मेट्रो के उद्घाटन में नहीं बुलाया गया तो इसका जिम्मेदार उनके अलावा कोई नहीं है, उनको तो उम्मीद करनी बंद कर देनी चाहिए।

New Delhi, Dec 26: दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल नाराज बताए जा रहे हैं, सोशल मीडिया पर लोग उनकी फिरकी ले रहे हैं, आम आदमी पार्टी के नेता केंद्र सरकार पर हमला बोल रहे हैं। उनके सर्वोच्च नेता का इतना अपमान कैसे कर दिया। दिल्ली मेट्रो की मेजेंटा लाइन के उद्घाटन के मौके पर पीएम मोदी मौजूद थे, यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ भी थे, लेकिन दिल्ली के मुखिया केजरीवाल नहीं थे, कहा गया कि केजरीवाल को न्यौता ही नहीं दिया गया। इसी बात को लेकर आम आदमी पार्टी के नेता मोदी सरकार के पीछे पड़ गए, कहने लगे कि मोदी केजरीवाल से डरते हैं, वो उनसे नफरत करते हैं, और भी तमाम बातें सोशल मीडिया पर आप समर्थक लिखने लगे। सवाल ये है कि केजरीवाल क्यों ये उम्मीद करते हैं कि पीएम मोदी के किसी कार्यक्रम में उनको बुलाया जाएगा।

Advertisement

अरविंद केजरीवाल ने ये हक खो दिया है कि उनको पीएम मोदी के किसी कार्यक्रम में निमंत्रित किया जाए, उनको नहीं बुलाए जाने पर आप नेता आशुतोष के तर्क पहले देख लेते हैं, उसके बाद आगे की बात करेंगे, आशुतोष ने कहा कि देश के प्रधानमंत्री कहते हैं – सबका साथ, सबका विकास । त्रासदी देखिये वो दिल्ली में रहते हुये दिल्ली के मुख्य मंत्री को साथ लेकर नहीं चल सकते । मिलने पर केजरीवाल के अभिवादन का जवाब तक नहीं देते । वो सबका विकास कैसे कर सकता है ? सोचियेगा ज़रूर, अगले ट्वीट में उन्होंने लिखा कि मेट्रो दिल्ली की  3/4 दिल्ली से होकर जायेगी । दिल्ली का मेट्रो में 50% पैसा लगा है । यूपी में मेट्रो थोडे हिस्से में दौड़ेगी । पर PM योगी को बुलायेंगे । यूपी में दिल्ली की मेट्रो का उद्घाटन करेंगे । केजरीवाल को नहीं बुलायेंगे । क्यों ? भारत देश का PM इतना संकीर्ण नहीं हो सकता !

Advertisement

आशुतोष के मुताबिक देश के प्रधानमंत्री चुने गए हैं, जनता ने उनको चुना है, वो इतने संकीर्ण कैसे हो सकते हैं, अब इसी लाइन पर क्या आशुतोष अरविंद केजरीवाल के उस बयान की वकालत करेंगे जब केजरीवाल ने मोदी को कायर औऱ मनोरोगी तक कह दिया था। जब केजरीवाल ने कहा था कि मोदी के कर्म खराब हैं, ये पहला मौका था जब देश के चुने हुए प्रधानमंत्री के लिए किसी4 मुख्यमंत्री ने इस तरह के शब्दों का इस्तेमाल किया था। उस समय तो आशुतोष केजरीवाल की बातों की तारीफ करते नहीं थक रहे थे, अब मोदी के कार्यक्रम में केजरीवाल को नहीं बुलाया गया तो मोदी संकीर्ण हो गए हैं। ये गजब के तर्क हैं, जो केवल आम आदमी पार्टी के नेता ही दे सकते हैं।

Advertisement

दरअसल अरविंद केजरीवाल खुद इस के लिए जिम्मेदार हैं, जब आप किसी को कायर और मनोरोगी कहते हैं तो क्या उम्मीद करते हैं कि वो आपको कभी बुलाएगा, बात ये भी नहीं है कि बुलाएगा या नहीं, बात तो ये है कि प्रधानमंत्री को जिस कार्यकरम में आना है वहां पर कौन आएगा किसको निमंत्रण दिया जाएगा ये प्रधानमंत्री तय नहीं करते हैं, तो मुद्दा ये है कि अब केजरीवाल को खुद ये उम्मीद करनी छोड़ देनी चाहिए कि उनको कभी मोदी के कार्यक्रम में बुलाया जाएगा, ऐसा करने से वो ज्यादा सुखी रहेंगे, कोई कष्ट नहीं होगा, साथ ही आशुतोष को भी ये समझ लेना चाहिए कि अपनी पार्टी के नेता के अपमान से पहले ये देखें कि उनके नेता ने कितनों का अपमान किया है, किस तरह की शब्दावली का प्रयोग किया है।