गिरिराज सिंह ने दी भंसाली को खुली चुनौती, ‘मोहम्‍मद साहब’ पर फिल्‍म बनाकर दिखाओ

फिल्‍म पद्मावत बेशक पूरे देश में रिलीज हो गई हो, लेकिन, इस पर विवाद जारी है। केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने संजय लीला भंसाली को खुली चुनौती दी है।

New Delhi Jan 28 : संजय लीला भंसाली की फिल्‍म पद्मावत पर जारी गतिरोध खत्‍म होने का नाम ही नहीं ले रहा है। केंद्रीय मंत्री और भारतीय जनता पार्टी के फायरब्रांड नेता गिरिराज सिंह ने इस फिल्‍म के निर्माता-निर्देशक संजय लीला भंसाली को खुली चुनौती दी है। उन्‍होंने कहा है कि अगर भंसाली में जरा सी भी हिम्‍मत है तो हजरत मोहम्‍मद साहब पर फिल्‍म बनाकर दिखाएं। इसके अलावा उन्‍होंने संजय लीला भंसाली पर कई और बातों को लेकर भी निशाना साधा। दरसअल, सुप्रीम कोर्ट की हरी झंडी के बाद अभी 25 अगस्‍त को ही ये फिल्‍म पूरे देश की करीब सात हजार स्‍क्रीन्‍स पर एक साथ रिलीज हुई थी। फिल्‍म को तीन भाषाओं में रिलीज किया गया था। लेकिन, सुप्रीम कोर्ट से हरी झंडी मिलने के बाद भी इस फिल्‍म को लेकर कई राज्‍यों में विरोध प्रदर्शन जारी है। करणी सेना के लोग लगातार फिल्‍म का विरोध कर रहे हैं। फिल्‍म के विरोध में कई जगहों पर हिंसा भी हुई।

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इस बीच केंद्रीय मंत्री और बीजेपी के फायरब्रांड नेता गिरिराज सिंह का बयान सामने आया। गिरिराज सिंह ने कहा कि जब राजस्‍थान में फिल्‍म पद्मावत की शूटिंग की हो रही थी तब संजय लीला भंसाली ने इसे बंद क्‍यों नहीं किया। अपने बयानों को लेकर हमेशा विवादों में रहने वाले केन्द्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने इसके बाद इस फिल्‍म को लेकर एक बहुत ही बड़ा बयान दिया। उन्होंने सवाल किया कि देश में अभिव्यक्ति की आजादी के नाम पर क्या कोई भी राष्‍ट्रपिता महात्‍मा गांधी को भांगड़ा या कथक करते हुए दिखा सकता है? उन्‍होंने कहा कि अगर गांधी जी पर कोई फिल्‍म बने और उस फिल्‍म में गांधी जी को भांगड़ा या कथक करते हुए दिखाया जाए तो मैं ऐसे लोगों को कभी माफ नहीं कर सकता। इसके बाद ही उन्‍होंने संजय लीला भंसाली को खुली चुनौती देते हुए सवाल किया कि क्‍या किसी में इतनी हिम्‍मत है कि वो हजरत मोहम्‍मद साहब पर फिल्‍म बनाकर उनके चरित्र को दिखाए।

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इससे पहले भी गिरिराज सिंह संजय लीला भंसाली पर भड़क चुके हैं। सिर्फ गिरिराज सिंह ही नहीं बल्कि कई नेता इस बात को मानते हैं कि बॉलीवुड में एक तबका हमेशा हिंदू-देवी देवताओं और भारत के हिंदुओं के इतिहास के साथ खिलवाड़ करता है। जबकि किसी भी हिम्‍मत नहीं है कि वो मुसलमानों के साथ या फिर उनके इतिहास के साथ ऐसी कोई हरकत करे। ऐसे नेताओं का कहना है कि संजय लीला भंसाली जैसे लोगों को विवादित फिल्‍मों से बचना चाहिए। जयपुर पहुंचे गिरिराज सिंह ने भी यही बात उठाई। जब उनसे फिल्‍म पद्मावत के बारे में सवाल किया गया तो उन्‍होंने कहा कि हमेशा से ही हिंदू धर्म को फिल्मों में निशाने पर क्यों लिया जाता है। इसके साथ ही गिरिराज सिंह ने सवाल किया और पूछा कि फिल्मकार दूसरे धर्मों को लेकर इस तरह की विवादित फिल्में क्यों नहीं बनाते। उनका कहना है कि चाहें वो पद्मावत फिल्‍म हो या फिर कोई और इतिहास के साथ छेड़छाड़ बर्दास्‍त नहीं की जा सकती।

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सिर्फ गिरिराज सिंह ही नहीं बल्कि केन्द्रीय वित्त राज्यमंत्री अर्जुन मेघवाल ने भी फिल्‍म पद्मावत को लेकर संजय लीला भंसाली पर निशाना साधा। अर्जुन मेघवाल का कहना है कि फिल्म में किसी भी देश की सभ्याता और संस्कृति के साथ छेड़छाड़ नहीं की जानी चाहिए। संजय लीला भंसाली को हजरत मोहम्‍मद साहब पर फिल्‍म बनाने की खुली चुनौती देने वाले गिरिराज सिंह इससे पहले अल्‍पसंख्‍यक आयोग को भी खत्‍म करने की बात कह चुके हैं। गिरिराज सिंह का कहना था कि अल्‍पसंख्‍यक की परिभाषा को अब दोबारा से और नए सिरे से परिभाषित करने की जरूरत है। गिरिराज सिंह का कहना है कि भारत के संविधान में अल्पसंख्यक शब्द को परिभाषित ही नहीं किया गया है। उनका कहना है कि जब देश में मुसलमानों की आबादी सिर्फ चार-पांच फीसदी थी तब उन्‍हें अल्‍पसंख्‍यक माना गया था। लेकिन, अब इनकी आबादी कई गुना बढ़ गई है। ऐसे में इन्‍हें अल्‍पसंख्‍यक कैसे माना जाए।