पीएम मोदी के दम को दावोस में दुनिया ने देखा, बताई तीन बड़ी चुनौतियां
पीएम मोदी ने दावोस में वर्ल्ड इकनॉमिक फोरम की 48 वीं एनुअल मीटिंग को संबोधित किया है। यहां उन्होंने दुनिया को तीन खास चुनौतियां बताई हैं।
New Delhi, Jan 23: पीएम मोदी के भाषणों की तारीफ दुनिया का हर शख्स करता है। इस बीच उन्होंने वर्ल्ड इकॉनमिक फोरम में दुनिया को संबोधित किया है। इस बीच मोदी ने दुनिया के सामने तीन बड़ी चुनौतियां बताई हैं। उनका कहना है कि सबसे पहले दुनिया के सिर पर जलवायु परिवर्तन का खतरा मंडरा रहा है। इसके साथ ही उनका कहना है कि ग्लेशियर लगातार पिघलते जा रहे हैं और आर्कटिक की बर्फ भी पिघल रही है। उन्होंने कहा कि लगातार ऐसा हो रहा है और इससे बहुत से द्वीप जूब गए हैं और कुछ डूबने की कगार पर हैं। उन्होंने दुनिया को चेताया कि एक्सट्रीम वेदर का दुष्प्रभाव लगातार बढ़ता जा रहा है।
इसके बाद मोदी ने सीधे तौर पर अमेरिका पर निशाना साधा और सवाल पूछा। उन्होंने कहा कि हर कोई कहता है कि कार्बन के दुष्प्रभाव को कम करने के लिए इसका उत्सर्जन कम होना चाहिए। लेकिन दुनिया में ऐसे कितने मुल्क हैं, जो विकासशील देशों को सही टेक्नोलॉजी देना चाहते हैं और आवश्यक संसाधन उपलब्ध करवाना चाहते हैं ? उन्होंने बताया कि भारत ने सौर ऊर्जा के साथ साथ पर्यावरण बचाने के कई विकल्पों पर काम करना शुरू कर दिया है। इसके अलावा मोदी ने आर्थिक जगत के प्रतिनिधियों को संबोधित करते हुए कहा कि इस वक्त आतंकवाद दुनिया की शांति के लिए सबसे बड़ा खतरा बन गया है।
उन्होंने पाकिस्तान पर निशाना साधा और कहा कि लोग अच्छे और बुरे आतंक के बीच में फर्क कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि ये देखकर दुख होता है कि युवा पीढ़ी धीरे धीरे कट्टरपंथ की ओर जा रही है। इसके बाद मोदी ने ग्लोबलाइजेशन के विपरीत संरक्षणवाद को दुनिया के लिए तीसरी सबसे बड़ी चुनौती बताया। उन्होंने कहा कि संरक्षणवाद की ताकते सिर उठा रही हैं और लगातार पनप रही है। संरक्षणवाद पर भी मोदी के निशाने पर डोनाल्ड ट्रम्प रहे। मोदी ने कहा कि द्विपक्षीय और बहुपक्षीय व्यापार समझौते रुक से गए हैं। इसके साथ ही देशों के बीच होने वाली बातचीत भी रुक रही है।
उन्होंने कहा कि ग्लोबल सप्लाइ चेन्स की वृद्धि भी रुक रही है। उन्होंने कहा कि आज देखा जा रहा है कि ग्लोबलाइजेशन नाम के विपरीत सिकुड़ रहा है, जो कि दुनिया के लिए आने वाले वक्त में बड़ा खतरा साबित हो सकता है। पीएम मोदी के भाषण के बाद पूरा हॉल तालियों से गूंज उठा और लोगों ने इस संबोधन की काफी तारीफ की। मोदी का कहना है कि आतंकवाद को सबसे पहले खत्म करना होगा। इससे पहले भी मोदी पाकिस्तान पर निशाना साधते हुए कह चुके हैं कि पड़ोसी मुल्क में आतंक के आका सिर छुपाए बैठे हैं और पाकिस्तान की सरकार द्वारा आतंकियों को संरक्षण दिया जा रहा है, जो कि बेहद शर्मनाक है।