हिंदुस्तान को मिला ब्रह्मास्त्र, सुपरसोनिक इंटरसेप्टर मिसाइल का टेस्ट कामयाब

आखिरकार हिंदुस्तान को एक ताकत मिल गई है। सुपरसोनिक इंटरसेप्टर मिसाइल का सफल टेस्ट हो गया है और इसके साथ ही देश की सुरक्षा और मजबूत हो गई है।

New Delhi, Dec 29: बार बार पड़ोसी मुल्कों से हिंदुस्तान को खतरा रहता है। देखा भी गया है कि कभी पाकिस्तान की तरफ से घुसपैठ की जाती है, तो कभी चीन की तरफ से भी घुसपैठ हो जाती है। ऐसे में भारत की सीमाओं की सुरक्षा के साथ साथ आतंरिक सुरक्षा भी काफी जरूरी हो गई है। इस वजह से भारत में एक ऐसी इंटरसेप्टर मिसािट का सफल टेस्ट किया गया है, जो दुश्मन की हर हरकत को नाकाम कर सकेगी। भारत ने देश में ही तैयार की गई एडवांस्ड एयर डिफेंस सुपरसोनिक इंटरसेप्टर मिसाइल का सफल टेस्ट किया गया है। ओडिशा के बालेश्वर में इस मिसाइल का सफल टेस्ट किया गया है। गुरुवार को इसका कामयाब परीक्षण किया गया।

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ये टेस्ट बेहद ही सधे तरीके से किया गया है। सामने से आ रही बैलेस्टिक मिसाइल को जमीन से 30 किलोमीटर ऊपर ही निशाना बनाकर खत्म कर दिया गया। जी हां इस सुपरसोनिक इंटरसेप्टर मिसाइल में वो ताकत है कि आसमान में ही दुश्मन मिसाइल को मार गिरा सकती है। ये मिसाइल बेहद कम ऊंचाई से आने वाली किसी भी बैलिस्टिक मिसाइल का खात्मा करने में सक्षम है। बताया जा रहा है कि इस साल इस सुपरसोनिक इंटरसेप्टर मिसाइल का तीसरा टेस्ट था। एक न्यूज एजेंसी का कहना है कि इस मिसाइल का निशाना एकदम सटीक लगा और सीधे टारगेट पर इसने वार किया। इसके अलावा भी इसकी कुछ खास बाते हैं।  

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इस टेस्ट के बाद रक्षा सूत्रों का कहना है कि ये एक सीधा निशाना था और इसे बड़ी कामयाबी कहा जा रहा है। आपको बता दें कि इससे पहले इसी साल इस मिसाइल के दो टेस्ट किए गए थे। इसी साल 11 फरवरी को इसका पहला टेस्ट हुआ था और 1 मार्च को इसका दूसरा टेस्ट किया गया था। खास बात ये है कि ये मल्टी लेवल बैलिस्टिक मिसाइल डिफेंस सिस्टम का हिस्सा है। सूत्रों ने इस बारे में काफी जानकारी दी है। इस मिसाइल की फ्लाइट के दौरान अलग-अलग पैरामीटर्स की जांच की गई थी। इस दौरान ये सारे पैरामीटर्स कामयाब रहे। खास बात ये है कि इस मिसाइल के द्वारा पृथ्वी मिसाइल को टारगेट किया गया था।

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जी हां एक न्यूज एजेंसी का कहना है कि चांदीपुर स्थित इंटीग्रेटेड टेस्ट रेंज के लॉन्च कॉम्पलेक्स- 3 से इसकी लॉन्चिंग की गई थी। टारगेट के तौर पर इसके सामने ताकतवर पृथ्वी मिसाइल को रखा गया था। ट्रैकिंग रडार्स पर सिग्नल मिलने के बाद इस मिसाइल ने पृथ्वी मिसाइल को टारगेट किया। इसके बाद बंगाल की खाड़ी में अब्दुल कलाम आईलैंड पर तैनात इंटरसेप्टर एएडी मिसाइल आगे बढ़ी और दुश्मन की मिसाइल को मार गिराने में कामयाब रही। कुल मिलाकर कहें तो हिंदुस्तान के हाथ एक और ब्रह्मास्त्र लग गया है। अब इतना जरूर है कि दुश्मन भी भारत पर नजर डालने से पहले सौ बार सोचेगा।