हिंदुस्तान की ताकत को वर्ल्ड बैंक का सलाम, इस साल विकास दर आसमान पर

हिंदुस्तान की ताकत को एक बार फिर से वर्ल्ड बैंक ने माना है। वर्ल्ड बैंक का कहना है कि इस साल भारत की विकास दर शानदार रहेगी। जानिए इस साल के आंकड़े

New Delhi, Jan 10: हिंदुस्तान में जबसे नोटबंदी और जीएसटी जैसे नियम लागू हुए हैं, तबसे मोदी सरकार लगातार विपक्ष के निशाने पर है। कांग्रेस के नेता अलग अलग मंचों पर जाकर जीएसटी और नोटबंदी के खिलाफ बड़ी बातें कर रहे हैं। ऐसे में इन सब बातों को वर्ल्ड बैंक ने दरकिनार कर दिया है। जी हां वर्ल्ड बैंक ने हाल में कुछ आंकड़े पेश किए हैं। इन तमाम आंकड़ों में कहा गया है कि भारत की विकास दर इस साल बेहतरनी रहने वाली है। हाल में ही सेंट्रल स्टैटिस्टिक्स ऑफिस द्वारा भी कुछ आंकड़े जारी किए गए थे। इन आंकड़ों में भारत की विकास दर घटने का अनुमान जताया गया था। इस बीच वर्ल्ड बैंक से भारत को एक शानदार खबर मिली है।

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वर्ल्ड बैंक ने कहा है कि मोदी सरकार में हो रहे व्यापक सुधार उपायों की वजह से भारत की अर्थव्यवस्था दूसरे मुल्कों की अपेक्षा तेजी से बढ़ रही है। वर्ल्ड बैंक ने बुधवार को साल 2018 के लिए नई भविष्यवाणी की है। साल 2018 के लिए भारत की विकास दर के 7.3 फीसदी पर रहने का अनुमान दिया गया है। बात सिर्फ यहीं खत्म नहीं होती। वर्ल्ड बैंक का कहना है कि भारत अगले दो सालों में 7.5 फीसदी की दर से आगे बढ़ेगा। हाल ही में वर्ल्ड बैंक ने 2018 ग्लोबल इकनॉमिक प्रॉस्पेक्ट रिलीज किया है। वर्ल्ड बैंक का कहना है कि नोटबंदी और जीएसटी से देश की अर्थव्यवस्था को शुरुआत में झटका लगा था लेकिन अब 2017 की विकास दर 6.7 रहने का अनुमान है।

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वर्ल्ड बैंक के डिवेलपमेंट प्रॉस्पेक्ट्स ग्रुप के डायरेक्टर आइहन कोसे ने मीडिया को इस बारे में जानकारी दी। उनका कहना है कि अगले दशक में भारत दुनिया की बाकी उभरती अर्थव्यवस्थाओं के मुकाबले उच्च विकास दर हासिल करने जा रहा है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि शॉर्ट टर्म आंकड़ों पर भारत का फोकस नहीं है। उन्होंने बताया कि भारत की नई तस्वीर बन रही है और इनमें विशाल क्षमता है। इन नई रिपोर्ट को लेखक कोसे ने तैयार किया है। उन्होंने कहा है कि भारत के तीन सालों के विकास के आंकड़े बेहतरीन हैं। 2017 में चीन की रफ्तार 6.8 रही थी, भारत इसके मुकाबले सिर्फ 0.1 फीसदी पीछे है।

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कोसे ने कहा कि भारत को अपनी क्षमताओं का सही तरह से इस्तेमाल कर रहा है। इसके साथ ही भारत को अब निवेश की संभावनाओं को बढ़ाने वाले कदम उठाने होंगे। उन्होंने कहा कि मार्केट में रिफॉर्म, स्वास्थ्य और शिक्षा में लगातार सुधार हो रहा है। इसके अलावा इन कदमों से निवेश के रास्ते में आ रही मुश्किलों को दूर कर दिया जाएगा। इतना जरूर है कि हिंदुस्तान अब अर्थव्यव्साथ और विकास दर के मामले में चीन को कड़ी टक्कर दे रहा है। अनुमान तो ये भी लगाया जा रहा है कि आने वाले वक्त में भारत जल्द ही चीन को पछाड़कर अर्थव्यवस्था के मामले में दुनिया में अपनी नई पहचान कायम कर सकता है।