मोदी-नेतन्याहू की गहरी दोस्ती से सहमा पाकिस्तान, फिर बौराए ख्वाजा आसिफ
मोदी-नेतन्याहू की हर मीटिंग और हर मुलाकात पर पाकिस्तान की पैनी नजर है। भारत-इजराइल की गहरी दोस्ती से पाकिस्तान परेशान है। जानिए क्यों।
New Delhi Jan 17 : भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू की गहरी दोस्ती से पाकिस्तान सहम उठा है। पाकिस्तान ने इजराइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू की भारत यात्रा पर पैनी निगाहें गड़ा दी है। उनकी नजर मोदी-नेतन्याहू की हर मीटिंग और हर मुलाकात पर टिकी हुई है। मोदी-नेतन्याहू की दोस्ती से पाकिस्तान किस कदर परेशान है इसका अंदाजा पाकिस्तान के विदेश मंत्री ख्वाजा आसिफ के बयान से ही देखने को मिल सकता है। ख्वाजा आसिफ का कहना है कि भारत और इजराइल मिलकर एक नया अलाइंस तैयार कर रहे हैं। जिसका मकसद मुसलमानों की जमीन पर कब्जा करना है। ख्वाजा आसिफ का कहना है कि जिस तरह भारत ने कश्मीर की जमीन पर कब्जा किया है। उसी तरह इजराइल ने भी कुछ इसी तरह के काम अपने मुल्क में किए हैं। उनका कहना है कि पाकिस्तान दोनों ही देशों से मुकाबला करने की ताकत रखता है।
दरअसल इस वक्त इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू छह दिवसीय भारत यात्रा पर हैं। इस दौरान पूरी दुनिया मोदी-नेतन्याहू की गहरी दोस्ती को देख रही है। भारत और इजराइल के बीच कुल नौ समझौतों पर हस्ताक्षर भी हुए हैं। जिसमें डिफेंस सेक्टर भी शामिल है। सभी को पता है कि इजराइल हथियारों का सबसे बड़ा सप्लायर देश है और भारत सबसे बड़ा खरीददार। लेकिन, पाकिस्तान को मोदी-नेतन्याहू की गहरी दोस्ती रास नहीं आ रही है। पाकिस्तान के विदेश मंत्री ख्वाजा आसिफ ने पाकिस्तानी न्यूज चैनल जियो न्यूज को एक इंटरव्यू दिया। इस इंटरव्यू में उन्होंने भारत के खिलाफ जमकर अपनी भड़ास निकाली। एक सवाल के जवाब में ख्वाजा आसिफ ने कहा कि भारत ने कश्मीर में मुसलमानों की जमीन पर कब्जा किया हुआ है। इसी तरह इजराइल ने फिलिस्तीन की बड़ी जमीन पर कब्जा जमाया हुआ है। ख्वाजा आसिफ का कहना है कि इन दोनों ही मुल्कों का एक ही मकसद है मुसलमानों की जमीन पर कब्जा करना।
पाकिस्तान के विदेश मंत्री ख्वाजा आसिफ ने जियो न्यूज को दिए इंटरव्यू में कहा कि पाकिस्तान ने कभी भी इजराइल को मान्यता नहीं दी। उनका मानना है कि मोदी-नेतन्याहू की दोस्ती की बुनियाद ही इस्लाम से दुश्मनी है। ख्वाजा आसिफ ने कहा कि हमारा फिलिस्तीन से इमोशनल रिश्ता है। ये रिश्ता वैसा ही है जैसा कश्मीर के साथ है। इतना ही नहीं, ख्वाजा आसिफ कहते हैं कि पाकिस्तान मोदी-नेतन्याहू की दोस्ती और भारत और इजराइल के इस अलायंस से अकेले ही निपटने में सक्षम है। हम अपने आप को इससे महफूज रख सकते हैं। जियो न्यूज को दिए इंटरव्यू में ख्वाजा आसिफ ने कहा कि पाकिस्तान आतंकवाद से मुकाबला कर रहा है। उनके मुताबिक पाकिस्तान का डिफेंस सेक्टर काफी मजबूत है। आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में हमें बड़ी कामयाबी मिली है। लेकिन, इस लड़ाई में हमें बड़ी कुर्बानियां भी देनी पड़ी हैं।
इस इंटरव्यू से पहले भी पाकिस्तान का विदेश मंत्रालय एक बयान जारी कर ये कह चुका था कि उनकी नजर मोदी-नेतन्याहू की दोस्ती और दोनों के बीच होने वाले समझौतों पर टिकी हुई है। पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने कहा था कि भारत और इजराइल के बीच कारोबारी समझौते हुए हैं। साथ ही रक्षा के क्षेत्र में भी दोनों देशों के बीच कई करार हुए हैं। सभी पर पाकिस्तान की नजर है। दरअसल, मोदी-नेतन्याहू की दोस्ती से डरा पाकिस्तान अब मुस्लिम कार्ड खेलकर फायदा उठाने की फिराक में है। उसे लगता है कि अगर वो भारत और इजराइल को मुस्लिम विरोधी बताता है तो इसका उसे सीधा फायदा होगा। जबकि पूरी दुनिया जानती है कि भारत और इजराइल आतंकवाद के विरोधी हैं ना कि मुस्लिम विरोधी। पाकिस्तान को पता है कि भारत की मजबूती आने वाले दिनों में उसके लिए परेशानी का सबब बन सकती है इसलिए वो इस तरह की बातें कर मुख्य मुद्दे से लोगों का ध्यान भटकाना चाहता है।