अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के ‘आतंकी’ छात्र का रूममेट भी बना टेररिस्‍ट ?

अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी का छात्र मन्‍नान वानी आतंकी बन चुका है। जांच में पता चला है कि उसका रूममेट भी काफी वक्‍त से लापता है। जानिए पूरी खबर।

New Delhi Jan 09 : अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी का छात्र मन्‍नान वानी आतंकी संगठन हिजबुल मुजाहिद्दीन ज्‍वाइन कर चुका है। इस खबर के बाद सुरक्षा एजेंसियां और खुफिया एजेंसियां उसकी तलाश में जुट गई हैं। इस बीच मन्‍नान वानी को अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी से निष्‍कासित भी किया जा चुका है। दूसरी ओर पुलिसिया जांच में पता चला है कि मन्‍नान वानी का रूममेट भी जुलाई 2017 से लापता है। ऐसे में सवाल उठ रहे हैं कि क्‍या अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी का दूसरा छात्र भी आतंकी बन चुका है। हालांकि इस संबंध में अभी पुलिस के अफसर कुछ भी खुलकर कहने को तैयार नहीं हैं। उनका कहना है कि लापता छात्र के बारे में अभी कुछ भी कहना जल्‍दबाजी होगा। लेकिन, उसकी तलाश की जा रही है। दरसअल, अलीगढ़ पुलिस जब अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में मन्‍नान वानी के बारे के पड़ताल करने पहुंची तो पता चला कि उसका रूममेट मुजम्मिल हुसैन भी जुलाई 2017 से लापता है।

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जांच में पता चला है कि मुजम्मिल हुसैन भी कश्‍मीर के बारामूला का ही रहने वाला है। आशंका जताई जा रही है कि मुजम्मिल हुसैन ने भी मन्‍नान वानी के साथ ही आतंकी संगठन हिजबुल मुजाहिद्दीन को ज्‍वाइन कर लिया है। लेकिन, पुलिस के अधिकारी अभी इस बात की पुष्टि नहीं कर रहे हैं। हालांकि दोनों की तलाश की जा रही है। इस बीच जांच में पता चला है कि मन्‍नान वानी की आखिरी लोकेशन दिल्‍ली थी। वो चार जनवरी को दिल्‍ली में था। जहां एक ओर मन्‍नान वानी का परिवार इस खबर के बाद सदमे में है वहीं दूसरी ओर खुफिया और सुरक्षा एजेंसियों को इस बात का डर है कि कहीं मन्‍नान 26 जनवरी को किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने की फिराक में ना हो। मन्‍नान वानी के भाई मुबस्सिर का कहना है कि उसने तीन जनवरी को अब्‍बा से बात की थी। लेकिन, चार जनवरी से उसका फोन स्विच्‍ड आफ आ रहा है। पांच जनवरी को ही सोशल मीडिया के जरिए इस बात की पुष्टि हुई थी अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के छात्र मन्‍नान वानी हिजबुल मुजाहिद्दीन के साथ जुड़ गया है।

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यूपी एटीएस ने इस वक्‍त अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में पढ़ रहे सभी कश्‍मीरी छात्रों की जांच शुरु कर दी है। इसके साथ ही खास नजर उन लोगों पर है जो मन्‍नान वानी और उसके रूममेट मुजम्मिल हुसैन के संपर्क में रहते थे। जांच अधिकारियों को अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में मन्‍नान वानी के रूम से कई संदिग्‍ध सामग्री मिली हैं। जिसमें कुछ किताबें, फोटोकॉपी, पेन ड्राइव के अलावा दूसरे संदिग्‍ध दस्‍तावेज शामिल हैं। इस बीच एटीएस और अलीगढ़ पुलिस को जांच में ये भी पता चला है कि मन्‍नान वानी ने पिछले साल जनवरी में अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के हॉस्‍टल में हिजबुल मुजाहिद्दीन के कलेंडर बांटे थे। वहीं दूसरी ओर जम्मू-कश्मीर के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक मुनीर खान अभी इस बात की पुष्टि करने से कतरा रहे हैं कि मन्‍नान वानी ने वाकई हिजबुल मुजाहिद्दीन में शामिल हो गया है। उनका कहना है कि जांच पूरी होने के बाद ही कुछ कहा जा सकेगा। अभी कुछ भी कहना जल्‍दबाजी है।

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उधर, अलीगढ़ के एसएसपी राजेश पांडेय का कहना है कि मन्‍नान वानी का रूममेट मुजम्मिल हुसैन पिछले साल जुलाई के बाद से हॉस्‍टल आया ही नहीं है। जबकि मन्‍नान वानी को आखिरी बार दो जनवरी के दिन अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के हॉस्‍टल में देखा गया था। पुलिस ने मन्‍नान वानी और मुजम्मिल हुसैन के रूम को सील कर दिया है। हिजबुल मुजाहिद्दीन ज्‍वाइन करने वाले अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी का ये छात्र मूल रुप से कश्‍मीर के कुपवाड़ा का रहने वाला है। मनान वानी का घर कुपवाड़ा जिले के ताकिपोरा गांव में है। उसके पिता का नाम बशीर अहमद वानी है। मन्‍नान वानी चार दिन पहले ही अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी से लौटा था। मनान वानी पिछले करीब पांच साल से अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में पढ़ाई कर रहा था। मनान यहां से एमफिल कर रहा था। इसके साथ ही वो जिओलॉजी में पीएचडी भी कर रहा था।