LoC पर जंग चाहती है पाकिस्तानी फौज ? मोदी जी भर ही दीजिए भूसा

इस वक्‍त LoC पर जो हालात हैं उसे देखकर कहा जा सकता है कि पाकिस्‍तान भारत से जंग चाहता है। अगर ऐसा है तो उसका ये अरमान पूरा कर ही देना चाहिए।

New Delhi Jan 20 : पाकिस्‍तान 19 दिनों में LoC पर सौ बार से भी ज्‍यादा बार सीजफायर का उल्‍लंघन कर चुका है। इस वक्‍त जम्‍मू-कश्‍मीर में सिर्फ कठुआ को छोड़कर सभी जगहों पर पाकिस्‍तानी फौज की ओर से फायरिंग की जा रही है। पाकिस्‍तान के सीजफायर उल्‍लंघन को देखते हुए LoC और अंतरराष्‍ट्रीय बार्डर से सटे पूरे इलाके में हाईअलर्ट घोषित कर दिया गया है। जो हालात इस वक्‍त LoC पर बने हुए हैं उसे देखकर कहा जा सकता है कि शायद पाकिस्‍तान भारत से जंग की मंशा पालकर बैठा है। अगर ऐसा है तो एक बार और आर-पार का मुकाबला हो ही जाना चाहिए। ताकि पाकिस्‍तानी फौज को भी पता चल सके कि उसकी औकात क्‍या है। हालांकि एक तरह से देखा जाए तो इस वक्‍त भी LoC पर अघोषित जंग जैसे ही हालात हैं। सीमावर्ती इलाके के ज्‍यादातर सभी स्‍कूलों को बंद कर दिया गया है। इसके अलावा पाकिस्‍तान बार्डर से सटे गांवों में रहने वालों को घर से बाहर ना निकलने की हिदायत दी गई है।

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LoC और अंतरराष्‍ट्रीय बार्डर से सटे सभी गांवों को हाईअलर्ट पर रखा गया है। प्रशासन को किसी भी हालात से निपटने के निर्देश दिए गए हैं। पिछले दो दिनों से पाकिस्‍तान की ओर से भारी गोलाबारी की जा रही है। बीएसएफ की चौकियों के अलावा ग्रामीण इलाकों को भी पाक फौज अपना निशाना बना रही है। पाकिस्‍तान की ओर से होने वाली फायरिंग में अब तक बीएसएफ के दो जवान शहीद हो चुके हैं। इसके अलावा तीन नागरिक भी इस फायरिंग में अपनी जान गंवा चुके हैं। जबकि अलग-अलग सेक्‍टरों में पाक फायरिंग में 12 से 15 आम नागरिक जख्‍मी हुए हैं। ऐसे में सवाल उठ रहे हैं कि आखिर पाक फौज चाहती क्‍या है। वो LoC पर फायरिंग कर आम नागरिकों को दर्द पहुंचाकर क्‍या साबित करना चा‍हती है। हालांकि ऐसा नहीं है कि नुकसान सिर्फ एकतरफा है। दूसरी ओर भी उतना ही नुकसान हो रहा है जितना भारतीय क्षेत्र में क्षति हो रही है। मारे उधर के लोग भी जा रहे हैं।

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बस हालात जंग जैसे हैं। अघोषित युद्ध जारी है। अब तो आलम ये है कि पुंछ और मेंढर जैसे सेक्‍टरों में तो लोगों को सुरक्षित ठिकानों पर पहुंचाया जा रहा है। ताकि जान-माल का नुकसान कम से कम हो। पाकिस्‍तानी सेना की रोज-रोज की इस नापाक हरकत से देश के लोगों का भी गुस्‍सा बढ़ा जा रहा है। देश के लोगों ने तो अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से ये मांग करनी शुरु कर दी है कि वो एक बार पाकिस्‍तान को सबक सिखा ही दें। ताकि रोज-रोज की ये आतिशबाजी बंद हो। बस एक बार में ही पाक को अच्‍छी तरह से समझाया दिया जाए। उधर, पाक भी शेखी बघारने में पीछे नहीं है। उसका कहना है कि हिंदुस्‍तान हमें 1965 वाला पाकिस्‍तान ना समझे। हम भी परमाणु हथियारों से संपन्‍न देश हैं। यानी एक तरह से देखा जाए तो पाकिस्‍तान की ओर से परमाणु हमले की धमकी तक दी जा रही है। इससे पहले पाकिस्‍तान के विदेश मंत्री ख्‍वाजा आसिफ भी परमाणु बम को लेकर भारत को डराने की कोशिश कर चुके हैं।

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पुरानी कहावत है कि लातों के भूत बातों से नहीं मानते हैं। शायद ये कहावत पाकिस्‍तान पर एकदम सटीक बैठती है। तभी तो देश के लोग मांग कर रहे हैं कि लातों के भूत रुपी पाकिस्‍तान को इस बार सबक सिखा ही दिया जाए। हालांकि बुद्धिजीवी वर्ग कभी भी जंग के पक्ष में नहीं रहता है। उसका मानना है कि कूटनीतिक तरीके से समस्‍याओं का समाधान निकाला जाना चाहिए। लेकिन, पाकिस्‍तान की फितरत ऐसी है कि बातों की भाषा उसे समझ ही नहीं आती है। कहा तो ये भी जा रहा है कि वो कश्‍मीर में आतंकियों की घुसपैठ कराने में नाकाम है इसलिए बौखलाहट में बार-बार सीजफायर का उल्‍लंघन कर रहा है ताकि कैसे भी कुछ आतंकी कश्‍मीर में दाखिल हो जाएं और गड़बड़ी फैला सकें। लेकिन, LoC और इंटरनेशनल बार्डर के साथ-साथ पाक अधिकृत कश्‍मीर में भी पाक की हर हरकत का मुंहतोड़ जवाब उसे मिल रहा है। कहने को ये जंग नहीं है लेकिन, किसी जंग से कम भी नहीं है।