नीतीश जी, शराबबंदी के हैंगओवर से बाहर निकलिए और मासूम बच्चों को न्याय दिलाइये
नीतीश कुमार जी बिहार में प्रतिदिन हो रही अपहरण, लूट और हत्याओं की घटनाओं पर अपना मुँह खोलिए। मौनी बाबा मत बनिए।
New Delhi, Feb 10 : गया में तीन मासूम बच्चों का अपहरण कर उनकी निर्मम हत्या कर दी गयी।नीतीश कुमार को सड़क मार्ग से आना था लेकिन लोगों का विरोध देख हवाई मार्ग से भाग लिए।डरपोक बनकर जनता से दूर मत भागिए। सामना कीजिए साहब।
नीतीश कुमार जी बिहार में प्रतिदिन हो रही अपहरण, लूट और हत्याओं की घटनाओं पर अपना मुँह खोलिए। मौनी बाबा मत बनिए। जगाइये अपनी अंतरात्मा को। मासूम बच्चों ने क्या बिगाड़ा है आपका? सुधारिए अपने भ्रष्ट प्रशासन और सोच को। शराबबंदी के हैंगओवर से बाहर निकलिए और सिस्टम को दुरुस्त कीजिये।
8 वर्षीय मासूम बच्ची तनिषा को नीतीश संपोषित प्रशासन प्रायोजित दरिंदों ने पहले अपहरण किया फिर बेरहमी से देवी रूपी कन्या का बलात्कार किया फिर निर्ममता से उसकी हत्या कर दी।मुख्यमंत्री में इतनी भी मानवीय संवेदना नहीं कि गया में रहने के बावजूद उस बच्ची के परिवार से मिल सकते।
गया में एक ग़रीब अतिपिछड़े समाज की 8 वर्षीय बेटी तनिषा का अपहरण कर दरंदगी से बलात्कार कर दिया गया। सभ्य समाज के सभी लोगों को इस बच्ची के परिवार के साथ खड़ा होना होगा। कल किसी और की बच्ची होगी। हमें राजनीति से ऊपर उठकर सरकार से गंभीरता से सवाल करना होगा।
बड़का समाज सुधारक बन रहे है पहले अपने भ्रष्ट प्रशासन और लचर-पचर क़ानून व्यवस्था को तो सुधार लो साहब।
नैतिक बाबू पहले लूट, अपहरण, हत्या, बलात्कार को ठीक करिए फिर समाज सुधारक का चोला पहनिए। अपने कुकृत्यों को छिपाने के लिए चोला बदलने से संत नहीं बन जाइयेगा। जनता गुंडाराज का आतंक नंगी आँखों से देख रही है। मासूम बच्चों की हत्या के बाद आश्रम भागिएगा, क्या?
देश में इतना डरपोक CM कहीं भी नहीं होगा, कोई भी नहीं होगा। गया में तीन मासूम बच्चों का अपहरण, फिर बलात्कार और अंत में हत्या कर दी गयी। लोगों के रोष और आक्रोश को देखकर सीएम हवाई अड्डे से ज़िला मुख्यालय तक भी जाने की हिम्मत नहीं जुटा पाए। Airport पर ही बैठक कर उलटे पाँव भाग लिए।