पीएम मोदी ने एक फोन करके बचाई थी 7000 लोगों की जान

पीएम मोदी के एक फोन से हजारों भारतीयों की जान बची थी, ये बात विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने आसियान के मंच से कही है, क्या है पूरा मामला पढ़िए।

New Delhi, Jan 08: विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने हाल ही में एक खुलासा किया है, ये पीएम मोदी से जुड़ा हुआ है, किस तरह से मोदी सरकार में भारत की कूटनीति बदली है, विश्व स्तर पर भारत की ताकत का अहसास कई देशों को हो चुका है। मोदी के विदेश दौरों को लेकर विरोधी निशाना साधते हैं, लेकिन उन दौरों से देश को कितना फायदा हुआ इस बारे में सुषमा स्वराज के इस बयान से समझा जा सकता है। सउदी अरब ने 2015 में यमन को निशाना बनाया था, तो उस समय वहां पर 4800 समेत लगभग 7 हजार लोगों की जान खतरे में थी, पीएम मोदी के एक फोन ने उनकी जान बचाई थी, ये बात विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने आसियान के मंच पर इंडिया प्रवासी दिवस के मौके पर कही।

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विदेश मंत्री ने बताया कि 2015 में सउदी अरब ने यमन पर हमला किया था तो हालात खराब थे, य़मन में हजारों हिंदुस्तानी फंसे हुए थे, उनको बाहर निकालने का मौका नहीं मिल पा रहा था। सउदी अरब की फौजें लगातार बमबारी कर रही थी, उस समय सुषमा स्वराज ने पीएम मोदी से इस बारे में बात की, उनसे कहा कि वो रियाद के राजा से बात करें.उसके बाद प्रधानमंत्री मोदी ने रियाद में राजा से बात की, उनसे बमबारी रोकने की अपील की, सउदी किंग ने रोजाना सुबह 9 बजे से 11 बजे तक बमबारी रोकने पर सहमति जताई, इतने ही समय में वहां फंसे लोगों को निकालने का काम किया गया था। सुषमा स्वराज ने यमन सरकार से अपील की थी कि वो भारतीयों को अदन के बंदरगाह और सेना के हवाई अड्डे पर पहुंचाया जाए।

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विदेश मंत्री ने कहा कि भारतीय सेना राहत ऑपरेशन तो कर रही थी लेकिन वांछित कामयाबी नहीं मिल रही ही, पीएम मोदी के फोन के बाद हालात बदल गए. रोजाना दो घंटे तक सउदी हमला रुका रहा, जिस से सेना ने ना केवल भारतीयों बल्कि विदेशियों को भी वहां से धीरे धीरे निकाल लिया। 11 दिनों तक चले इस अभियान में 4800 भारतीयों समेत लगभग 7 हजार लोगों को सुरक्षित यमन से निकाला गया था। ये ऑपरेशन 1 अप्रैल 2015 को शुरू हुआ था। सुषमा स्वराज ने काफी अहम मौके पर ये बाते कहीं हैं, बता दें कि विदेशों में फंसे भारतीयों को सुरक्षित निकालने के लिए एनडीए सरकार हमेशा तत्पर रही है। 2014 में केंद्र की सत्ता में आने के बाद से मोदी सरकार ने विदेश में अलग अलग कारणों से फंसे लगभग 80 हजार लोगों को बचाया है।

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इसके अलावा सउदी अरब से 29 कामगरों को भी बचाया है। गीता और उज्मा का मामला तो अभी हाल का है तो वो सभी को याद ही होगा। सुषमा स्वराज सोशल मीडिया के जरिए भी लोगों की मदद के लिए एक्टिव रहती हैं, विदेश में फंसे न जाने कितने भारतीयों ने ट्वीटर के जरिए उनसे मदद मांगी और उनको सहायता दी गई। आसियान के मंच से सुषमा स्वराज ने ये बातें बता कर विरोधियों के लिए मुश्किल खड़ी कर दी है, जो मोदी के विदेश दौरों और उनकी कूटनीति का मजाक उड़ाते हैं, मोदी की कूटनीति के कारण ही सउदी अरब जैसा देश भी भारत की बात मानने लगा है, जिसके कारण कई हिंदुस्तानियों की जान बच सकी थी। आने वाले लोकसभा चुनाव में बजेपी इसे एक बड़ी कामयाबी के तौर पर पेश कर सकती है।