पाकिस्तानी फायरिंग की इनसाइड स्टोरी, ऑपरेशन ‘KSD’ का सनसनीखेज खुलासा

बार्डर पर पाकिस्‍तानी फायरिंग में भारतीय सेना के एक कैप्‍टन समेत चार जवान शहीद हो चुके हैं। इस मामले में खुफिया विभाग को बड़ी जानकारी हाथ लगी है।

New Delhi Feb 05 : कश्‍मीर में नियंत्रण रेखा और अंतरराष्‍ट्रीय बार्डर पर पाकिस्‍तानी फौज की ओर से फायरिंग जारी है। पाकिस्‍तानी फायरिंग में भारतीय सेना के एक कैप्‍टन समेत चार जवान शहीद हो चुके हैं। इस वक्‍त भी एलओसी पर कई सेक्‍टरों में दोनों ओर से भारी गोलाबारी चल रही है। इस बीच खुफिया एजेंसियों को पाकिस्‍तानी फायरिंग के पीछे कुछ बड़ी साजिश के सबूत हाथ लगे हैं। खुफिया विभाग को जानकारी मिली है कि पाकिस्‍तानी फौज ने इस वक्‍त बार्डर पर ऑपरेशन ‘KSD’ लांच किया हुआ है। इसी ऑपरेशन के तहत ही बार्डर पर फायरिंग हो रही है। खुफिया विभाग के सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक पाकिस्‍तानी फौज और वहां की खुफिया एजेंसी आईएसआई ने ऑपरेशन ‘KSD’ की तैयारी करीब एक हफ्ते पहले ही कर ली थी। इसी ऑपरेशन के तहत कश्‍मीर में बड़े पैमाने पर आतंकियों की घुसपैठ कराने की भी साजिश रची जा रही है।

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दरअसल, पाकिस्‍तानी आर्मी के ऑपरेशन ‘KSD’ का फुल फॉर्म Kashmir Solidarity Day है। जी हां पाकिस्‍तान हर साल पांच फरवरी को कश्‍मीर एकता दिवस मनाता है। लश्‍कर-ए-तैयबा के संस्‍थापक और जमात-उद-दावा के चीफ हाफिज सईद ने तो पूरे दस दिनों तक Kashmir Solidarity Day मनाने का एलान किया था। लश्‍कर का ये प्रोग्राम पेशावर में दो फरवरी से ही शुरु हो चुका है। खुफिया विभाग को जानकारी मिली है कि करीब एक हफ्ता पहले पेशावर में पाकिस्‍तानी आर्मी, वहां की खुफिया एजेंसी आईएसआई और आतंकी संगठनों के मुखियाओं के बीच एक गुप्‍त मीटिंग हुई थी। इसमें पाकिस्‍तानी फौज और आईएसआई के बड़े अधिकारी शामिल हुए थे। इसी मीटिंग में तय हुआ था कि चार फरवरी को ही बार्डर पर पाकिस्‍तानी फायरिंग शुरु कर दी जाएगी। ताकि कश्‍मीरियों के भीतर ये मैसेज चला जाए कि पाकिस्‍तान Kashmir Solidarity Day मना रहा है।

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पेशावर की इसी मीटिंग में तय हुआ था कि चार फरवरी की दोपहर या शाम तक कश्‍मीर के बार्डर इलाके में ऑपरेशन में ‘KSD’ लांच कर दिया जाएगा। जिसका सबसे खास मकसद ये था कि पाकिस्‍तानी फायरिंग की आड़ में कश्‍मीर में आतंकियों की घुसपैठ कराई जाए। ऑपरेशन ‘KSD’ के तहत आतंकी संगठनों ने भी अपने आतंकियों की फौज लांचिंग पैड पर भेज दी थी। खुफिया विभाग के सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक ऑपरेशन ‘KSD’ के तहत पाकिस्‍तानी फौज ने भिंबर गली, मेंढर और कोटली में आतंकियों के लांचिंग पैड बनाए थे। जिसमें भिंबर गली में करीब 92 आतंकी मौजूद थे। इसके अलावा मेंढर के लांचिंग पैड पर 67 आतंकियों को घुसपैठ के लिए तैयार रहने को कहा गया था। जबकि कोटली में 32 आतंकियों की घुसपैठ की तैयारी थी। पाकिस्‍तानी फौज ऑपरेशन ‘KSD’ के तहत जिन आतंकियों को कश्‍मीर में दाखिल कराना चाहती थी उसमें लश्‍कर-ए-तैयबा, हिजबुल मुजाहिद्दीन और जैश-ए-मोहम्‍मद के आतंकी शामिल थे।

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भारतीय फौज का ध्‍यान भटकाने के लिए पाकिस्‍तान की ओर से भारी फायरिंग की गई थी। जिसमें एंटी गाइडेड मिसाइलों का भी इस्‍तेमाल किया गया। इन मिसाइलों का इस्‍तेमाल अमूमन टैंकों को उड़ाने के लिए किया जाता है। खुफिया विभाग की जानकारी के मुताबिक पाक फौज को इन इलाकों में एक साथ फायरिंग करने के कमांड दिए गए थे। ताकि फायरिंग की आड़ में आतंकी कश्‍मीर की सीमा में दाखिल हो सके और कश्‍मीर एकता दिवस पर तबाही मचा सके। लेकिन, बार्डर पर भारतीय सेना और बीएसएफ के जवान पाकिस्‍तान को मुंहतोड़ जवाब दे रहे हैं। केंद्रीय गृहराज्‍य मंत्री हंसराज अहीर भी कह चुके हैं कि पाकिस्‍तान को इस हरकत का खामियाजा भुगतना पड़ेगा। हिंदुस्‍तान अपने चार जवानों की शहादत का बदला जरूर लेगा। पाकिस्‍तानी फायरिंग में सेना के कैप्टन कपिल कुंडू, हवलदार रोशल लाल, रायफलमैन शुभम सिंह और रायफलमैन राम अवतार शहीद हुए हैं।