मनोज तिवारी को अरविंद केजरीवाल से जान का खतरा ? मांगी Z+ सिक्योरिटी
दिल्ली से भारतीय जनता पार्टी के सांसद और दिल्ली बीजेपी के अध्यक्ष मनोज तिवारी को क्या वाकई मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से जान का खतरा है।
New Delhi Feb 06 : अभी कुछ दिनों पहले ही दिल्ली बीजेपी के अध्यक्ष और सांसद मनोज तिवारी ने आरोप लगाया था कि उन पर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के घर पर हमला हुआ था। जिसको लेकर बीजेपी के नेता केजरीवाल के घर के बाहर धरने पर भी बैठ गए थे। इसके अलावा इस संबंध में थाने में एक एफआईआर भी दर्ज कराई थी। इसके बाद अब मनोज तिवारी ने केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह को खत लिखकर Z+ सिक्योरिटी की मांग की है। उन्होंने अपनी जान माल की सुरक्षा के Z+ सिक्योरिटी मांगी है। मनोज तिवारी ने राजनाथ सिंह को जो खत लिखा है उसमें केजरीवाल के घर पर उन पर हुए हमले का भी जिक्र किया गया है। दूसरी ओर आम आदमी पार्टी ने भी उनकी इस मांग पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। आम आदमी पार्टी के नेताओं का कहना है कि मनोज तिवारी ने Z+ सिक्योरिटी की मांग कर ये साबित कर दिया है कि देश की जनता का मूड बीजेपी के खिलाफ है।
मनोज तिवारी ने ये खत पांच फरवरी 2018 को केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह को लिखा है। जिसका पत्रांक MT/MP/FEB/18 है। मनोज तिवारी ने राजनाथ सिंह को लिखे खत में दलील दी है कि वाई कैटेगिरी की सुरक्षा हासिल है। लेकिन, चुनाव प्रचार और पार्टी के विस्तार के लिए देश के कई राज्यों में पार्टी के निर्देश पर मुझे आना जाना पड़ता है। इस खत में उन्होंने अपने साथ हुईं दो घटनाओं का जिक्र किया है। जिसमें एक घटना कोलकाता की है। जबकि दूसरी घटना दिल्ली की है। मनोज तिवारी ने पश्चिम बंगाल की सरकार पर आरोप लगाते हुए लिखा कि कोलकाता में चुनाव प्रचार के दौरान उन्हें राज्य सरकार की ओर से सुरक्षा नहीं दी गई। दरसअल, पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी की सरकार है। हर कोई जानता है कि ममता बनर्जी और बीजेपी के बीच 36 का आंकड़ा है। पश्चिम बंगाल में इससे पहले भी बीजेपी और संघ के कई लोगों पर हमले हो चुके हैं।
इसी के चलते मनोज तिवारी ने कोलकाता में चुनाव प्रचार के दौरान सुरक्षा की मांग की थी। लेकिन, ममता बनर्जी की सरकार की ओर से उन्हें सिक्योरिटी मुहैया नहीं कराई गई। इसके बाद उन्होंने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के घर पर हुए हमले का जिक्र किया। उन्होंने लिखा कि मुख्यमंत्री के घर पर हुआ ये साबित करने के लिए काफी है कि मेरी मौजूदा सुरक्षा व्यवस्था पर्याप्त नहीं है। अपनी बात को साबित करने के लिए उन्होंने हमलों के बाद थानों में लिखाई गई एफआईआर की कॉपी की प्रतियां भी इस खत के साथ सलंग्न की हैं। इसके साथ ही मनोज तिवारी की ओर से केंद्रीय गृहमंत्री से मांग की है कि मेरी जान माल की सुरक्षा के लिए Z+ सिक्योरिटी दी जाए और इस बारे में संबंधित विभाग को निर्देशित किया जाए। ऐसे में सवाल उठ रहे हैं कि क्या वाकई मनोज तिवारी को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से जान का खतरा है।
हालांकि उनकी इस मांग पर राजनीति भी शुरु हो गई है। मनोज तिवारी का ये खत सामने आने के बाद आम आदमी पार्टी के नेताओं ने भी बीजेपी पर हमला करना शुरु कर दिया है। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के पॉलिटिक्ल एडवाइजर नागेंद्र शर्मा ने अपने ट्विटर हैंडल पर लिखा है कि अगर दिल्ली के एक चुने हुए सांसद को जनता के बीच जाने के लिए Z+ सिक्योरिटी की जरुरत है तो इसका मतलब साफ है कि जनता का मूड क्या है। खासतौर पर बीजेपी के लिए। नागेंद्र शर्मा का कहना है कि भारतीय जनता पार्टी इस बात का जानती भी है। बहरहाल, दिल्ली बीजेपी के अध्यक्ष मनोज तिवारी ने एक तीर से दो शिकार करने की कोशिश की। लेकिन, विपक्ष ने भी उन पर आक्रामक रुख अख्तियार कर लिया है। Z+ सिक्योरिटी की मांग को लेकर वार-पलटवार का सिलसिला जारी है। देखिए इस वार-पलटवार में मनोज तिवारी को Z+ सिक्योरिटी मिल भी पाती है या नहीं।