सामूहिक दुष्‍कर्म : हरियाणा पुलिस के एडीजी का शर्मनाक बयान, चुप क्‍यों हैं खट्टर ?

हरियाणा सामूहिक दुष्‍कर्म के मामलों से थर्रा उठा है। इस बीच हरियाणा पुलिस के एडीजी आरसी मिश्रा ने शर्मनाक बयान देकर विवाद को और बढ़ा दिया।

New Delhi Jan 17 : हरियाणा में तीन दिनों में सामूहिक दुष्‍कर्म की चार वारदातें हुईं हैं। वारदातें इतनी बर्बर थीं कि पूरा का पूरा हरियाणा इससे थर्रा उठा है। इस वक्‍त प्रदेश की राजनीति पूरे उफान पर है। इस बीच हरियाणा पुलिस के एडीजी ने इस घटनाओं पर बेहद ही शर्मनाक बयान देकर विवाद की आग को और भड़का दिया है। हरियाणा पुलिस के एडीजी आरसी मिश्रा ने बलात्‍कार की घटनाओं को समाज का हिस्‍सा बता डाला है। उनका कहना है कि इस तरह की घटनाएं अनंतकाल से होती चली आ रही हैं। हरियाणा पुलिस के एडीजी के इस बयान पर विपक्ष ने अपनी त्‍यौरियां चढ़ा ली हैं। विपक्ष के नेताओं ने पुलिस अफसर के इस विवादित बयान पर मुख्‍यमंत्री मनोहर लाल खट्टर से जवाब मांगा है। इसके साथ ही उन्‍हें पद से हटाने की मांग भी की गई है। इस पूरे मामले पर हरियाणा पुलिस बैकफुट पर खड़ी नजर आ रही है। इसके साथ ही हरियाणा पुलिस के एडीजी के इस बेशर्म बयान से पुलिस पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं।

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पिछले तीन दिनों में हरियाणा में जिन जगहों पर सामूहिक दुष्‍कर्म की घटनाएं हुई हैं उसमें जींद, पानीपत, फरीदाबाद और पिंजौर शामिल हैं। सभी वारदातों में शामिल आरोपियों ने हैवानियत की सभी हदों को पार कर दिया था। जिससे लोगों में काफी गुस्‍सा भी है। हरियाणा में लोग पुलिस के खिलाफ सड़कों पर उतर कर कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। इस बीच हरियाणा पुलिस के एडीजी आरपी मिश्रा सामने आए और विवादित बयान दे डाला। आरपी मिश्रा ने कहा कि बलात्‍कार की घटनाएं आज से नहीं हो रही हैं। इस तरह की घटनाएं लंबे समय से होती आ रही हैं। हरियाणा पुलिस के एडीजी यहीं नहीं रुके उनका कहना था कि पुलिस का काम जांच करना है। अपराधी को पकड़ना है और उसके खिलाफ अदालत में सबूत पेश करना है। लेकिन, उन्‍होंने एक बार भी ये नहीं कहा कि पुलिस इस तरह की घटनाओं को रोक सकती है।

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हरियाणा पुलिस के एडीजी आरपी मिश्रा के इस विवादित बयान के बाद राज्‍य की सुरक्षा व्‍यवस्‍था पर भी सवाल खड़े होने लगे हैं। लोगों का कहना है कि जब पुलिस के अधिकारी ही यही सोचते हों कि उनका काम सिर्फ जांच करना है और अपराधी को पकड़ना है तो पुलिस अपनी ओर से क्राइम कंट्रोल पर क्‍या काम करेगी। हरियाणा पुलिस के एडीजी आरपी मिश्रा का ये बयान ऐसे वक्‍त में आया जब बुधवार को प्रदेश के मुख्‍यमंत्री मनोहर लाल खट्टर इस तरह की वारदातों को रोकने के लिए और महिला सुरक्षा को लेकर उठाए गए कदमों को गिना रहे थे। एक ओर मनोहर लाल खट्टर कहते हैं कि बेहतर कार्रवाई के लिए पुलिस प्रशासन में बदलाव किया गया है। दूसरी ओर हरियाणा पुलिस के एडीजी इस तरह का बयान देकर सरकार के दावों की पोल खोल देते हैं। वो भी तब जब मनोहर लाख खट्टर ने इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए कड़ी कार्रवाई की बात की थी।

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कुल मिलाकर देखा जाए तो हरियाणा पुलिस के एडीजी आरपी मिश्रा को राज्‍य में हुई सामूहिक दुष्‍कर्म और हत्‍याओं की जघन्‍य वारदातें सामान्‍य घटना नजर आ रही है। ऐसे में पुलिस प्रशासन पर सवाल उठने लाजिमी हैं। हरियाणा की घटना पर दिल्‍ली में भी उबाल दिख रहा है। दिल्‍ली में भी मुख्‍यमंत्री मनोहर लाल खट्टर का पुतला फूंका गया। प्रदर्शनकारियों का कहना था कि खट्टर सरकार ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ के अपने नारे को लेकर प्रतिबद्ध नहीं दिखाई पड़ रही है। इस बीच हरियाणा के पूर्व मुख्‍यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने भी राज्‍यपाल से मुलाकात कर प्रदेश में कानून व्‍यवस्‍था का मुद्दा उठाया। उन्‍होंने मनोहर लाल खट्टर की सरकार को बर्खास्‍त करने की मांग की। उनका कहना था कि अगर खट्टर इस्‍तीफा नहीं देते हैं तो सरकार को बर्खास्‍त कर राष्‍ट्रपति शासन लगा देना चाहिए। इस वक्‍त मनोहर लाल खट्टर की चौतरफा निंदा हो रही है। ऊपर से हरियाणा पुलिस के एडीजी ने विवादित बयान देकर विवाद को और बढ़ा दिया।