फैसला @ पद्मावत, सियासत फिर गर्माई, करणी सेना हुई आग-बबूला

पद्मावत को लेकर देशभर की राजनीति एक बार फिर से गर्मा गई है। सुप्रीम कोर्ट ने जैसे ही इस फिल्म को लेकर फैसला दिया, उसके बाद से फिर उथल-पुथल मची है।

New Delhi, Jan 19: पद्मावत को लेकर विवाद अभी थमा नहीं है। सुप्रीम कोर्ट ने हालांकि चार राज्यों में इस फिल्म पर लगे बैन को हटा दिया है। लेकिन अब ये विवाद फिर से गर्मा रहा है। करणी सेना का हाई वोल्टेज बवाल एक बार फिर से शुरू हो गया है। बताया जा रहा है कि बैन हटने के बाद भी बीजेपी की राज्य सरकारें इस मामले में अपना हाथ जाने के लिए तैयार नहीं हैं। हरियाणा, राजस्थान, मध्य प्रदेश और गुजरात में इस फिल्म को लेकर हंगामा मचा हुआ था। करणी सेना का प्रदर्शन तो पहले से ही देखा जा रहा था लेकिन  अब राज्यों की राजनीति में भी इस फिल्म का बारूद एक बार फिर से सुलगता दिख रहा है।

Advertisement

हरियाणा, राजस्थान और मध्य प्रदेश की सरकार के वरिष्ठ मंत्रियों का कहना है कि अभी कोर्ट के आदेश की कॉपी का इंतजार है। कुछ सूत्रों के हवाले से खबर है कि इस मामले में फिर से अपील करने के रास्ते तलाशे जा रहे हैं। उधर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद भी करणी सेना अपने रुख पर कायम है। करणी सेना ने इससे पहले सेट पर ही फिल्म के डायरेक्टर संजय लीला भंसाली को थप्पड़ मारा था। इसके बाद ये आग धीरे धीरे राजस्थान से देश के 4 राज्यों में फैल गई। फिल्म को पहले दिसंबर में रिलीज होना था, लेकिन ये होना नहीं पाया। अब बताया जा रहा है कि फिल्म को 25 जनवरी को रिलीज होना है। सुप्रीम कोर्ट की तरफ से इसके लिए इजाजत भी मिल गई है।

Advertisement

4 राज्यों में फिल्म पर बैन लगाने की मांग की गई थी। अलग अलग सरकारों ने इस फिल्म को अपने राज्य में रिलीज ना करने को लेकर अपील दायर की थी। सुप्रीम कोर्ट ने तमाम दलीलों को सुना और फैसला सुना दिया कि इस फिल्म की रिलीज को कोई रोक नहीं सकता। इस बीच राजपूत करणी सेना का कहना है कि वो पूरे देश के सामाजिक संगठनों से अपील करेंगे। वो अपील करेंगे कि पद्मावत नहीं चलनी चाहिए। इसके साथ ही करणी सेना का कहना है कि अलग अलग फिल्मों के हॉल में कर्फ्यू लगाया जाएगा। कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल का कहना है कि सुप्रीम कोर्ट का फैसला शानदार है और हर किसी के हक में लिया गया।

Advertisement

इस बीच बीजेपी के बागी नेता सूरज पाल अम्मू का कहना है कि सुप्रीम कोर्ट ने लाखों-करोड़ों हिंदुओं की भावनाओं को ठेस पहुंचाई है। सूरज पाल ने तो यहां तक कह दिया कि चाहे फांसी पर लटका दो लेकिन संघर्ष जारी रहेगा। इसके साथ ही राजस्थान के गृहमंत्री गुलाब चंद कटारिया ने भी इस बारे में बयान दिया है। उनका कहना है कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले का सम्मान करते हैं। सभी पहलुओं से इस मामले को देखेंगे। अगर जरूरत पड़ी तो आगे चलकर दूसरे कदमों को भी उठाया जाएगा। उधर गुजरात सरकार की तरफ से भी अगले कदम को उठाने की बात कही जा रही है। देखना है कि आगे इस मामले में क्या होता है।