पाकिस्‍तान के ‘भूसा’ भरने की तैयारी में इंडियन आर्मी, कोई शक, कोई सवाल

इंडियन आर्मी ने बार्डर पर पाकिस्‍तानी फौज को करारा जवाब देने के लिए ऑपरेशन की तैयारी शुरु कर दी है। जल्‍द ही बड़ी और अच्‍छी खबर मिलने की उम्‍मीद है।

New Delhi Feb 06 : नियंत्रण रेखा और अंतरराष्‍ट्रीय बार्डर पर पाकिस्‍तान अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा है। एलओसी पर दोनों ओर से फायरिंग जारी है। अभी रविवार को ही पाकिस्‍तान की भारी गोलाबारी में इंडियन आर्मी के चार जवान शहीद हो गए थे। सीजफायर के इस उल्‍लंघन के बाद इंडियन आर्मी के जवान बौखलाए हुए हैं। इसी बीच डेप्युटी आर्मी चीफ लेफ्टिनेंट जनरल शरत चंद का भी बयान सामने आ चुका है। शरत चंद का कहना है कि हमें इस पर कहने की कुछ भी जरुरत नहीं है। हमारी कार्रवाई ही जवाब देगी। इस बीच खबर है कि आज भारत और पाकिस्‍तान के बीच डीजीएमओ स्‍तर की बातचीत भी हो सकती है। लेकिन, सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक पाकिस्‍तान को करारा जवाब देने के लिए इंडियन आर्मी ने अपने ऑपरेशन पर काम करना शुरु कर दिया है। बार्डर पर पाकिस्‍तानी सीजफायर का जवाब तो गोलीबारी से दिया ही जा रहा है। इसके साथ ही पाक फौज में स्‍पेशल भूसा भरने की भी तैयारी हो गई है।

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पाकिस्‍तान के खिलाफ इंडियन आर्मी का ये ऑपरेशन क्‍या होगा और इसे कब अंजाम दिया जाएगा इसकी कोई जानकारी नहीं मिल सकी है। हालांकि अगर इससे संबंधित कोई जानकारी होती तो भी उसे पब्लिक प्‍लेटफार्म पर सार्वजनिक नहीं किया जा सकता, क्‍योंकि इससे इंडियन आर्मी के ऑपरेशन पर असर पड़ सकता है। लेकिन, इतना जरुर है कि इंडियन आर्मी अपने चार जवानों की शहादत का माकूल बदला जरुर लेगी। कहा जा रहा है कि इस बार इंडियन आर्मी का पाकिस्‍तान के खिलाफ ऐसा एक्‍शन होगा जिसे पाक फौज हमेशा याद रखेगी। इससे पहले सितंबर 2016 में भी इंडियन आर्मी के पैरा कमांडोज पाकिस्‍तान के खिलाफ सर्जिकल स्‍ट्राइक को अंजाम दे चुके हैं। उस वक्‍त से ही भारत और पाकिस्‍तान के बीच काफी तनाव बना हुआ है। हालांकि दोनों देशों के बीच तनाव की वजह सिर्फ सर्जिकल स्‍ट्राइक ही नहीं बल्कि आतंकी घटनाएं भी हैं।

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2016 में पहले पाकिस्‍तान की फौज ने जैश-ए-मोहम्‍मद के आतंकियों से पठानकोट एयरबेस पर हमला कराया था। इसके बाद सितंबर 2016 में उरी में आर्मी के बेस कैंप पर फिदायीन हमला कराया गया। इसके बाद ही इंडियन आर्मी के जवानों ने पाकिस्‍तान में घुसकर आतंकियों का खात्‍मा कर दिया था। हालांकि इस बार भारतीय फौज का सीधा मुकाबला पाक फौज से है। क्‍योंकि रविवार को भारतीय सेना के जो जवान शहीद हुए हैं वो किसी आतंकी वारदात में नहीं मारे गए बल्कि पाकिस्‍तान की गोलीबारी का शिकार हुए हैं। इसलिए इस बार जवाब भी पाकिस्‍तान फौज को ही मिलेगा। पाकिस्‍तान भी इस बात को बखूबी जानता है कि भारतीय फौज इतनी आसानी से शांत नहीं बैठेंगी। इसलिए वो भी इस वक्‍त काफी सर्तक है। इंडियन आर्मी ने पाक फौज की इसी सर्तकता और दोगलेपन को ध्‍यान में रखते हुए ही उसके खिलाफ ऑपरेशन तैयार किया है। जिसे जल्‍द ही एग्‍जीक्‍यूट किया जा सकता है।

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भारत-पाकिस्तान के बीच 778 किलोमीटर लंबी नियंत्रण रेखा है। जबकि 198 किलोमीटर की अंतरराष्ट्रीय सीमा है। पाक फौज आए दिन नियंत्रण रेखा और अंतरराष्‍ट्रीय बार्डर पर सीजफायर का उल्‍लंघन करती रहती है। पिछले साल पाक फौज ने एलओसी पर 860 बार सीजफायर का उल्‍लंघन किया गया। जबकि अंतरराष्‍ट्रीय सीमा पर 120 बार फायरिंग की गई। इस साल सिर्फ 36 दिनों में ही पाकिस्‍तान की ओर से 241 बार सीजफायर का उल्‍लंघन किया जा चुका है। ऐसा नहीं है कि पाकिस्‍तान के सीजफायर पर भारतीय सेना हाथ पर हाथ धरे बैठे रहती है। हर बार उसे मुंहतोड़ जवाब दिया गया। लेकिन, इंडियन आर्मी ने अब पाक फौज का परमानेंट इलाज तलाशना शुरु कर दिया है। जब तक पाक फौज के खिलाफ बेहद कड़ी कार्रवाई नहीं होती उसकी अकल ठिकाने नहीं आएगी। पाकिस्‍तान का दिमाग दुरुस्‍त करने के लिए इंडियन आर्मी का कड़ा रुख अख्तियार करना बेहद जरुरी है। तो इंतजार कीजिए बार्डर से आने वाली अच्‍छी खबर का।