क्या अरुण जेटली के सामने अरविंद केजरीवाल अपनी हार मान चुके हैं?

दिल्ली के सीएम केजरीवाल और केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली एक साथ मुस्कुराते दिखे, सवाल ये है कि क्या केजरीवाल सीजफायर की कोशिश कर रहे हैं।

New Delhi, Jan 19: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली की कानूनी जंग किसी से छिपी नहीं है। जेटली कभी डीडीसीए के अध्यक्षहुआ करते थे, केजरीवाल ने अपनी सियासत की शुरूआत में ही जेटली से पंगा ले लिया था. उन्होंने जेटली पर आरोप लगाया था कि जेटली के कार्यकाल में डीडीसीए में जमकर भ्रष्टाचार हुआ था. और भी कई आरोप लगाए थे, इसके बाद जेटली ने केजरीवाल समेत आप के 5 नेताओं के खिलाफ मानहानि का केस कर दिया था। इसके बाद से ही दोनों के बीच संबंध खराब हैं, लेकिन राजनति में दुश्मनी और दोस्ती हमेशा के लिए नहीं होती। गुरुवार को दिल्ली में जो नजारा देखने को मिला उस से यही साबित होता है। साथ ही सवाल भी खड़े होते हैं।

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गुरुवार को दिल्ली में जीएसटी की बैठक थी, बैठक में सभी राज्यों के वित्त मंत्री शामिल हुए थे। बैठक के बाद दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने सभी वित्त मंत्रियों के लिए डिनर का आयोजन किया था। इस डिनर में केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली भी शामिल हुए थे। जब जेटली और केजरीवाल आमने सामने आए तो वहां मौजूद सभी लोगों को लगा कि माहौल में नेगेटिविटि आ जाएगी। लेकिन जो हुआ उस से सभी लोग हैरान हो गए थे। केजरीवाल ने ना केवल जेटली का स्वागत किया बल्कि उनके बगल में बैठे, दोनों मुस्कुरा रहे थे। साथ में गप्पे लड़ा रहे थे। इस से डिनर के दौरान माहौल खुशनुमा हो गया था। इस से पहले दोनों जब भी किसी कार्यक्रम में आमने सामने आए तो तनाव साफ देखने को मिला।

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दोनों की ही तस्वीरें सामने आई हैं, जिनमे वो एक दूसरे से बातें करते दिखाई दे रहे हैं, मुस्कुराते दिख रहे हैं, लग रहा है कि जैसे दोनों के बीच में कई तनाव है ही नहीं। इसी तस्वीर को लेकर सियासत भी शुरू हो गई है। कांग्रेस नेता अजय माकन ने तंज कसते हुए कहा कि बदले बदले सरकार नजर आते हैं।एक खास बात जो इस डिनर की थी वो ये कि जेटली के आने से पहले केजरीवाल बेकरार दिख रहे थे, जैसे उनको जेटली का ही इंतजार है. वो बार बार कर्मचारियों को कुछ निर्देश दे रहे थे। उन्होंने राज्यों के वित्त मंत्रियों से भी कुछ बातें की। मनीष सिसोदिया को जिम्मेदारी दी गई थी कि वो सभी मेहमानों का वेन्यू में स्वागत करें, ये डिनर पार्टी दिल्ली के मशहूर फाइव सेंसेज गार्डन में आयोजित की गई थी। जब तक अरुण जेटली नहीं आए केजरीवाल परेशान ही रहे, जब जेटली वहां पहुंचे तो केजरीवाल ने उनका स्वागत किया. एक तरह से कह सकते हैं कि जेटली इस डिनर के मुख्य अतिथि के तौर पर आए थे। इसी के बाद सवालों का दौर शुरू हो गया, लोग अपने अपने अंदाजे से कयास लगाने लगे. क्या कारण है कि जेटली के सामने केजरीवाल इस तरह से मुस्कुराते हुए दिखाई दिए।

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इस से पहले किसी भी कार्यक्रम में जब दोनों आमने सामने आए तो केजरीवाल की मुखमुद्रा कठोर रहती थी। वो जेटली का सामना करने से बचते थे। अब सोशल मीडिया समेत सत्ता के गलियारों में भी ये सवाल खड़ा हो रहा है कि क्या केजरीवाल ने जेटली के सामने हार मान ली है। जेटली पर आरोप लगाने के बाद से ही केजरीवाल लगातार कानूनी तौर पर पटखनी खा रहे हैं। 10 करोड़ के मानहानि केस में केजरीवाल का पक्ष काफी कमजोर दिखाई दे रहा है। यहां तक कि उनको मशहूर वकील राम जेठमलानी से भी कोई फायदा नहीं हुआ, बल्कि जेठमलानी के कारण जेटली ने 10 करोड़ का मानहानि का एक और केस ठोंक दिया। अब दोनों के बीच की बर्फ पिघल रही है तो सवाल भी खड़े हो रहे हैं। तार्किक तौर पर देखें तो इस केस में जेटली के फायदे से ज्यादा केजरीवाल का नुकसान है। क्या यही कारण है कि अब केजरीवाल सीजफायर की कोशिश कर रहे हैं।