बजट सत्र : सरकार से संग्राम के मूड में विपक्ष, मुद्दे बहुतेरे हैं
बजट सत्र में संग्राम के पूरे आसार हैं। हंगामा करने के लिए इस वक्त विपक्ष के पास मुद्दों की भी कोई कमी नहीं है। जानिए किन-किन मुद्दों पर होगा संग्राम।
New Delhi Jan 29 : आज से बजट सत्र की शुरुआत हो चुकी है। सरकार और विपक्ष के बीच एक बार फिर संग्राम देखने को मिलेगा। इस वक्त विपक्ष के पास हंगामा करने के लिए मुद्दों की कोई कमी नहीं है। हालांकि बजट सत्र को शांतिपूर्ण चलाने के लिए अभी रविवार को ही सरकार ने सर्वदलीय बैठक बुलाई थी। सरकार विपक्ष के सहयोग से संसद की कार्यवाही को सुचारु तरीके से चलाना चाहती है। लेकिन, विपक्ष ने हंगामे के साफ संकेत दे दिए हैं। इस वक्त पर विपक्ष के हाथ में कई ऐसे मामले हैं जिसको लेकर वो संसद में हंगामा कर सकता है। बजट सत्र में जहां सरकार राज्यसभा में ट्रिपल तलाक बिल को पास कराना चाहती है वहीं दूसरी ओर विपक्ष ने भी हंगामे के लिए मुद्दों की पूरी की पूरी लिस्ट तैयार कर रखी है। उत्तर प्रदेश के कासगंज में भड़की हिंसा संसद में भी सियासत को सुलगा सकती है। इसके अलावा हरियाणा में बिगड़ी कानूनी व्यवस्था और दुष्कर्म की वारदातों पर भी विपक्ष सरकार से जवाब मांग सकता है।
बजट सत्र में मसले यहीं नहीं खत्म हो रहे हैं। आप को ध्यान होगा कि गणतंत्र दिवस के दिन कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को छठी पंक्ति में बिठाया गया था। जाहिर है कांग्रेस इस मसले को भी संसद में उठाने के मूड में है। कांग्रेस पार्टी के नेताओं को लगता है कि मोदी सरकार ने परेड के दौरान राहुल गांधी को छठी पंक्ति में बिठाकर उनका अपमान किया है। इसके अलावा अभी मुंबई में विपक्ष ने एकजुट होकर संविधान बचाओ रैली निकाली थी। इस मसले पर भी विपक्षी दल सरकार से बजट सत्र के दौरान जवाब-तलब कर सकते हैं। केंद्रीय मंत्री अनंत कुमार हेगड़े के बयान पर सरकार से स्पष्टीकरण मांगा जा सकता है। क्योंकि अनंत कुमार हेगड़े ने ही संविधान में बदलाव की वकालत की थी। हालांकि बाद में उन्होंने अपने बयान पर सफाई देते हुए इसका स्पष्टीकरण भी दे दिया था। लेकिन, विपक्ष अब इसे मुद्दा बना ही चुका है।
रविवार को हुई सर्वदलीय बैठक में समाजवादी पार्टी के नेता मुलायम सिंह यादव इस बात के संकेत दे ही चुके हैं कि वो किसानों और युवाओं की बेरोजगारी का मसला बजट सत्र में जरुर उठाएंगे। पद्मावत पर घमासान जारी है। ऐसे में इस मसले पर भी बजट सत्र में हंगामा तय है। संजय लीला भंसाली की इस फिल्म का करणी सेना लगातार विरोध कर रही है। सुप्रीम कोर्ट से हरी झंडी के बाद भी कई जगहों पर फिल्म के प्रदर्शन पर रोक लगाई गई। जाहिर है विपक्ष इस मसले पर सरकार से जवाब जरुर चाहेगा। कश्मीर का मसला हमेशा से सुर्खियों में रहा है। इस वक्त भी कश्मीर के हो हालात हैं उस पर कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद इस बात के संकेत दे चुके हैं कि वो इस मुद्दे को सदन के समक्ष जरुर रखेंगे। जाहिर है इस पर भी संग्राम तय है। जम्मू-कश्मीर और पूर्वोत्तर के राज्यों में लागू अफस्पा को लेकर भी संसद में हंगामा देखने को मिल सकता है।
हालांकि आर्मी चीफ बिपिन रावत कह चुके हैं कि अभी ये सही वक्त नहीं है जब अफस्पा पर कोई बात की जाए। या इसे हटाने या फिर इसके कानून को हल्का करने पर विचार किया जाए। ट्रिपल तलाक के खिलाफ बिल की गेंद भी इस वक्त विपक्ष के ही पाले में है। हालांकि सरकार भी कह चुकी है कि वो इस बिल को पास कराने के लिए अपनी ओर से कोई कसर नहीं छोड़ेगी। लेकिन, विपक्ष ट्रिपल तलाक को लेकर फंसाव की मुद्रा में है। मोदी सरकार चाहती है कि इसी बजट सत्र में ट्रिपल तलाक बिल पास हो जाए। सरकार के लिए ये मसला टॉप प्रायॉरिटी पर है। संसद में संग्राम सुप्रीम कोर्ट में जजों के विवाद पर भी हो सकता है। अभी कुछ दिन पहले ही सुप्रीम कोर्ट के चार जजों ने प्रेस कांफ्रेंस कर चीफ जस्टिस पर निशाना साधा था। विपक्ष इस मसले को बजट सत्र में उठाने के मूड में है। हालांकि सरकार का कहना है कि ये न्यायपालिका का अंदरूनी मामला है। जिसमें वो दखल नहीं दे सकती है। ये विवाद भी अब शांत हो चुका है। लेकिन, संसद में तो हंगामा बाकी है।