अमेरिका ने पाकिस्‍तान के ‘पिछवाड़े’ मारी लात, 3 आतंकी ग्‍लोबल टेररिस्‍ट करार

अमेरिका ने पाकिस्‍तान को एक बार फिर करारा झटका दिया है। ट्रंप प्रशासन ने तीन पाकिस्‍तानी आतंकियों को ग्‍लोबल टेररिस्‍ट घोषित कर दिया है।

New Delhi Feb 08 : जहां एक ओर पाकिस्‍तान के प्रधानमंत्री शाहिद खाकन अब्‍बासी आतंकी सरगनाओं का संबोधन ‘साहेब’ से करते हैं। वहीं दूसरी ओर अमेरिका ने पाकिस्‍तानी सरकार और यहां के आतंकियों को लतियाना शुरु कर दिया है। अमेरिकी राष्‍ट्रपति डोनाल्‍ड ट्रंप के प्रशासन ने पाकिस्‍तान को तगड़ा झटका देते हुए यहां के तीन आतंकवादियों को ग्‍लोबल टेररिस्‍ट घोषित कर दिया है। इन तीनों ही आतंकियों के लश्‍कर-ए-तैयबा और तालिबान से जुड़े होने के पुख्‍ता सबूत अ‍मेरिका के पास हैं। अमेरिका का कहना है कि उसकी इस कार्रवाई से साउथ एशिया में आतंकवादियों के नेटवर्क को तोड़ने में मदद मिलेगी। जानकारी के मुताबिक अमेरिका के डिपार्टमेंट आफ ट्रेजरी ने पाकिस्‍तान के तीन आतंकियों को ग्‍लोबल टेररिस्‍ट घोषित किया है। इसके बाद इनकी अमेरिका में सभी तरह की संपत्ति जब्‍त की जा सकती है। इसके साथ ही कोई भी अमेरिकी व्‍यक्ति इन लोगों के साथ किसी भी तरह का कोई भी ट्रांजैक्‍शन नहीं कर पाएगा।

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अमेरिका के डिपार्टमेंट ऑफ ट्रेजरी ने जिन तीन पाकिस्‍तानी आतंकियों को ग्‍लोबल टेररिस्‍ट घोषित किया है उसमें रहमान जैब फकीर मुहम्मद, हिज्बुल्ला अस्तम खान और दिलावर खान नादिर खान का नाम शामिल है। इन तीनों आतंकियों के ग्‍लोबल टेररिस्‍ट घोषित होने के बाद क्‍या होगा जरा ये भी जान लीजिए। अमेरिका अब इन तीनों आतंकियों की पूरी की पूरी प्रॉपर्टी ब्‍लॉक कर सकता है। किसी भी अमेरिकी नागरिक को इन तीनों आतंकियों के साथ किसी भी तरह के ट्रांजैक्शन को रोका जा सका। अमेरिका के डिपार्टमेंट आफ ट्रेजरी के टेररिज्‍म एंड फाइनेंशियल इंटेलीजेंस के अंडर सेक्रेटरी सीगल मांडेलकर का कहना है कि अमेरिका की ओर से लगातार उन लोगों के नाम सामने लाए जा रहे हैं जो आतंकी संगठनों को सपोर्ट करते हैं, उन्‍हें फंडिंग करते हैं या फिर उनके लिए साउथ एशिया में गलत तरीके से फाइनेंशियल नेटवर्क चला रहे हैं।

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अमेरिका के डिपार्टमेंट आफ ट्रेजरी के टेररिज्‍म एंड फाइनेंशियल इंटेलीजेंस के अंडर सेक्रेटरी सीगल मांडेलकर का कहना है कि अमेरिका ने जिन तीनों आतंकियों को ग्‍लोबल टेररिस्‍ट घोषित किया है वो तीनों अल कायदा, लश्कर-ए-तैयबा, तालिबान और दूसरे आतंकी गुटों को लॉजिस्टिकल सपोर्ट, इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस यानी IED समेत कई तरह की मदद मुहैया करा रहे थे। रहमान जैब फकीर मुहम्मद, हिज्बुल्ला अस्तम खान और दिलावर खान नादिर खान के खिलाफ अमेरिका के पास पुख्‍ता सबूत हैं कि वो आतंकियों को मदद कर रहे हैं। मांडेलकर का कहना है कि कि दरअसल, अमेरिकी राष्‍ट्रपति डोनाल्‍ड ट्रंप की सोच है कि सबसे पहले आतंकियों की फंडिंग पर रोक लगाई जाए। पाकिस्‍तानी आतंकी रहमान जैब फकीर मुहम्मद, हिज्बुल्ला अस्तम खान और दिलावर खान नादिर खान को ग्‍लोबल टेररिस्‍ट घोषित करना भी इसी कार्रवाई का हिस्‍सा है।

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दरसअल, अमेरिका पाकिस्‍तान को कई बार ये चेतावनी दे चुका है कि वो अपने क्षेत्र में किसी भी तरह के आतंकी संगठन को कोई सपोर्ट ना करे। ना ही उन्‍हें पनाह दी जाए। लेकिन, पाकिस्‍तान अपनी हरकतों से बाज ही नहीं आता है। अब अमेरिका ने जिन आतंकियों को ग्‍लोबल टेररिस्‍ट घोषित किया है वो भी पाकिस्‍तान में खुलेआम रहकर आतंकी गतिविधियों को अंजाम दे रहे थे। लेकिन, पाकिस्‍तान इन सारी बातों को मानने के लिए ही तैयार नहीं रहता है। वो हमेशा ये दिखाने की कोशिश करता है कि वो खुद आतंकवाद का विक्टिम है। जबकि पाकिस्‍तान के आतंकी संगठन आए दिन अफगानिस्‍तान और हिंदुस्‍तान में गड़बड़ी फैलाते रहते हैं। पाकिस्‍तान में पनपता आतंकवाद अमेरिकी पॉलिसी के खिलाफ है। अमेरिका ने भी इसे खत्‍म करने की ठान ली है। इन तीनों आतंकियों को ग्‍लोबल टेररिस्‍ट घोषित करने से पहले भी अमेरिका पाकिस्‍तान में आतंकियों पर ड्रोन हमला कर चुका है। ये बात भी पाकिस्‍तान को नागवार गुजरी थी। लेकिन, इस वक्‍त उसके पास कोई दूसरा चारा ही नहीं बचा है।