पद्मावत के बवाल के बीच पिस्तौल के साथ पकड़ा गया कांग्रेस का वरिष्ठ नेता ?
एक ओर पूरे देश में फिल्म पद्मावत पर विरोध प्रदर्शन जारी है। वहीं दूसरी ओर करणी सेना के गढ़ में एक कांग्रेस नेता को पिस्तौल के साथ पकड़ लिया गया।
New Delhi Jan 25 : संजय लीला भंसाली की विवादित फिल्म पद्मावत पूरे देश में रिलीज हो चुकी है। लेकिन, इस फिल्म को लेकर करणी सेना का विरोध प्रदर्शन जारी है। करणी सेना ने सेंसर बोर्ड के अध्यक्ष प्रसून जोशी को भी धमकी दी है। प्रसून जोशी को जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल में हिस्सा लेने आना था। लेकिन, करणी सेना की धमकी के चलते उन्होंने जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल में आने से इनकार कर दिया है। राजस्थान को करणी सेना का गढ़ माना जाता है। फिल्म पद्मावत को लेकर करणी सेना की धमकियों के चलते इस वक्त जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल भी काफी चर्चा में है। इसी फेस्टिवल में कांग्रेस पार्टी के एक वरिष्ठ नेता को भी हिस्सा लेना था। लेकिन, उन्हें कार्यक्रम में आने से पहले ही पिस्तौल के साथ पकड़ लिया गया। जिसे लेकर काफी विवाद हो गया। सुरक्षा एजेंसियों ने कांग्रेस पार्टी के इस वरिष्ठ नेता को करीब 35 मिनट तक रोके रखा, पूछताछ के बाद उन्हें जाने दिया।
दरअसल, पिस्तौल का ये विवाद पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता शशि थरूर से जुड़ा हुआ है। शशि थरूर पद्मावत पर मचे बवाल के बीच ‘जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल’ में हिस्सा लेने यहां पहुंचते थे। लेकिन, शशि थरूर के जयपुर पहुंचते ही विवाद खड़ा हो गया। दरसअल, शशि थरूर अपनी लाइसेंसी पिस्तौल के साथ जयपुर आए थे। लेकिन, जैसे ही वो जयपुर एयरपोर्ट पहुंचे सुरक्षा कर्मियों ने उन्हें रोक लिया। इसके बाद इस पूरे मामले की जांच-पड़ताल शुरु हो गई। जयपुर एयरपोर्ट पर जांच पड़ताल के दौरान कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शशि थरूर को करीब 35 मिनट तक एयरपोर्ट पर ही रोके रखा गया। जांच पूरी होने के बाद ही उन्हें यहां से जाने दिया गया। दरअसल, राजस्थान की राजधानी जयपुर में होने वाले जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल में इस बार मशहूर लेखक और सेंसर बोर्ड के अध्यक्ष प्रसून जोशी भी आना था।
लेकिन, करणी सेना ने प्रसून जोशी को धमकी दी हुई है। इसी धमकी के चलते वो इस कार्यक्रम में शामिल नहीं हुए। इस कार्यक्रम में जावेद अख्तर को भी आना था लेकिन, वो भी नहीं आए। संजय लीला भंसाली की फिल्म पद्मावत का विरोध कर रही करणी सेना ने अभी हाल ही में कहा था कि अगर प्रसून जोशी और जावेद अख्तर जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल में हिस्सा लेने आते हैं तो उनका भी वही हाल किया जाएगा जो संजय लीला भंसाली का किया गया था। दरसअल, करणी सेना की नाराजगी प्रसून जोशी से इसलिए है क्योंकि उन्हें फिल्म पद्मावत को हरी झंडी दी। वहीं दूसरी ओर जावेद अख्तर के बयान पर भी बवाल हो गया था। जावेद अख्तर ने कहा था कि राजपूत-रजवाड़े अंग्रेजों से तो कभी लड़े नहीं और अब ये लोग सड़कों पर उतर रहे हैं। जावेद अख्तर ने कहा था कि ये जो राणा लोग हैं। ये महाराजे हैं। ये लोग दो सौ साल तक अंग्रेजों के दरबार में खड़े रहे।
जावेद अख्तर से सवाल किया था कि उस वक्त इन लोगों की राजपूती कहां थी। जावेद अख्तर का कहना था कि राजपूत को राजा ही इसलिए बने थे क्योंकि इन लोगों ने अंग्रेजों की गुलामी स्वीकार की थी। इतना ही नहीं जावेद अख्तर ने पद्मावती की कहानी को ही नकली करार दिया था। जावेद अख्तर का कहना था कि मैं कोई इतिहासकार नहीं हूं लेकिन, मान्य इतिहासकारों को पढ़ने के बाद कहानी कुछ और ही पता चलती है। जावेद अख्तर के इसी बयान को लेकर करणी सेना ने उन्हें भी खुली धमकी दी थी। जिसके बाद जावेद अख्तर ने भी जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल से किनारा कर लिया। इस फेस्टिवल में देश-विदेश के हजारों लोग हिस्सा लेते हैं। शशि थरूर को भी इसी कार्यक्रम में शामिल होना था। लेकिन, उनकी लाइसेंसी पिस्तौल को लेकर ही एयरपोर्ट पर विवाद हो गया। करणी सेना के विरोध को देखते हुए यहां पर भी सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए गए हैं।